लखनऊ(लाइवभारत24)। एमजॉन इण्डिया ने आज घोशणा की है कि दुनिया भर में अपने उपभोक्ताओं को शॉपिंग का अनुभव प्रदान करते रहने के लिए कंपनी ने अपने कस्टमर सर्विस संगठनों में सीजनल रोजगार के तकरीबन 20000 अवसर उत्पन्न किए हैं। ये नए अवसर लखनऊ सहित हैदराबाद, पुणे, कोयम्बटूर, नोएडा, कोलकाता, जयपुर, चण्डीगढ़, मैंगलोर, इंदौर, भोपाल में उपलब्ध कराए गए हैं। ज्यादातर पद एमजॉन के ‘वर्चुअल कस्टमर सर्विस प्रोग्राम का हिस्सा हैं जो वर्क-फ्रॉम-होम के लिए प्रत्यास्थ विकल्प पेश करता है। नए पदों पर नियुक्त एसोसिएट्स उपभोक्ताओं की जरूरतें पूरी करने में मदद करेंगे, उन्हें विभिन्न माध्यमों जैसे ईमेल, चौट, सोशल मीडिया एवं फोन के जरिए व्यक्तिगत एवं उत्कृष्ट अनुभव प्रदान करेंगे। इन पदों पर नियुक्ति के लिए जरूरी है कि उम्मीदवार कम से कम 12वीं कक्षा पास हो और अंग्रेजी, हिंदी, तमिल, तेलुगु या कन्नड भाषा में निपुण हो। अक्षय प्रभु, डायरेक्टर- कस्टमर सर्विस, एमजॉन इण्डिया ने कहा पिछले कुछ महीनों में हमने अपने सीएएस एसोसिएट्स की सुरक्षा को अधिक महत्व दिया है और हम उपभोक्ताओं की जरूरतों को पूरा करने के लिए तत्पर हैं। ये नए सीजनल पद उम्मीदवारों को इस अनिश्चित समय में रोजगार एवं आजीविका के साधन उपलब्ध कराएंगे। एमजॉन कस्टमर सर्विस के लिए अनुकूल वातावरण के निर्माण में निवेश कर रहा है, और विकास के अवसर उपलबध करा रहा है। उम्मीदवार के परफोर्मेन्स तथा कारोबार की आवश्यकताओं के अनुरूप कुछ मौजूदा अस्थायी पदों को साल के अंत तक स्थायी पदों में बदला जा सकता है। हम उपभोक्ताओं की बढ़ती जरूरतों के अनुरूप कस्टमर सर्विस संगठनों में हायरिंग संबंधी जरूरतों का मून्ल्यांकन कर रहे हैं। हमारा अनुमान है कि भारत एवं दुनिया भर में छुटिट्यों के सीजन में अगले छह महीनों में कस्टमर टै्रफिक बढ़ेगा। हमसे जुडऩे वाले नए एसोसिएट्स हमारे वर्चुअल कस्टमर सर्विस प्रोग्राम के जरिए घर एवं अघॅघ्फिस से काम करेंगे तथा उपभोक्ताओं की जरूरतों को पूरा करने एवं उन्हें उत्कृष्ट अनुभव प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। इसी साल, एमजॉन ने घोषणा की थी कि यह टेक्नोलॉजी, इन्फ्रास्ट्रक्चर एवं लॉजिस्टिक्स नेटवर्क में सतत निवेश के द्वारा 2025 तक एक मिलियन से अधिक नई नौकरियां उत्पन्न करने की योजना बना रहा है। विभिन्न क्षेत्रों जैसे सूचना प्रोद्यौगिकी, कौशल विकास, कन्टेन्ट निर्माण, रीटेल, लॉजिस्टिक्स एवं निर्माण के क्षेत्र में उत्पन्न ये नौकरियां प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष दोनों तरह की होंगी। इसके अलावा एमजॉन के निवेश के चलते पिछले सात सालों में भारत में 700,000 नौकरियों के अवसर उत्पन्न हुए हैं।