लखनऊ (लाइवभारत24)। उत्तर प्रदेश के न्याय मंत्री ब्रजेश पाठक ने राजधानी में बढ़ते हुए कोविड-19 के संक्रमण को कम करने के लिए सोमवार को एक महत्वपूर्ण बैठक की जिसमे उन्होंने डोर-टू-डोरसर्वे, कान्टेक्ट ट्रेसिंग तथा लगातार ध्यान दिए जाने पर जोर देते हुए मुख्य चिकित्सा अधिकारी लखनऊ को तत्काल आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने कहा कि सीएमओ कार्यालय में स्थापित कन्ट्रोल रूम को और क्रियाशील बनाया जाए तथा किसी कर्मचारी की नियमित ड्यूटी लगाई जाय ताकि आने वाले काॅल को तत्काल उठाएं तथा उसका समुचित उत्तर दे। विधि एव न्याय मंत्री पाठक ने सोमवार को विधान भवन स्थित अपने कार्यालय में पुलिस कमिश्नर लखनऊ, जिलाधिकारी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी तथा नगर आयुक्त, नगर निगम, लखनऊ के साथ बैठककर यह सभी निर्देश दिए। उन्होंने सीएमओ लखनऊ को निर्देश दिये कि वे स्वयं कोविड-19 अस्पतालों काप्रतिदिन भ्रमण करें और वहां उपलब्ध सुविधाओं का मूल्यांकन करें। यदि कोई कमी पायी जाती है तो उसका तत्काल निस्तारण  करते हुए आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चित कराएं। उन्होंने मरीजों के खान-पान की व्यवस्था, सफाई एवं दवाओं की उपलब्धता बनाये रखने की हिदायत भी दी है। विधायी एवं न्याय मंत्री ने बैठक में यह भी निर्देश दिये कि संक्रमित मरीजों की सूचना मिलते ही उसका पता लगाकर शीघ्र ही कोविड-19 अस्पताल में भर्ती कराए। उन्होंने यह भी कहा कि सीएमओ आफिस आईटी सेक्शन को और अधिक प्रभावी बनाया जाए। इसके साथ ही कोरोना सेम्पल के कन्साइन्मेंट को यथाशीघ्र आवंटित किया जाएजिससे जांच जल्दी हो सके। उन्होंने पैरामेडिकल स्टाफ की कमी दूर करने तथा एम्बुलेंसएवं बेड की संख्या बढ़ाने के निर्देश दिये। इसके अलावा बलरामपुर अस्पताल को कोविड-19अस्पताल घोषित करने का सुझाव दिया है ।इसके साथ ही पाठक ने नगर आयुक्त को पूरे लखनऊ को सेनेटाइज कराने का निर्देश दिया है। इसके साथ ही सभी वार्डों की साफ-सफाई पर विशेष बल देते हुए नियमित रूप सेसफाई कराने का निर्देश दिया है ताकि कोरोना संक्रमण को रोका जा सके। उन्होंने नगर आयुक्तसे कहा कि लखनऊ के सभी वार्डों के पार्षदों से एक बैठक कर उनके वार्डों में जो व्यक्ति कोरोना से पीड़ित हो उनकी सूचना तत्काल उपलब्ध कराएं ताकि उनका उपचार शीघ्रता से हो सके।

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