लखनऊ (लाइवभारत24)। देश अपनायें सहयोग फाउंडेशन और प्रजा फाउंडेशन ने भारत के 72वें गणतंत्र दिवस के उपलक्ष्य में अंतर-विद्यालयीय प्रतियोगिता, ‘प्रजातंत्र‘ का आयोजन किया। ऑनलाइन आयोजित किये गये ग्रैंड फिनाले में चिल्ड्रेन्स एकेडमी, ठाकुर कॉम्पलेक्स, मुंबई 44 अंकों के सर्वोच्च स्कोर के साथ विजेता रहा। विजेता टीम के छात्रों में तान्वी कामत, राहिल गांधी, गौरी ठाकुर, पलाश जाधव, रिया गोडबोले, प्राप्ति जानी, अद्विक गोरे और सैली नारवेकर और उनकी नेतृत्वकर्ता शिक्षिका, जाह्नवी शांघवी शामिल रहे। नालंदा पब्लिक स्कूल, मुलुंद, मुंबई 43 अंकों के साथ प्रथम उप-विजेता रहा। टीम के सदस्यों में अथर्व कार्णिक, आकाश बोर्जी, अमेया परब, सोहम डेंगरा, दिव्या गोपलानी, अद्वय बापट, सोहम थोराट, चार्वी याधव और उनकी नेतृत्वकर्ता शिक्षिका नेहा ओज़ा शामिल रहे। दिल्ली प्राइवेट स्कूल, दुबई 38 अंकों के साथ द्वितीय उप-विजेता रहा। इसकी टीम के सदस्यों में आलिया अरोड़ा, तनीषा कनागरजेउ, दीवा राजपुरोहित, सना फातिमा, आशा लता साखामुरी, माइकेल बॉनी, अनुभव मिश्रा, हार्ड केतन कुमार भूत और टीचर अश्कर एम शामिल रहे। पूरे भारत के 27 स्कूलों ने प्रतियोगिता के ज़ोनल राउंड्स में हिस्सा लिये। स्कूलों की टीमों ने कुछ मानकों के आधार पर भारत की दो अन्य देशों के साथ तुलना की और उनके साथ साझा किये गये सात सवालों के बारे में अपने विचार व दृष्टिकोण रखें। टीमों का मूल्यांकन, उनकी शोध, विश्लेषण एवं विचारों की गुणवत्ता, मुख्य अतिथि के सवालों का उनके द्वारा दिये गये उत्तर, और समय-सीमा के पालन जैसे मानकों पर किया गया। एसोसिएशन ऑफ डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स के सह-संस्थापक व न्यासी और आईआईएम अहमदाबाद के प्रभारी निदेशक, श्री जगदीप छोकर बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित थे। उन्होंने कहा, ”मुझे इस बात की खुशी हुई कि कंटेस्ट में भाग लेने वाले हर समूह ने लोकतंत्र को आकार देने में नागरिकों के योगदान के महत्व को रेखांकित किया। हमें इस बात को स्वीकार करना होगा कि देश में हमें जो कुछ भी गलत होते दिखता है उसके लिए हम जिम्मेवार हैं। हमें तय करना होगा कि हम हमारे राष्ट्र और समाज को बेहतर बनाने के लिए क्या कर सकते हैं। फिर हमें अपने आसपास के कुछ लोगों को नागरिकता की अवधारणा को गंभीरता से समझाने और उन्हें अधिक सक्रिय, सजग और जिम्मेदार नागरिक बनने के लिए प्रेरित करना होगा।‘