लखनऊ (लाइवभारत24)। आयुष मंत्री, श्रीपद वाई नाईक ने कहा है कि कोविड महामारी के दौरान, योग – जो कि भारत द्वारा दुनिया को दिया गया एक उपहार है – ने लोगों को न केवल शारीरिक बल्कि मानसिक स्‍वास्‍थ्‍य को भी प्रबंधित करने में मदद की है। उन्‍होंने कोविड-काल में द योगा इंस्‍टीट्यूट मुंबई द्वारा शुरू की गयी पहलों और व्‍यक्ति व समाज के प्रति 102 वर्षों से उनकी सतत समर्पित सेवा,दोनों के लिए ही द योगा इंस्‍टीट्यूट मुंबई की प्रशंसा की। आयुष मंत्री नाईक, द योगा इंस्‍टीट्यूट के 102 वर्ष पूरे होने पर आयोजित वर्चुअल मीट के मुख्‍य अतिथि थे, जहां उन्‍होंने द योगा इंस्‍टीट्यूट के मेडिटेशन एप्‍प, निस्‍पंद को भी सॉफ्ट-लॉन्‍च किया और द योगा इंस्‍टीट्यूट की कोविड से जुड़ी अनेक पहलों के लिए इनकी सराहना की। माननीय मंत्री नाईक ने कहा, ”102 वर्षों से दुनिया भर के लोगों की उत्‍कृष्‍ट सेवा में समर्पित द योगा इंस्‍टीट्यूट की पूरी टीम को मैं बधाई देता हूं। आपके समर्पण, ईमानदारी और सत्‍य-निष्‍ठा से योग की अनमोल भारतीय परंपराओं को संरक्षित रखने और दुनिया भर के लोगों के दैनिक जीवन में बदलाव लाने में मदद मिल रही है। आप विश्‍व-शांति हेतु अपना अमूल्‍य योगदान दे रहे हैं। योग, भारत द्वारा दुनिया को दिया गया उपहार है, और द योगा इंस्‍टीट्यूट ने इसे ध्‍यानपूर्वक लोगों तक पहुंचाने का सुंदर काम किया है।” मंत्री  नाईक ने कहा, ”कोविड-19 के इस मुश्किल समय में, लोगों ने योग के वास्‍तविक मूल्‍य को जानना शुरू किया है। योग ने न केवल लोगों के शारीरिक स्‍वास्‍थ्‍य एवं प्रतिरक्षा को प्रबंधित करने में मदद की, बल्कि इसने उनका मानसिक एवं भावनात्‍मक कल्‍याण करने का भी काम किया।”मंत्रीश्री नाईक ने द योगा इंस्‍टीट्यूट द्वारा कोविड-काल में शुरू की गयी पहलों की सराहना करते हुएकहा, ”अन्‍नम ब्रह्म अभियान के जरिए नि:शुल्‍क भोजन उपलब्‍ध कराने से लेकर फ्रंटलाइन वॉरियर्स की सहायता करने तक, द योगा इंस्‍टीट्यूट ने बढ़-चढ़कर अपने कर्तव्‍यों का निर्वाह किया और लोगों के जीवन को सकारात्‍मक तरीके से प्रभावित करने हेतु हरसंभव प्रयास किया।”उन्‍होंने आने वाले समय में निस्‍पंद एप्‍प लॉन्‍च करने की भी घोषणा की, जिसे उन्‍होंने ”एक ऐसा एप्‍प बताया जिसका इंतज़ार पूरी दुनिया को है। मंत्री नाईक ने कहा, ”यह एप्‍प ध्‍यानाभ्‍यास की कुंजी आपकी मुट्ठी में उपलब्‍ध करायेगा। निस्‍पंद दुनिया में ध्‍यानाभ्‍यास के तरीके में क्रांति लाने जा रहा है और यह 360-डिग्री स्‍वास्‍थ्‍य हासिल करने की दिशा में एक कदम और आगे बढ़ायेगा।”

कोई जवाब दें

कृपया अपनी कमेंट दर्ज करें!
कृपया अपना नाम यहाँ दर्ज करें