• मैरिंगो सिम्स अस्पताल ने स्ट्रोक के उपचार पर न्यूरोलॉजिस्ट को प्रशिक्षित करने के लिए पूरे भारत में स्ट्रोकोलॉजिस्ट प्रोग्राम शुरू किया था।
• मैरिंगो सिम्स अस्पताल पश्चिमी भारत में स्ट्रोक देखभाल और मरीज़ सुरक्षा के लिए एक अग्रणी केंद्र है

कानपुर (लाइवभारत24): मैरिंगो एशिया हॉस्पिटल्स और क्वालिटी एवं एक्रिडिटेशन इंस्टीट्यूट (क्यूएआई) ने मैरिंगो सिम्स अस्पताल में अत्याधुनिक ‘सेंटर ऑफ़ एक्सीलेंस इन क्वॉलिटी एंड पेशेंट सेफ्टी इन स्ट्रोक केयर’ स्थापित करने के लिए हाथ मिलाया है। इस साझेदारी का उद्देश्य स्ट्रोक देखभाल उपचार को बढ़ाना है, साथ ही अहमदाबाद एवं गुजरात राज्य मे स्वास्थ्य सेवा प्रणाली को मजबूत करने पर ध्यान केंद्रित करेगा। इस साझेदारी के लिए मेमोरेंडम ऑफ़ अंडरस्टैंडिंग (एमओयू) मैरिंगो एशिया हॉस्पिटल्स के मेनेजिंग डायरेक्टर और ग्रुप CEO डॉ. राजीव सिंघल और क्वॉलिटी एवं एक्रिडिटेशन इंस्टीट्यूट (क्यूएआई) के चीफ एक्सिक्यूटिव ऑफिसर डॉ. बी के राणा द्वारा किया गया था ।
क्यूएआई की स्थापना एक शैक्षिक, ट्रेनिंग, गुणवत्ता सुधार और मान्यता/प्रमाणीकरण को स्थापित करने के लिए की गई थी, जिसमें गुणवत्ता के किसी भी पहलू में शामिल प्रोफेशनल्स और ऑर्गेनाइज़ेशन के स्टेक होल्डर्स के लिए अपनी विशेषज्ञता और ज्ञान साझा करने के लिए एक मंच तैयार करना था। क्यूएआई के भीतर कार्यक्षेत्रों में सेंटर फॉर एक्रिडिटेशन ऑफ़ हेल्थ एन्ड सोशल केयर (CAHSC) है, जो स्वास्थ्य और सामाजिक देखभाल के क्षेत्र में मान्यता/प्रमाणन गतिविधियों की देखरेख करता है।
एमओयू का प्राथमिक लक्ष्य छोटे अस्पतालों को जोड़कर प्रायमरी स्ट्रोक केंद्रों का एक नेटवर्क स्थापित करना है।

डॉ राजीव सिंघल, मेनेज़िग डायरेक्टर और ग्रुप सीईओ, मैरिंगो एशिया हॉस्पिटल्स कहते हैं, “स्ट्रोक मैनेजमेंट के महत्वपूर्ण क्षेत्र में, उत्कृष्टता प्राप्त करना एक समर्पित जिम्मेदारी है। मैरिंगो सिम्स अस्पताल में न्यूरोसाइंसेज में एडवांस उत्कृष्टता केंद्र ने स्ट्रोक मैनेजमेंट में लगातार अद्वितीय मरीज़ देखभाल प्रदान की है। स्ट्रोक देखभाल के सारवार को बढ़ाने के लिए, अस्पताल ने गुजरात और उसके बाहर न्यूरोलॉजिस्ट के लिए स्ट्रोकोलॉजिस्ट कार्यक्रम शुरू किया। इस साझेदारी के माध्यम से, हमारा उद्देश्य एडवांस स्ट्रोक केंद्रों और प्रायमरी स्ट्रोक केंद्रों को शामिल करते हुए एक हब एंड स्पोक मॉडल स्थापित करना है। हम ‘स्ट्रोक मरीजों के क्लिनिकल मैनेजमेंट’ में प्रशिक्षण प्रदान करके और ‘मान्यता मानकों’ का अनुपालन सुनिश्चित करके इन केंद्रों में स्ट्रोक टीमों की क्षमता निर्माण में सक्रिय रूप से जुड़े हुए हैं। यह सुनिश्चित करता है कि स्ट्रोक के प्रभाव को कम करने के लिए स्ट्रोक से प्रभावित मरीजों को ‘गोल्डन ऑवर’ के भीतर सही उपचार दिया जाए क्योंकि “हर जीवन मायने रखता है, हर मिनट मायने रखती है”।
क्वॉलिटी अवं एक्रीडिटेशन इंस्टीट्यूट (QAI ) के चीफ एक्सिक्यूटिव ऑफिसर डॉ. बी के राणा कहते हैं, ”मुझे मैरिंगो सिम्स अस्पताल में ‘सेंटर ऑफ़ एक्सेलन्स इन क्वॉलिटी & पेशंट सेफ्टी इन स्ट्रोक केर ‘ स्थापित करने की घोषणा करते हुए खुशी हो रही है। मल्टीमॉडल स्ट्रेटेजी का उपयोग करके स्ट्रोक देखभाल में गुणवत्ता और मरीज़ सुरक्षा में सुधार की दिशा में काम करने के लिए मैरिंगो सिम्स अस्पताल के साथ साझेदारी करना QAI के लिए गर्व का क्षण है। एक्रीडिटेशन बॉडी और हेल्थकेयर सेवा प्रदाता के बीच यह अपनी तरह का अनूठा सहयोग है जो मानक स्थापित करेगा और नॉन-कम्युनिकेबल रोगों पर सरकार की नीति का समर्थन करने के लिए अधिक सहयोग को प्रोत्साहित करेगा। इस पहल का उद्देश्य स्ट्रोक में बेहतर नैदानिक परिणाम प्राप्त करना, केपेसिटी बिल्डिंग एवं सक्षम स्ट्रोक केंद्रों का एक नेटवर्क स्थापित करना है।

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