लखनऊ(लाइव भारत24)। नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (एनपीसीआई) ने आज जानकारी दी कि नेशनल इलेक्ट्रॉनिक टोल कलेक्शन (एनईटीसी) प्रोग्राम के तहत एनईटीसी फास्टैग के ट्रांजेक्शंस की संख्या जुलाई 2020 में 86 मिलियन को पार कर गई है। पिछले दो महीनों की तुलना में इसमें 54 प्रतिशत की तेज उछाल देखी गई। जुलाई 2020 में 1623.30 करोड़ रुपए के साथ 86.26 मिलियन एनईटीसी फास्टैग से संबंधित लेन-देन हुए, जबकि जून 2020 में 1511.93 करोड़ रुपए के 81.92 मिलियन ट्रांजेक्शन हुए। एनपीसीआई की चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर प्रवीणा राय ने कहा, ‘‘शुरुआत से लेकर अब तक सिर्फ 4 साल के भीतर एनईटीसी फास्टैग ने नई ऊंचाइयों को हासिल किया है। एनईटीसी फास्टैग की इंटरऑपरेबिलिटी ने लाखों वाहन मालिकों को टोल प्लाजा पर सहज और सरल अनुभव हासिल करने में मदद की है।

एनपीसीआई में हम ग्राहकों के लिए आवश्यक यात्रा को सुरक्षित बनाने और उन्हें संपर्क रहित, परेशानी रहित और सुविधाजनक टोल भुगतान प्रदान करने का प्रयास करते हैं। हमें विश्वास है कि आने वाले समय में एनईटीसी फास्टैग को और अधिक लोग अपनाएंगे, क्योंकि यह राज्य के राजमार्गों, शहर के टोल प्लाजा और पार्किंग स्थल में भी प्रवेश कर रहा है, जिससे स्थानीय शहरवासियों को डिजिटल संपर्क रहित टोल भुगतान की सुविधा मिल सकेगी।‘‘ हाल ही में एनपीसीआई ने दिल्ली, मुंबई, चेन्नई और बेंगलुरू जैसे प्रमुख शहरों में एनईटीसी फास्टैग के साथ अपने 100 प्रतिशत संपकरहित और इंटरऑपरेबल पार्किंग समाधान के विस्तार की घोषणा की है। जीएमआर हैदराबाद इंटरनेशनल एयरपोर्ट ने यात्रियों को 100 प्रतिशत सुरक्षित पार्किंग भुगतान अनुभव प्रदान करने के लिए एनईटीसी फास्टैग के साथ अपनी तरह की पहली संपर्क रहित कार पार्किंग सुविधा शुरू की ळें एनईटीसी फास्टैग उपयोग करने में बहुत सरल है। यह एक रिलोडेबल टैग है, जिसे वाहन की विंडस्क्रीन पर लगाया जाता है और इसके बाद लिंक किए गए प्रीपेड या बचत खाते से टोल शुल्क की स्वचालित कटौती संभव हो जाती है। उपयोगकर्ता को अपने टैग खाते में किए गए सभी लेनदेन के लिए अपने पंजीकृत मोबाइल नंबर पर एक एसएमएस अलर्ट प्राप्त होता है। एनईटीसी फास्टैग वाले वाहन को यात्रा के दौरान टोल भुगतान के लिए टोल प्लाजा पर रुकने की आवश्यकता नहीं है और इस तरह ईंधन और समय की बचत होती है।

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