चंडीगढ़ (लाइवभारत24)। भाजपा प्रवक्ता तजिंदर पाल सिंह बग्गा को देर शाम मेडिकल चेकअप के लिए दिन दयाल उपाध्याय अस्पताल लाया गया। इससे पहले बग्गा को हरियाणा पुलिस ने दिल्ली पुलिस को सौंप दिया है। बग्गा को पंजाब पुलिस ने शुक्रवार सुबह दिल्ली से गिरफ्तार किया था। बग्गा को मोहाली कोर्ट में पेश करने के लिए पंजाब लाया जा रहा था। आधे रास्ते में पंजाब पुलिस की गाड़ी को हरियाणा पुलिस ने कुरुक्षेत्र में रोक लिया। उधर, भाजपा कार्यकर्ता आम आदमी पार्टी के दफ्तर के बाहर जोरदार प्रदर्शन किया। वे बैरिकेड्स लांघकर आप के दफ्तर में घुसने की कोशिश कर रहे थे। मामले पर हरियाणा के गृहमंत्री अनिल विज ने कहा कि आम आदमी पार्टी के लिए पंजाब एक टॉर्चर हाऊस बन गया है क्योंकि अगर कोई केस है तो दिल्ली में भी पुलिस व्यवस्था है। दिल्ली में भी तो केस दर्ज किया जा सकता है। सारे केस पंजाब में क्यों दर्ज करवाया जा रहा है?
इससे पहले विज ने पुलिस कार्रवाई पर कहा-जानकारी मिली थी कि तजिंदर बग्गा नाम के एक व्यक्ति का अपहरण करके पंजाब की तरफ ले जाया जा रहा है, उसको रोका जाए। हमने गाड़ी को रोका और दिल्ली पुलिस के हवाले कर दिया।
दिल्ली पुलिस द्वारा बग्गा को साथ में ले जाने के खिलाफ पंजाब सरकार ने हाईकोर्ट में पिटीशन दायर कर दी है। सुनवाई के दौरान पंजाब सरकार ने मांग की कि बग्गा को दिल्ली जाने से रोका जाए। उसे हरियाणा में ही रखा जाए। हाईकोर्ट ने उनकी यह मांग ठुकरा दी। दिल्ली और हरियाणा पुलिस ने पंजाब पुलिस के किसी भी अफसर को डिटेन करने से इनकार किया। इस मामले में हाईकोर्ट ने आज शाम तक दोनों को ऐफिडेविट फाइल करने के लिए कहा है।
पंजाब सरकार ने हरियाणा पर गलत तरीके से पंजाब पुलिस को रोकने की बात कही, जिसके जवाब में हरियाणा सरकार ने कहा कि दिल्ली पुलिस के पास दिल्ली कोर्ट का बग्गा को तलाशने का सर्च वारंट था। उनके मैसेज के बाद ही बग्गा और पंजाब पुलिस को कुरुक्षेत्र में रोका गया। इसी आधार पर उन्हें रोका गया। दिल्ली पुलिस का कहना था कि दिल्ली कोर्ट ने बग्गा को तलाशने का सर्च वारंट जारी किया। जिसके बाद कोर्ट को बताया गया कि बग्गा की लोकेशन हरियाणा के कुरुक्षेत्र में थानेसर की आ रही है। दिल्ली पुलिस के वकील ने कहा कि साढ़े 8 बजे जनकपुरी थाने में किडनैपिंग का केस दर्ज हुआ। पुलिस वाले सादी वर्दी में आए और जबरन अंदर घुसकर बग्गा को उठा ले गए। पुलिस ने किडनैपिंग का केस दर्ज कर दिल्ली कोर्ट से सर्च वारंट लिया। कोर्ट ने बग्गा को ढूंढ कोर्ट में पेश करने को कहा। उसे हमने हरियाणा पुलिस को भेजा। जिसके बाद कुरुक्षेत्र में सर्च वारंट को लागू किया। हमने किसी को डिटेन नहीं किया है। पंजाब पुलिस के कर्मचारी अपनी मर्जी से दिल्ली के थाने में बैठे हैं। दिल्ली पुलिस को पता नहीं था कि बग्गा को क्यों गिरफ्तार किया गया है। पंजाब के एडवोकेट जनरल अनमोल रतन सिद्धू ने कहा कि बग्गा के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। उसकी याचिका पर कोई स्टे नहीं हुआ। बग्गा ने अग्रिम जमानत भी नहीं ली। हमने दिल्ली पुलिस को सूचना दी थी लेकिन जानबूझकर उसे रिकॉर्ड नहीं किया गया। दिल्ली पुलिस के साथ मिलकर हरियाणा पुलिस पंजाब पुलिस के 3 SP और एक IG को पुलिस थाने ले गए। पंजाब पुलिस के अफसरों को डिटेन किया गया। दिल्ली पुलिस हमारी लीगल कस्टडी से बग्गा को छुड़ाकर ले गई। अब पंजाब पुलिस दिल्ली कोर्ट में जाकर बग्गा हमारी लीगल कस्टडी में था। उसे कस्टडी में लेकर आएंगे। हरियाणा पुलिस के वकील चेतन मित्तल ने कहा कि सादे कपड़े में आतंकवादी की तरह बग्गा को पकड़ा गया। दिल्ली पुलिस से जो सर्च वारंट भेजा गया, उसे लागू किया गया। हाईकोर्ट में पंजाब पुलिस कहीं यह नहीं बता सकी कि वह दिल्ली गए तो इस बारे में दिल्ली पुलिस को सूचना कैसे दी गई?। उसका कोई रिकॉर्ड पेश नहीं कर सकी। उन्होंने कहा कि हरियाणा पुलिस ने पंजाब पुलिस के किसी भी अफसर या कर्मचारी को डिटेन नहीं किया।
दिल्ली पुलिस ने तजिंदर बग्गा मामले में पंजाब पुलिस पर 2 केस दर्ज किए हैं। पंजाब पुलिस के वकील आरके राठौर ने बताया कि पहला केस किडनैपिंग का दर्ज किया गया है। दूसरा केस बग्गा के पिता के बयान पर मारपीट का दर्ज किया गया है। पंजाब पुलिस के DSP समेत 4 कर्मचारियों को दिल्ली पुलिस ने डिटेन किया गया है।
बग्गा पर फिल्म कश्मीर फाइल्स को लेकर दिल्ली के CM अरविंद केजरीवाल पर विवादित टिप्पणी करने का आरोप है। पंजाब पुलिस ने बग्गा को जांच में शामिल होने का नोटिस दिया था, लेकिन वे इसके लिए नहीं पहुंचे थे।
मोहाली के DSP सुखनाज सिंह का कहना है कि तजिंदर बग्गा को 5 बार ऑन रिकॉर्ड नोटिस भेजकर जांच जॉइन करने को कहा था। हर बार यह टाल रहे थे। कोर्ट के आदेश के हिसाब से हमने पहले बग्गा को नोटिस दिया था। जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार किया गया। इस बारे में दिल्ली पुलिस के SHO को भी सूचना दी थी। गिरफ्तारी के लिए जब एक पार्टी बग्गा के घर पहुंची तो उसके बराबर दूसरी पार्टी पुलिस थाने पहुंची थी। इसके अलावा कंट्रोल रूम में भी सूचना दी थी। इसकी रिकॉर्डिंग भी हमारे पास मौजूद है। गिरफ्तारी की प्रक्रिया की हमने वीडियोग्राफी करवाई है।