नई दिल्ली(लाइव भारत 24)। देश में कोरोना मरीजों का आंकड़ा 96 लाख के पार हो गया। पिछले 5 दिनों में एक्टिव केस में 38 हजार 10 की कमी आई है। शुक्रवार को देश में 36 हजार 711 नए नए मामले सामने आए, जबकि 42 हजार 359 लोगों ने कोरोना को मात दी। वहीं, पिछले 24 घंटे में 510 लोगों की जान गई। हरियाणा के मंत्री अनिल विज शनिवार को कोरोना पॉजिटिव पाए गए। 20 नवंबर को अंबाला के एक हॉस्पिटल में उन्हें तीसरे फेज के ट्रायल के तहत को-वैक्सीन का डोज दिया गया था। उन्होंने खुद सोशल मीडिया पर इसकी जानकारी दी। उन्होंने संपर्क में आए लोगों से जल्द से जल्द कोरोना टेस्ट कराने की मांग की। देश में अब तक 96 लाख 8 हजार 519 लोग संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं। इनमें 4 लाख 8 हजार 401 मरीजों का इलाज चल रहा है, जबकि 90 लाख 58 हजार 061 लोग ठीक हो चुके हैं। संक्रमण से जान गंवाने वालों की संख्या अब 1 लाख 39 हजार 737 हो गई है। ये आंकड़े covid19india.org से लिए गए हैं। कोरोना वैक्सीन की तैयारियों का जायजा लेने के लिए 80 देशों के राजनयिक 9 दिसंबर को हैदराबाद के भारत बायोटेक (Bharat Biotech) और बीई लिमिटेड (Biological E Limited) का दौरा करेंगे। पहले यह दौरा 4 दिसंबर को ही होना था, लेकिन बाद में इसे टाल दिया गया था। इसके लिए तैयारियां शुरू हो गई हैं। चीफ सेक्रेटरी सोमेश कुमार ने शुक्रवार को अफसरों के साथ बैठकर व्यवस्था का जायजा लिया। अफसरों से कोविड-19 के प्रोटोकॉल के तहत राजनयिकों के दौरे के लिए इंतजाम करने को कहा। सभी राजनयिक कोरोना की तैयार हो रही वैक्सीन के बारे में वैज्ञानिकों से बातचीत भी करेंगे।
संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए मध्य प्रदेश सरकार ने बड़ा ऐलान किया है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कोविड के चलते प्रदेश में पहली से 8वीं तक के क्लास 31 मार्च तक बंद रहेंगी। साथ ही, 5वीं और 8वीं की बोर्ड परीक्षाएं भी नहीं होंगी। आगामी एकेडमिक सेशन 1 अप्रैल 2021 से प्रारंभ होगा। पहली से 8वीं तक प्रोजेक्ट वर्क के आधार पर मूल्यांकन किया जाएगा। कक्षा 10वीं व 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं ली जाएंगी। इनकी क्लासेज जल्द शुरू होंगी। क्लास में कोविड गाइडलाइन का पालन किया जाएगा। क्लास 9 व 11 के स्टूडेंट्स को हफ्ते में एक या दो दिन स्कूल बुलवाया जाएगा।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को सर्वदलीय बैठक की। इसमें हेल्थ मिनिस्ट्री ने जो प्रजेंटेशन दिया, उसमें कहा गया कि सबसे पहले 1 करोड़ हेल्थ वर्कर्स को वैक्सीन दी जाएगी। इनमें सरकारी ही नहीं, बल्कि प्राइवेट सेक्टर के वर्कर भी शामिल होंगे। इनके बाद करीब 2 करोड़ फ्रंटलाइन वर्कर्स को वैक्सीन दी जाएगी। फ्रंटलाइन वर्कर्स में पुलिसकर्मी, सेना के जवान और म्युनिसिपल वर्कर्स जैसे लोग शामिल होंगे।
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि राजधानी में कोरोना का पॉजिटिविटी रेट 4.78% हो गया है। अब दिल्ली में 12,000 से ज्यादा बेड और 2,013 ICU बेड खाली हैं।
यूनियन हेल्थ मिनिस्ट्री के अधिकारियों के मुताबिक, एंटी-कोरोना वायरस वैक्सीन मिलते ही स्पेशल कोविड-19 इनोक्यूलेशन प्रोग्राम के तहत इसे लगाया जाएगा। सरकार ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से कहा है कि MBBS और BDS डॉक्टरों के साथ-साथ इंटर्न, स्टाफ नर्स, सहायक नर्स, दाइयों और फार्मासिस्टों को संभावित वैक्सिनेटर माना जाएगा। बशर्ते कि उन्हें इंजेक्शन लगाने में अनुभव हो।
दिल्ली सरकार ने कोरोना की वैक्सीन मिलते ही इसे लगाने की तैयारी शुरू कर दी हैं। इसके तहत सभी हॉस्पिटल और नर्सिंग होम के हेल्थ केयर वर्कर्स का डेटाबेस तैयार किया जा रहा है। उन्हें सबसे पहले वैक्सीन दी जाएगी। उनके एनरोलमेंट के लिए सभी अस्पतालों से डेटा मांगा गया है। सरकार ने एक पब्लिक नोटिस जारी किया है। हेल्थ वर्कर्स का डेटा दिल्ली स्टेट हेल्थ मिशन की वेबसाइट पर दिए लिंक के जरिए अपलोड करना है।
राजधानी दिल्ली में हर दिन होने वाली टेस्टिंग का आंकड़ा बढ़ाकर 85 हजार कर दिया गया है। शुक्रवार को 4067 लोग संक्रमित पाए गए। 4862 लोग रिकवर हुए और 73 की मौत हो गई। राजधानी में अब तक 5 लाख 86 हजार 125 लोग संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं। इनमें 28 हजार 252 मरीजों का इलाज चल रहा है। 5 लाख 48 हजार 376 लोग ठीक हो चुके हैं। संक्रमण से जान गंवाने वालों की संख्या अब 9497 हो गई है।

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