लखनऊ (लाइवभारत24)। वैश्विक महामारी। देश भर में लॉकडाउन। मानवीय संकट। प्राकृतिक आपदाएं। ये सब कुछ मात्र 7 महीने में। इस पूरी अवधि में, मुकुल माधव फाउंडेशन – जो स्‍वास्‍थ्‍य सेवा, शिक्षा, सामाजिक कल्‍याण और जल एवं पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्रों में काम करने वाला पुणे स्थित गैर-सरकारी संगठन है, इस संकट से गुजर रहे राष्‍ट्र की सहायता के लिए आगे आया और इसने सुनिश्चित किया कि कोई भी व्‍यक्ति पीछे न छूट जाये। सबसे कमजोर लोगों की सहायता के लिए, एक अखिल भारत मिशन शुरू हुआ – जिसका उद्देश्‍य भारत के 24 राज्‍यों के 70,000 परिवारों के 2.8 लाख से अधिक लोगों तक पहुंचकर उन्‍हें किराने का सामान एवं हाइजिन किट्स उपलब्‍ध कराना था जिससे चार सदस्‍यों वाला परिवार 21 दिनों तक अपना काम चला सके। यह महामारी काफी अनिश्चिततापूर्ण रही है। हर घंटे पर, नई तरह की चुनौतियों का सामना करना पड़ता था। निडर और अविचलित, मुकुल माधव फाउंडेशन (एमएमएफ) अधिक से अधिक जरूरतमंद लोगों की सहायता के लिए तेजी से पहुंच रहा था। राष्‍ट्रव्‍यापी लॉकडाउन के चलते विचित्र मानवीय संकट पैदा हुआ – अनेक लोगों की नौकरियां चली गयीं, छोटे कारोबार बाध्‍य होकर बंद हो गये और समूचे समुदाय का स्‍वास्‍थ्‍य, सुरक्षा व कल्‍याण दांव पर लगा था। स्‍थानीय आजीविकाओं में सहायता करने और अर्थव्‍यवस्‍था को सहयोग देने हेतु, एमएमएफ ने देश भर के एमएसएमई और सेल्‍फ हेल्‍प ग्रुप्‍स (एसएचजी) से इन राशन किट्स के लिए स्‍थानीय रूप से उत्‍पाद मंगाये। भारत के 24 राज्‍यों ने समर्थन किया और वो ‘गिव विद डिग्निटी’ पहल को अपना सहयोग दे रहे हैं। माननीय राज्‍यपाल, श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने लखनऊ स्थित राजभवन से लखनऊ एमएमएफ के गिव विद डिग्निटी™ कैंपेन को शुरू किया। श्रीमती आनंदीबेन ने कहा, ”यह कोविड-19 जैसे चुनौतीपूर्ण समय में लोगों और छोटे किसानों व स्‍थानीय व्‍यवसायों दोनों के लिए की जिम्‍मेदारीपूर्ण सहायता के लिए एक स्‍वागत-योग्‍य एवं अत्‍यावश्‍यक पहल है। मैं मुकुल माधव फाउंडेशन की आभारी हूं जिन्‍होंने लोगों और कोविड-19 के फ्रंटलाइन वॉरियर्स को राहत व सहायता प्रदान करने के लिए सभी सरकारी प्रयासों में लगातार अपना सहयोग दिया और मैं आशा करती हूं कि कई अन्‍य संगठन इस पहल का अनुकरण करेंगे।” नितिन गडकरी, भारत सरकार के राज्‍य सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री, जहाजरानी मंत्री और सूक्ष्‍म, लघु व मध्‍यम उद्यम मंत्री ने अच्‍छी भावना के साथ देश भर के छोटे और मध्‍यम पैमाने के उद्यमों को सहयोग की सोच का समर्थन किया।

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