लखनऊ(लाइवभारत24)। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने टेस्टिंग क्षमता में लगातार वृद्धिकिए जाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि 25 लाख तक की जनसंख्या वाले जनपदों में1 हजार से अधिक तथा 25 लाख से अधिक आबादी वाले जिलों में 1,500 से अधिक टेस्ट एन्टीजनके माध्यम से प्रतिदिन किए जाएं।उन्होंने कहा कि प्रत्येक जनपद के हर  चिकित्सालय में रैपिडएन्टीजन टेस्ट की व्यवस्था हो। उन्होंने ट्रूनैट मशीन के माध्यम से प्रतिदिन 2,500से अधिक टेस्ट किए जाने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने सोमवार को अपने सरकारी आवास पर आयोजित टीम इलेवन की बैठक में अनलाॅक व्यवस्थाकी समीक्षा कर रहे थे। कोविड चिकित्सालयों की व्यवस्थाओं को चुस्त-दुरुस्त बनाए रखने केनिर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि एल-1 कोविड अस्पतालों में 50 प्रतिशत बेड्स पर आक्सीजनकी व्यवस्था रहे। एल-2 कोविड चिकित्सालय के सभी बेड्स पर आक्सीजन उपलब्ध रहे। एल-3अस्पताल के समस्त बेड्स पर आक्सीजन तथा वेंटीलेटर की उपलब्धता रहे। उन्होंने कोविडवाॅर्ड में सीसीटीवी कैमरे अनिवार्य रूप से स्थापित किए जाने के निर्देश दिए।मुख्यमंत्री ने कहा कि एल-1, एल-2 तथा एल-3 कोविड चिकित्सालयों में आवश्यकतानुसारबेड्स की संख्या में वृद्धि के लिए एक अधिकारी को इंचार्ज के रूप में नामित किया जाए।उन्होंने जरूरत के हिसाब से वेन्टीलेटर्स की खरीद करने के निर्देश भी दिए हैं। उन्होंनेकहा कि होम आइसोलेशन के मरीजों से निरन्तर संवाद रखा जाए।कोविड चिकित्सालयों की व्यवस्थाओं को चुस्त-दुरुस्त बनाए रखने केनिर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि एल-1 कोविड अस्पतालों में 50 प्रतिशत बेड्स पर आक्सीजनकी व्यवस्था रहे। एल-2 कोविड चिकित्सालय के सभी बेड्स पर आक्सीजन उपलब्ध रहे। एल-3अस्पताल के समस्त बेड्स पर आक्सीजन तथा वेंटीलेटर की उपलब्धता रहे। उन्होंने कोविडवाॅर्ड में सीसीटीवी कैमरे अनिवार्य रूप से स्थापित किए जाने के निर्देश दिए।  इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त तथा अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य को बरेली और मुरादाबाद मण्डलों में कोविड-19 के दृष्टिगतस्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति की मौके पर समीक्षा करने के निर्देश दिए। उन्होंने अपरमुख्य सचिव चिकित्सा शिक्षा तथा अपर मुख्य सचिव ग्राम्य विकास एवं पंचायतीराज को भी आगरा तथा अलीगढ़ मण्डलों में स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति की मौके पर समीक्षाकरने के निर्देश दिए। बैठक में मुख्य सचिव ने मुख्यमंत्री को कानपुर, प्रयागराज,मिर्जापुर तथा झांसी मण्डलों की समीक्षा के निष्कर्षो की भी जानकारी दी। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि समीक्षा के दौरान डोर-टू-डोर सर्वे, काॅन्टैक्ट ट्रेसिंग,संक्रमण की दृष्टि से संदिग्ध पाए गए लोगों का रैपिड एन्टीजन टेस्ट, एम्बुलेंस व्यवस्था,एल-1, एल-2 तथा एल-3 कोविड चिकित्सालय, मेडिकल काॅलेजों सहित सभी चिकित्सालयों मेंडाॅक्टरों द्वारा राउण्ड लिए जाने, होम आइसोलेशन व्यवस्था आदि की जानकारी प्राप्त कीजाए। समीक्षा के सम्बन्ध में उन्हें रिपोर्ट उपलब्ध कराई जाए।
मुख्यमंत्री ने कन्टेनमेंट जोन में होमगार्ड तथा पीआरडी के जवानों एवं एनसीसी के कैडेटों की सेवाएं प्राप्त किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कोविड-19 केबचाव के सम्बन्ध में लोगों को जागरूक किए जाने का कार्य जारी रखा जाए। इसके लिए विभिन्नसंचार माध्यमों का उपयोग किया जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश के लिए प्रभावी प्रयास किए जाएं।जनपदों में स्थापित जिला सेवायोजन कार्यालयों को सक्रिय बनाया जाए, इससे आत्मनिर्भरउत्तर प्रदेश के लक्ष्य की प्राप्ति में सहायता मिलेगी। उन्होंने खाद्यान्न वितरण कार्यको समय से तथा पूरी पारदर्शिता के साथ संचालित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा किबाढ़ के दृष्टिगत जनपदों में सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाएं तथा प्रभावितोंको समय से राहत एवं मदद उपलब्ध कराई जाए। इस अवसर पर चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना, मुख्य सचिव आरके तिवारी,अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त आलोक टण्डन, कृषि उत्पादन आयुक्त आलोकसिन्हा, अपर मुख्य सचिव सूचना एवं गृह अवनीश कुमार अवस्थी, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री संजय प्रसाद एवं सचिव मुख्यमंत्री आलोक कुमार सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थितथे।

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