लखनऊ(लाइवभारत24)। सूबे के मुखिया इन दिनों प्रदेश में बढ़ रहे कोरोना ग्राफ से खासे चिंतित है। इसे लेकर ही अब उन्होंने लोगो को बीमारी ना छुपाने की अपील भी की है।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि बड़ी संख्यामें कोविड-19 के लक्षण रहित संक्रमित लोग बीमारी को छुपा रहे हैं, जिससे संक्रमण बढ़सकता है। इसको लेकर राज्य सरकार एक निर्धारित प्रोटोकॉल के अधीन शर्तों के साथ होम आइसोलेशन की अनुमति देगी। रोगी और उसके परिवार को होम आइसोलेशन के प्रोटोकॉल कापालन करना अनिवार्य होगा। हालांकि राज्य सरकार के पास कोविड हॉस्पिटल में पर्याप्त संख्या में कोविड बेड्स मौजूद हैं।
मुख्यमंत्री सोमवार को अपने सरकारी आवास पर नियमित हो रही टीम इलेवन की बैठकमें अनलॉक व्यवस्था की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि इस व्यवस्था को लागू करनेके साथ-साथ लोगों को कोविड-19 से बचाव के बारे में सतत जागरूक किया जाए। इस सम्बन्धमें एक व्यापक जागरूकता अभियान संचालित किया जाए। जागरूकता अभियान में प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिकव सोशल मीडिया सहित बैनर, होर्डिंग, पोस्टर तथा पब्लिक एड्रेस सिस्टम का उपयोग कियाजाए। उन्होंने मास्क के अनिवार्य रूप से उपयोग तथा सोशल डिस्टेंसिंग का कड़ाई से पालनकराए जाने के निर्देश भी दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि बेहतर इम्युनिटी कोविड-19 से बचाव के लिएजरूरी है। इस सम्बन्ध में भी जनता को जागरूक किए जाने के निर्देश देते हुए उन्होंनेकहा कि लोगों को ‘आरोग्य सेतु’ एप तथा ‘आयुष कवच-कोविड’ एप को डाउनलोड करने के लिएप्रोत्साहित किया जाए। जनता को यह भी बताया जाए कि ‘आयुष कवच-कोविड’ एप में प्रदानकी गई जानकारी को अपनाकर इम्युनिटी में वृद्धि की जा सकती है। मुख्यमंत्री ने कहा किडोर-टू-डोर सर्वे एक आवश्यक प्रक्रिया है, जिसके अन्तर्गत मेडिकल स्क्रीनिंग के माध्यमसे कोविड-19 के रोगियों को चिन्हित करने में बड़ी सहायता मिल रही है। उन्होंने इस कार्यको सतत जारी रखे जाने के निर्देश देते हुए कहा कि कोरोना की दृष्टि से संदिग्ध पाएगए व्यक्तियों की रैपिड एन्टीजन टेस्ट के द्वारा जांच की जाए। उन्होंने कहा कि चिकित्साव्यवस्था को सुदृढ़ करने के सम्बन्ध में जनपद स्तर पर आईएमए तथा नर्सिंग एसोसिएशनके पदाधिकारियों के साथ बैठक की जाए।

अधिक संक्रमित जिलों में भेजे टीम 
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि कोविड-19 से होने वाली मृत्यु कीदर को न्यूनतम स्तर पर लाने के लिए स्वास्थ्य विभाग तथा चिकित्सा शिक्षा विभाग प्रभावीकार्यवाही करें। संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग प्रत्येक दशामें की जाए। उन्होंने जनपद लखनऊ, कानपुर नगर, बस्ती, प्रयागराज, बरेली, गोरखपुर, बलिया,झांसी, मुरादाबाद एवं वाराणसी में चिकित्सकों की विशेष टीम भेजने के लिए स्वास्थ्यविभाग तथा चिकित्सा शिक्षा विभाग को निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि इन जनपदों केनोडल अधिकारी भी टीम के साथ रहेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड अस्पतालों में सभीआवश्यक सुविधाएं सुनिश्चित की जाएं। एल-1 कोविड चिकित्सालय में ऑक्सीजन तथा एल-2 कोविडअस्पताल में ऑक्सीजन के साथ वेंटिलेटर की व्यवस्था रहनी चाहिए। कोविड तथा नॉन कोविडचिकित्सालयों के लिए पृथक-पृथक एम्बुलेंस की व्यवस्था होनी चाहिए। उन्होंने कहा किसभी अस्पतालों में साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि चिकित्सकनियमित रूप से राउण्ड लें तथा पैरामेडिक्स रोगियों की मॉनिटरिंग करें।

सफल रहा स्वच्छता एवं सैनिटाइजेशन अभियान
उन्होंने चिकित्साकर्मियों को मेडिकल इन्फेक्शन से सुरक्षित रखनेके लिए इनके ट्रेनिंग कार्य को लगातार संचालित किए जाने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्रीने गत शनिवार एवं रविवार को प्रदेश में संचालित विशेष स्वच्छता एवं सैनिटाइजेशन अभियानमें किए गए कार्यों की जानकारी प्राप्त की। इस सम्बन्ध मेंं उन्हें अवगत कराया गयाकि यह कार्यक्रम अत्यन्त सफल रहा। इस दौरान ग्रामीण तथा शहरी क्षेत्रों में स्वच्छता,सैनिटाइजेशन के कार्यों के साथ-साथ फॉगिंग तथा एन्टी लार्वा रसायनों का व्यापक स्तरपर छिड़काव कराया गया। इस अवसर पर चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना, स्वास्थ्य मंत्रीजय प्रताप सिंह, स्वास्थ्य राज्य मंत्री अतुल गर्ग, मुख्य सचिव आर0के0 तिवारी एवं अन्यअधिकारी मौजूद रहे।

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