लखनऊ(लाइवभारत24)। फिरोज गाँधी इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी संस्थान के कम्यूटर ऍप्लिकेशन्स विभाग द्वारा कोविड 19 में इंटरनेट पर बढ़ती निर्भरता से उभरते साइबर अपराध पर राष्ट्रीय वेबिनार का आयोजन किया गया।
आज शिक्षा व्यवस्था पूरी तरह ऑनलाइन आधारित हो गयी है। प्राथमिक स्तर से लेकर उच्च शिक्षा तक या कोई भी कार्य के लिये हम सभी ऑनलाइन कार्य की उपयोगिता पर बल दे रहे हैं। बड़े पैमाने पर सोशल नेटवर्किंग साइट्स का उपयोग करने वाली जनसंख्या साइबर अपराध के खतरों से अनजान है।

इसी सन्दर्भ में फिरोज गाँधी इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी संस्थान के कंप्यूटर एप्लीकेशन डिपार्टमेंट के असिस्टेंट प्रोफेसर राजेश सिंह द्वारा राष्ट्रीय वेबिनार का आयोजन किया गया जिसमे डिजिटल प्लेटफॉर्म के माध्यम से देश-विदेश से करीब 1800 प्रोफेसर,स्टूडेंट्स, इंडस्ट्री पर्सन एक साथ जुड़े।  कार्यक्रम में साइबर क्राइम एडवाइजर उत्तर प्रदेश पुलिस राहुल मिश्रा  ने मोबाइल एप्लीकेशन और इंटरनेट से होने वाली ठगी के तरीको और उससे बचने के उपाय पे चर्चा की। वेबिनार के संयोजक राजेश सिंह जी ने बताया की भारत इंटरनेट का दूसरा सबसे बड़ा उपयोगकर्ता है कोरोनो वायरस संक्रमण अवधि में प्रत्येक कार्यों की उपादेयता हेतु इंटरनेट पर निर्भरता बढ़ी है अतः इस समय सुरक्षित होकर साइबर अपराधी से बचकर हमे अपने कार्यों को आयाम देने हैं । साइबर अपराध की अद्यतन जानकारी से ही हम अपने आप को सुरक्षित रख सकते हैं । इस प्रोग्राम का मुख्य उद्देश्य भारतीय नागरिको को जागरूक करना था जिससे साइबर अपराध की संख्या को कम किया जा सके।
१ अनावश्यक एप्लीकेशन डाउनलोड करने से बचे।
२ अपने डेबिट कार्ड के पीछे ३ अंको की cvv no. को नोट करले और उसे डेबिट कार्ड से इरेस कर दे।
३ मॉर्फिंग से बचने के लिए लो रेसोलुशन फोटो का उपयोग करे।
४ सोशल नेटवर्किंग साइट्स का उपयोग बहुत ही सावधानी से करे क्योंकि विभिन्न सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर लोग अपनी व्यक्तिगत जानकारियाँ साझा करते हैं, जिससे हैकर्स इन सोशल नेटवर्किंग एकाउंट्स को आसानी से हैक कर लेते हैं और फिर प्राप्त सूचना का दुरुपयोग करते हैं। इनमें से कुछ अपराधों में साइबर उत्पीड़न और साइबर स्टॉकिंग, चाइल्ड पोर्नोग्राफी का वितरण, विभिन्न प्रकार के स्पूफिंग, क्रेडिट कार्ड धोखाधड़ी, मानव तस्करी आदि शामिल है।
5. वीडियो फेसबुक पेज fgietmca2008 पर उपलब्ध है।

वेबिनार के संयोजक राजेश कुमार सिंह ने संस्थान के डायरेक्टर प्रो. डॉ .आर. पी. शर्मा, वक्ता राहुल मिश्रा, सुधांशु, अगम सक्सेना जी, मॉडरेटर अपुर्वा अन्य शिक्षकों अमित सिंह, राकेश मिश्रा, डॉ. शालिनी सिंह,प्रवेशनारायण,राजीव वर्मा, डॉ. सज्जनलाल,नुपाराम चौहान,अमित पोरवाल का आभार व्यक्त किया।

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