फंड की शुरुआत में 10 लाख रुपए का निवेश 31 मार्च, 2021 तक हो गया 15.50 करोड़ रुपए

लखनऊ (लाइवभारत24)। यूटीआई मास्टरशेयर यूनिट स्कीम को भारत का पहला इक्विटी उन्मुख फंड कहा जा सकता है (इसे अक्टूबर 1986 में लॉन्च किया गया था), जिसका 30 से अधिक वर्षों तक वैल्थ क्रिएशन का ट्रैक रिकॉर्ड है।

यूटीआई मास्टरशेयर यूनिट स्कीम, एक ओपन एंडेड इक्विटी स्कीम है जो मुख्य रूप से लार्ज कैप स्टॉक में निवेश करती है। लार्जकैप फंड होने के दौरान, फंड स्टॉक चुनने में ग्रोथ एंड रीजनेबल प्राइज (जीएआरपी) की निवेश शैली का पालन किया जाता है। इसका मतलब है, किसी कंपनी की कमाई में अंतर्निहित वृद्धि को देखते हुए किसे उचित मूल्य कहा जा सकता है, जिसका भुगतान पोर्टफोलियो में उस शेयर को खरीदने के लिए करना चाहिए।

यूटीआई मास्टरशेयर यूनिट स्कीम को कुछ इस तरह की प्रतिस्पर्धी फ्रेंचाइजी की तलाश रहती है जो कंपनियों द्वारा लंबे समय में तैयार की गई है और जो उधार पर नियंत्रण के साथ मौलिक रूप से मजबूत हैं, लगातार राजस्व वृद्धि, लाभप्रदता पर ध्यान केंद्रित करती है और पूंजी की लागत से पूंजी पर उच्च रिटर्न हासिल करते हुए जहां लगातार संचालन नकदी का प्रवाह है। ऐसी कंपनियां भविष्य के विस्तार के लिए मुक्त नकदी प्रवाह उत्पन्न करती हैं और मौजूदा शेयरों के कमजोर होने से बची रहती हैं।

जीएआरपी प्लस प्रतिस्पर्धी फ्रेंचाइजी का यह संयुक्त दृष्टिकोण यूटीआई मास्टरशेयर यूनिट स्कीम को उन कंपनियों में निवेश करने में सक्षम बनाता है, जहां –

1. बाजार लंबे समय तक विकास या मूल्य निर्धारण शक्ति के लाभों को बढ़ाने के लिए कंपनियों की क्षमता को कम करके आंक रहा है।

2. अनुकूलता चक्र, समेकन, विनियामक बाधाओं की मंजूरी या लागत प्रतिस्पर्धा, विवेकपूर्ण क्षमता विस्तार जैसे कंपनी विशिष्ट कारकों के माध्यम से उद्योग में व्यापक घटनाओं के माध्यम से जहां ग्रोथ ट्रेजेक्ट्री में सुधार हो रहा है।

3. व्यापार पूंजी गहन है लेकिन कंपनियां बुद्धिमानी से निवेश करती हैं और कुशलतापूर्वक निष्पादित करती हैं।

4. जिन कंपनियों के पास कैपिटल एम्प्लाॅयड (आरओसीई) पर हाई रिटर्न में कैश फ्लो को पुनर्निवेश करने के अवसर हैं, और

5. सैक्टर के भीतर रिलेटिव वैल्युएशन आकर्षक है।

यह बदले में निवेशकों को गुणवत्ता कंपनियों के पोर्टफोलियो के मालिक द्वारा कम अस्थिरता के साथ दीर्घकालिक धन निर्माण अवसर प्रदान करता है।

यूटीआई मास्टरशेयर यूनिट स्कीम को लार्ज कैप फंड के रूप में वर्गीकृत किया जाता है, ऐसे में इसके पोर्टफोलियो में नामचीन कंपनिया हैं, जैसे इंफोसिस लिमिटेड, एचडीएफसी बैंक लिमिटेड, आईसीआईसीआई बैंक, एचडीएफसी लिमिटेड, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, भारती एयरटेल लिमिटेड, रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड, हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड, श्री सीमेंट लिमिटेड और एक्सिस बैंक लिमिटेड आदि। शीर्ष दस स्टाॅक पोर्टफोलियो में 51 फीसदी से अधिक हिस्सा रखते हैं। 31 मार्च, 2021 तक स्कीम का अधिक जोर फार्मा, टेलीकाॅम और निजी क्षेत्र के बैंकों पर है जबकि मेटल्स, फाइनेंशियल सर्विसेज, केमिकल्स और कंज्यूमर गुड्स पर कम है।

फंड का कोष 31 मार्च, 2021 को 6 लाख से अधिक सक्रिय निवेशक खातों के साथ 7,700 करोड़ रुपए की राशि का हो चुका है। फंड का उद्देश्य पूंजीगत मूल्यवृद्धि/ या लंबी अवधि में आय वितरण को सुरक्षित करना है, यह निवेश के लिए एक अनुशासित दृष्टिकोण का पालन करता है और वार्षिक लाभांश की धारा का रखरखाव करता चलता है। यूटीआई मास्टरशेयर यूनिट स्कीम ने अब तक 3,900 करोड़ रुपए से अधिक का कुल लाभांश वितरित किया है।

इस स्कीम में पोर्टफोलियो चर्न कम है। यूआईटी मास्टरशेयर ने अपनी शुरुआत के बाद से 31 मार्च, 2021 तक बेंचमार्क एसएंडपी बीएसई100 टीआरआई रिटर्न 14.23 फीसदी की तुलना में 15.75 फीसदी का रिटर्न (सीएजीआर) उत्पन्न किया है। फंड में निवेश की वृद्धि के एक उदाहरण के रूप में समान अवधि के लिए एसएंडपी बीएसई100 टीआरआई के बेंचमार्क 9.83 करोड़ रुपए की तुलना में मास्टरशेयर की शुरुआत में किया गया 10 लाख रुपए का निवेश 15.50 करोड़ रुपए का हो गया है। इस योजना ने पिछले 34 वर्षों में 155 गुना रिटर्न अर्जित किया है।

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