• अंतर्राष्ट्रीय टीका गठबंधन को वैक्सीन बनाने के लिए डेढ़ करोड़ डॉलर देगा भारत

नई दिल्ली। भारत ने ब्रिटेन के वैक्सीन मिशन में शामिल हो गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वैश्विक वैक्सीन शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुए टीकाकरण का समर्थन करने के लिए डेढ़ करोड़ डॉलर की सहायता राशि देने का ऐलान किया है। बता दें कि इस कार्यक्रम की मेजबानी ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने की। ऑनलाइन हुए इस समिट में 50 से अधिक देशों के बिजनेस लीडर्स, ब्रिटेन की एजेंसियां, सिविल सोसाइटी, सरकार के मंत्रियों ने भाग लिया। इस समिट का मकसद अंतरराष्ट्रीय टीका गठबंधन (गावी) के लिए 7.4 अरब डॉलर एकत्रित करना और आने वाली पीढिय़ों को टीके के जरिए सुरक्षित करने जैसा है। भारत की ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सम्मेलन को संबोधित करते हुए ऐलान किया कि वो अगले पांच साल में 15 मिलियन डॉलर की मदद करेगा। भारत ब्रिटेन द्वारा ऑनलाइन आयोजित हुए इस सम्मेलन में शामिल हुआ। प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि भारत इन चुनौतीपूर्ण समय में विश्व के साथ एकजुटता के साथ खड़ा है। पीएम मोदी ने कहा, भारत की सभ्यता दुनिया को एक परिवार के रूप में देखना सिखाती है। इस महामारी के दौरान भारत ने इसी सीख का अनुसरण करते हुए अपनी जरूरतों को पूरा करते हुए 120 देशों को जरूरी दवा उपलब्ध कराई।
प्रधानमंत्री ने कहा कि कोविड -19 महामारी ने किसी न किसी रूप में वैश्विक सहयोग की सीमाओं को उजागर किया है। हाल के इतिहास में पहली बार दुनिया भर में मानव जाति एक स्पष्ट साझा दुश्मन का सामना कर रहा है। गावी का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि यह न केवल वैश्विक गठबंधन है, बल्कि वैश्विक एकजुटता का प्रतीक है और इस बात की याद दिलाता है कि दूसरों की मदद करते हुए भी हम अपनी मदद कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि भारत में एक बड़ी आबादी और सीमित स्वास्थ्य सुविधाएं हैं और भारत टीकाकरण के महत्व को समझता है। मोदी ने भारत के टीकाकरण कार्यक्रम इंद्रधनुष का भी जिक्र किया, जिसमें बच्चों और गर्भवती महिलाओं के पूर्ण टीकाकरण को सुनिश्चित किया गया है।

भारत ने अपने राष्ट्रीय टीकाकरण कार्यक्रम में छह नए टीके जोड़े

बीमारियों से सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए भारत ने अपने राष्ट्रीय टीकाकरण कार्यक्रम में छह नए टीके जोड़े हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत ने अपनी पूरी वैक्सीन आपूर्ति लाइन को डिजिटल कर दिया है। अपनी वैक्सीन कोल्ड चेन की अखंडता की निगरानी के लिए एक इलेक्ट्रॉनिक वैक्सीन खुफिया नेटवर्क विकसित किया है। इससे सही समय पर सही मात्रा में सुरक्षित और शक्तिशाली टीकों की उपलब्धता सुनिश्चित की जा रही है।

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