लखनऊ (लाइवभारत24)।   आरएसएच ग्लोबल के चेयरमैन श्री सुनील अग्रवाल कहते हैं, ‘‘पैकेज्ड फूड, रेडी टू ईट प्रोडक्ट्स, सैनिटाइजर और कीटाणुनाशक जैसे व्यक्तिगत स्वच्छता से संबंधित उत्पाद – ये कुछ ऐसे प्रोडक्ट्स हैं,  जिन्होंने महामारी के दौरान बेहतर प्रदर्शन किया। एफएमसीजी सैक्टर ने यह साबित कर दिया है कि वह उपभोक्ताओं के बदलते व्यवहार के अनुकूल खुद को ढालने में सक्षम है। महामारी के दौर में कंपनियों ने प्रोडक्ट्स को लेकर इनोवेशन किए और नए प्रोडक्ट्स बाजार में उतारे। इस साल बजट का पूरा फोकस स्वास्थ्य सेवाओं पर होगा, लेकिन साथ ही अन्य उद्योगों को भी बढ़ावा देने की आवश्यकता होगी। उद्यमों को प्रोत्साहन प्रदान करने के लिए सरकारी खर्च में वृद्धि से बाजार में  पुनरुद्धार संभव हो पाएगा। आयकर स्लैब में कमी से उपभोक्ताओं के हाथों में अधिक आमदनी होगी, जिससे खपत में तेजी आ सकती है। हम उम्मीद करते हैं कि बजट 2021 से उपभोक्ताओं के सेंटिमेंट्स में सुधार होगा और लक्ष्य वर्गों में खपत बढ़ेगी। अब चूंकि कोविड-19 से जुड़ी वैक्सीन का अभियान शुरू हो गया है, हमें उम्मीद है कि साल 2021 में निरंतर पुनरुद्धार की प्रक्रिया जारी रहेगी और देश विकास के रास्ते पर आगे बढ़ेगा। पिछले वर्ष हमारा ध्यान हमारे वितरण चैनलों को मजबूत करने और विभिन्न प्लेटफार्मों पर अपनी मौजूदगी को बढ़ाने पर रहा, ताकि हम अपने ग्राहकों तक आसानी से पहुंच सकें। कोविड वैक्सीनेशन अभियान से सामान्य स्थिति की बहाली में मदद मिलेगी, जो नाॅर्मल दिनों की वापसी के लिहाज से भी एक महत्वपूर्ण कारक होगा। प्राकृतिक उत्पादों की माँग में वृद्धि हुई है, और व्यक्तिगत उपयोग और घर की भलाई के लिए काम आने वाले इम्यूनिटी बूस्टिंग कुदरती प्रोडक्ट्स की मांग में भी तेजी नजर आ रही है। हमारे पास हमेशा नेचुरल प्रोडक्ट्स का पोर्टफोलियो रहा है और पिछले वर्ष हमने व्यक्तिगत स्वच्छता उत्पादों में भी निवेश किया। हमारा मानना है कि यह सिलसिला अगले वित्तीय वर्ष में और आगे बढ़ेगा। हम सब अगले वित्तीय वर्ष में विभिन्न श्रेणियों में सामान्य स्थिति की बहाली की मजबूत संभावनाओं के साथ आगे बढ़ने के लिए तत्पर हैं।’’

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