लखनऊ (लाइवभारत24)। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को प्रदेश में आए श्रमिकों को एक बार फिर बड़ी राहत दी। उन्होंने अपने सरकारी आवास पर 9 लाख 8 हजार 855 श्रमिकों एव कामगारों को आर्थिक सहायता के दूसरे चरण में 90 करोड़ 88 लाख रुपये आनलाइनहस्तांतरित किये। इस अवसर पर उन्होंने आपदा पूर्व चेतावनी तथा राहत प्रबन्धन के लिए वेबबेस्ड एप्लीकेशन्स-‘इन्टीग्रेटेड अर्ली वार्निंग सिस्टम’ तथा ‘आनलाइन बाढ़ कार्य योजनामाॅड्यूल’ एवं ‘आपदा प्रहरी’ एप का लोकार्पण भी किया। गौरतलब है कि प्रथम चरण में13 जून को प्रदेश वापस आए 10 लाख 48 हजार 166 श्रमिकों को 1-1 हजार रुपये कीधनराशि हस्तांतरित की गयी थी।मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान में देश व पूरा विश्व सबसे बड़ी त्रासदी कोविड-19से जूझ रहा है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में पूरा देश कोविड-19 से लड़ रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान सरकार ने सुनिश्चित किया है कि शासन की योजनाओं कालाभ समाज के अन्तिम पायदान पर बैठे व्यक्ति को अवश्य मिले। इसके लिए ही आज एक साथ 9 लाख 8 हजार855 प्रवासी श्रमिकों तथा कामगारों के खाते में 1,000 रुपये की धनराशि भेजी गयी है।उन्होंने राजस्व विभाग की सराहना करते हुए कहा कि राजस्व विभाग ने स्किल मैपिंग कराई जिससे प्रत्येक कामगार एवं श्रमिक को उसकी योग्यता के अनुरूप कार्य उपलब्ध करानेका डाटा तैयार किया है। आज उसी का परिणाम है कि ज्यादातर लोग किसी न किसी उद्योग यागांव में या फिर स्वरोजगार के माध्यम से प्रदेश के विकास में योगदान दे रहे हैं।इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में बड़ी संख्या में स्किल्ड लोगों को उद्योगों में समायोजित किया गया है। वर्तमान में 50 लाख से अधिक लोग उद्योगों में काम कर रहे हैं।वृक्षारोपण कार्यक्रम, तालाब व नदियों के पुनर्जीवन सहित अन्य विकास व निर्माण कार्याेंसे श्रमिकों को जोड़ा गया है, जिससे उत्तर प्रदेश का नवनिर्माण हो रहा है। उन्होंनेकहा कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के माध्यम से प्रत्येक लाभार्थी को 2,000 रुपयेकी धनराशि उपलब्ध करायी गयी है। इसके अलावा, उज्ज्वला योजना के प्रत्येक लाभार्थी कोनिःशुल्क गैस सिलेण्डर देने की व्यवस्था सितम्बर तक कर दी गयी है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि पूरा देश प्रधानमंत्री का आभारी है, जिन्होंने तकनीक काप्रयोग कर भ्रष्टाचार से मुक्ति दिलाने का कार्य किया। आज लाभार्थी के खाते में जोधनराशि अन्तरित की जाती है, वह शत-प्रतिशत उसी के खाते में पहुंचती है। मुख्यमंत्री ने कहा कि मेहनत का कोई विकल्प नहीं होता है। श्रमिकों/कामगारों नेअपने कार्याें से इसे साबित किया है। अब गांव व शहर विकास की प्रक्रिया से जुड़कर तरक्कीकी नई इबारत लिख रहे हैं। अबतक 52 लाख से अधिक लोगों को 1,000 रुपये की धनराशि उपलब्ध करायी जा चुकी है। साथ ही,19 लाख लोग ऐसे हैं, जिन्हें दूसरी बार यह राशि उपलब्ध करायी गयी है।
इसके अलावा मुख्यमंत्री ने आपदा पूर्व चेतावनी तथा राहत प्रबन्धन के लिए  तैयार वेब बेस्ड एप्लीकेशन्सका लोकार्पण करते हुए कहा कि तकनीक के माध्यम से आपदा से होने वाली जनहानि को रोकाजा सकता है। ‘इन्टीगे्रटेड अर्ली वार्निंग सिस्टम’, ‘आपदा प्रहरी’ एप, ‘आनलाइन बाढ़कार्य योजना माॅड्यूल’ तथा आपदाओं से बचाव के लिए जागरूकता अभियान कार्यक्रम के सम्बन्धमें राजस्व विभाग की उपलब्धि के लिए उन्हें धन्यवाद दिया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने जनपद बाराबंकी, लखीमपुर खीरी, हरदोई, उन्नाव तथा फिरोजाबादके लाभार्थियों से वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम से संवाद भी किया। लाभार्थियों ने मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि उन्हें 15 दिन का राशन किट तथा 1,000 रुपये की धनराशिप्राप्त हुई है और राज्य सरकार की योजनाओं में कार्य भी मिला है। इस अवसर पर मुख्य सचिव आर के तिवारी, अपर मुख्य सचिव राजस्व रेणुका कुमार, अपर मुख्य सचिव सूचना एवं गृह अवनीश कुमार अवस्थी, सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

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