नई दिल्ली(लाइवभारत24)। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कोरोना की स्थिति पर मुख्यमंत्रियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मीटिंग कर रहे हैं। मीटिंग में गृह मंत्री अमित शाह और स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्ष वर्धन भी मौजूद हैं। कई राज्यों में कोरोना के केस तेजी से बढ़ रहे हैं, ऐसे में यह मीटिंग अहम है। मीटिंग में दिल्ली, महाराष्ट्र, राजस्थान, केरल और पश्चिम बंगाल जैसे ज्यादा प्रभावित राज्यों में स्थिति कंट्रोल करने को लेकर फोकस रहेगा। देश में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा 91.77 लाख के पार पहुंच चुका है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी मीटिंग में मौजूद हैं। उन्होंने कहा है कि दिल्ली में कोरोना की तीसरी लहर के पीक में 10 नवंबर को 8600 केस आए थे। लेकिन, उसके बाद से संक्रमण के मामलों और पॉजिटिविटी रेट में लगातार कमी आ रही है। तीसरी लहर में प्रदूषण जैसी कई वजहों से भी गंभीरता बढ़ी।
देश में 5 वैक्सीन डेवलपमेंट के एडवांस स्टेज में हैं। इनमें से 4 फेज-2 या फेज-3 में हैं। आज की मीटिंग में वैक्सीन डिस्ट्रीब्यूशन की स्ट्रैटजी पर भी चर्चा की जा रही है। सरकार ने इस बारे में काम शुरू कर दिया है कि कोरोना वैक्सीन बाजार में आने के बाद इसका तेजी से और प्रभावी डिस्ट्रीब्यूशन कैसे किया जाएगा।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने प्रधानमंत्री को बताया कि वे सीरम इंस्टीट्यूट के CEO अदार पूनावाला से लगातार कॉन्टैक्ट में हैं। वैक्सीन डिस्ट्रीब्यूशन समय पर हो सके, इसके लिए टास्क फोर्स भी बनाई गई है।केजरीवाल ने पड़ोसी राज्यों में पराली जलाने से होने वाले प्रदूषण को रोकने के लिए प्रधानमंत्री से दखल देने की मांग की है। साथ ही कोरोना की तीसरी लहर खत्म होने तक केंद्र सरकार के अस्पतालों में 1000 अतिरिक्त ICU बेड रिजर्व रखने की अपील भी की है। मीटिंग में ममता बनर्जी, पश्चिम बंगाल,उद्धव ठाकरे, महाराष्ट्र
अरविंद केजरीवाल, दिल्ली,अशोक गहलोत, राजस्थान,विजय रूपाणी, गुजरात,भूपेश बघेल, छत्तीसगढ़,मनोहर लाल खट्टर, हरियाणा के मुख्यमंत्री शामिल है ।
देश में 25 मार्च को लॉकडाउन लगने के बाद से प्रधानमंत्री की मुख्यमंत्रियों के साथ यह 9वीं बैठक है। पिछली बैठक 23 सितंबर को हुई थी।

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