पटना (लाइवभारत24)। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आज बिहार में तीसरा दौरे में उन्होंने छपरा में रैली की। राहुल गांधी और तेजस्वी यादव पर तंज कसते हुए कहा कि हमारी डबल इंजन वाली सरकार है, तो यहां डबल युवराज हैं। यूपी में जो डबल युवराज (राहुल-अखिलेश यादव) का हुआ, वही बिहार में भी होने वाला है। एनडीए के प्रति आप लोगों का यह प्रेम कुछ लोगों को अच्छा नहीं लग रहा है। कुछ तो अपने ही कार्यकर्ताओं को मार रहे हैं। उनकी हताशा-निराशा, उनकी बौखलाहट उनका गुस्सा अब बिहार की जनता देख रही है। चेहरे से हंसी गायब हो गई है। इतने बौखला गए हैं कि मोदी को भी गाली देने लगे हैं। मुझे गाली दीजिए, लेकिन अपना गुस्सा बिहार के लोगों पर मत उतारिए। ये लोग बिहार के लोगों की भावनाएं कभी नहीं समझ सकते। वे अपने परिवार के लिए पैदा हुए हैं, परिवार के लिए ही जी रहे हैं, परिवार के लिए ही जूझ रहे हैं। जिनकी नजर विकास के पैसों पर हो, उन्हें गरीबों की तकलीफ दिखाई नहीं देगी।इसके अलावा मोदी समस्तीपुर, मोतिहारी और बगहा (पश्चिमी चंपारण) में भी जनसभाएं करेंगे। इन चार सभाओं में मोदी 66 सीटों को कवर करेंगे।। इन सीटों पर भाजपा के 34, जदयू के 30 और वीआईपी के 2 कैंडिडेट लड़ रहे हैं।
चुनाव सभाएं हमने पहले भी देखी हैं। सुबह दस बजे से पहले इतनी विशाल रैली कभी संभव नहीं होती। इसका एक कारण यह है कि जो पहले चरण में जो मतदान हुआ, उसमें सोचा जा रहा है कि कोरोना के कारण मतदान नहीं होगा, लेकिन बिहार के लोगों ने चुनावी पंडितों की यह धारणा को गलत साबित कर दिया। भारी मतदान हुआ।
पहले चरण के मतदान के आधार पर कुछ पत्रकारों ने अनुमान लगाया है कि नीतीश बाबू के नेतृत्व में एनडीए की सरकार दोबारा बन रही है। इस क्षेत्र के लोगों का यह जोश आपकी यह हुंकार बिहार के जनादेश का संकेत दे रहे हैं। लग रहा है कि गांव के लोगों ने चुनाव से पहले ही विजय की दुंदुभी बजा दी है। बिहार के लोगों को भ्रम में डालने की कुछ लोगों की कोशिशें आप लोगों ने नष्ट कर दी हैं।
कुछ दिन पहले मैं बिहार का एक वीडियो देख रहा था, जो सोशल मीडिया पर चल रहा है। वह वीडियो एक बुजुर्ग महिला का है। उनसे एक व्यक्ति पूछता है कि मोदी को आखिर वोट क्यों दोगी, उन्होंने तुम्हारे लिए क्या किया। उस गरीब मां, उन महिला ने इस सवाल का एक सांस में जवाब दे दिया। जब वो मां बोल रही थी, तब सवाल पूछने वाले का चेहरा देखने लायक था। उसकी बोलती बंद हो गई थी। बिना लाग-लपेट के उस महिला ने कहा- मोदी ने हमें नल दिया, बिजली दी, राशन दिया, पेंशन दे रहे हैं, गैस दी। उनको कौन वोट नहीं देगा। क्या तुम्हें देंगे। आज बिहार की महिलाएं, बिहार की बेटियां, यहां के लोग NDA के विरोधियों से यही कह रहे हैं कि NDA को वोट नहीं देंगे तो क्या तुमको देंगे। यह सब मोदी का नहीं, आपके वोट की ताकत है।
एनडीए को दिए एक वोट से ही यह संभव हो सका है। आज बिहार में डबल इंजन की सरकार है तो दूसरी तरफ डबल-डबल युवराज (तेजस्वी यादव-राहुल गांधी) भी हैं। एक तो जंगलराज के युवराज भी हैं। जो उत्तर प्रदेश में डबल युवराज (अखिलेश यादव-राहुल गांधी) का हुआ वही बिहार में होने वाला है। एनडीए का हमारा गठबंधन बिहार के लोगों के जीवन से मुश्किलें कम कर रहा है।
गरीब का चूल्हा जलता रहे, इसलिए दिवाली और छठ पूजा तक अब किसी मां को वह चिंता करने की जरूरत नहीं है कि छठ पूजा को कैसी मनाएंगे। मेरी मां, तुमने अपने इस बेटे को दिल्ली में बैठाया है, क्या वह आपकी छठ पूजा की चिंता नहीं करेगा। आप तो छठ पूजा की तैयारी करो, दिल्ली में तुम्हारा बेटा बैठा है। मां छठ पूजा का त्योहार मनाओ, तुम्हारा बेटा भूखा नहीं सोने दूंगा।
बिहार के नौजवान अपने बचपन के दिन नहीं भूल सकते। याद करें कि बचपन में उनकी मां क्या कहती थीं। हर मां, गरीब हो या अमीर, यही कहती थीं, घर के भीतर ही रहो, बाहर मत निकलना, लकड़सुंघवा घूम रहा है। मां उन्हें लकड़सुंघवा से क्यों डराती थी? वह डराती थी, किडनैपिंग करने वालों से। जिस बिहार में यह हाल रहा हो, उससे लोग क्या उम्मीद लगा सकते हैं। नए वोटरों याद रखना है कि बिहार को सुधारने में लोगों ने बहुत तपस्या की है।

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