लखनऊ(लाइवभारत24)। कृषि उत्पादन आयुक्त,आलोक सिन्हा ने राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अपर मिशन निदेशक, आईएएस हीरा लाल को ‘रजत की बूंदे राष्ट्रीय जल पुरस्कार’ अपने कार्यालय कक्ष के सभागार में दिया। कृषि उत्पादन आयुक्त ने बताया कि नीर फाउंडेशन द्वारा दिया जाने वाला यह पुरस्कार जल एवं पर्यावरण के क्षेत्र में खास योगदान के लिए प्रतिवर्ष प्रदान किया जाता है। उन्होंने कहा कि श्री हीरा लाल को यह पुरस्कार बांदा का जिला अधिकारी रहते हुये पारम्पिरिक जल श्रोतों के उन्नयन एवं पानी के प्रति जन-जागरूकता फैलाने के लिये दिया गया है। हीरा लाल के अलावा पर्यावरण, प्रदूषण एवं जल संकट जैसी समस्याओं के समाधान की दिशा में उल्लेखनीय योगदान के लिये अतुल पटेरिया (दैनिक जागरण, नई दिल्ली), नीलम दिक्षित (महाराष्ट्र), सन्त बलवीर सिंह, सींचेवाल (पंजाब), शिवपूजन अवस्थी (मध्य प्रदेश), विनोद कुमार मेलाना (राजस्थान) एवं   उमा शंकर पाण्ड़ेय (उत्तर प्रदेश) को भी दिया गया है।

हीरा लाल ने पुरस्कार प्राप्त करने के बाद कहा कि जिस प्रकार से वर्ष प्रति वर्ष जल संकट गहराता जा रहा है, सतही व भू-जल प्रदूषित हो रहा है तथा छोटी व बरसाती नदियाँ प्रदूषण का शिकार हो चुकी हैं तथा मरणासन्न हैं। यह भविष्य के लिये अच्छा संकेत नहीं है। जल को संरक्षित करने, प्राकृतिक जल संरचनाओं को संवारने, प्रदूषण की समस्या से निजात दिलाने तथा नदियों को पुनर्जीवित करने के प्रयासों को और भी गतिशील बनाये जाने की जरूरत है।

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ जी के नेतृत्व में राज्य सरकार ने इस दिशा में सराहनीय काम किये हैं जिसमें से बुन्देलखण्ड के हर घर में नल से जल जैसी योजना प्रमुख है। सरकार के इन प्रयासों में जन भागीदारी बढ़ाये जाने की प्रबल जरूरत है।

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