लखनऊ(लाइव भारत24)। भारत के सबसे बड़े प्राइवेट बैंकों में से एक, एक्सिस बैंक लिमिटेड पिछले हफ्ते अपने क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशंस प्लेसमेंट (”क्यूआईपी”) के खुलने की घोषणा की। इस क्यूआईपी को खोलने का उद्देश्य फंड जुटाना है ताकि यह विनियामक आवश्यकताओं, अपनी विकास रणनीति, कोविड-19 महामारी से पैदा हुए खतरों को रोकने और सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्यों को पूरा कर सके। बैंक के शेयरधारकों ने 31 जुलाई, 2020 को आयोजित 26वें वार्षिक महासभा में फंड जुटाने के प्रस्ताव का अनुमोदन किया। चुनौतीपूर्ण वृहत-आर्थिक परिवेश के बावजूद, इस क्यूआईपी में वैश्विक एवं घरेलू निवेशकों ने जबरदस्त रूचि दिखलाई है। इन निवेशकों में कई बड़े विदेशी पोर्टफोलियो वाले निवेशक, घरेलू म्युचुअल फंड्स और बीमा कंपनियां शामिल हैं। 10,000 करोड़ रु. के कुल अंतिम ट्रांजेक्शन साइज के साथ इस सौदे का ओवरसब्सक्रिप्शन हुआ। यह क्यूआईपी 420.10 रु. प्रति इक्विटी शेयर के मूल्य पर जारी किया गया। बैंक के 2 रु. अंकित मूल्य के 420.10 रु. प्रति इक्विटी शेयर के क्यूआईपी निर्गमन मूल्य पर बैंक के 2 रु. अंकित मूल्य के 442.19 प्रति इक्विटी शेयर के न्यूनतम मूल्य पर 5 प्रतिशत छूट है, जिसका निर्धारण सेबी आईसीडीआर विनियमनों के विनियम 176(1) के तहत तय प्राइसिंग फॉर्म्यूला पर आधारित है। एक्सिस बैंक के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी, श्री अमिताभ चौधरी ने कहा, ”हमने 10,000 करोड़ रु. के हमारे क्यूआईपी को सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है। हमें वैश्विक और स्थानीय दोनों ही निवेशकों से समान रूप शानदार प्रतिक्रिया मिली है, और मैं एक्सिस बैंक फ्रेंचाइजी में उनके निरंतर भरोसे के लिए उनका आभारी हूं। हमारा मानना है कि अर्थव्यवस्था खुलने के साथ बैंक विकास के सभी संभावित अवसरों का लाभ लेने के लिए तैयार है और यह कोविड-19 महामारी के संकट से पैदा हुई चुनौतियों से लड़ने के लिए मजबूत स्थिति में है। हमें भारतीय अर्थव्यवस्था के मजबूत फंडामेंटल्स पर विश्वास है और विकास, लाभदेयता एवं टिकाऊपन के हमारे विजन के आधार पर, हम हमारे ग्राहकों, हितभागियों व निवेशकों को शानदार मूल्य प्रदान करते रहेंगे।”
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