नई दिल्ली (लाइवभारत24)। मिसेज बेक्‍टर्स फूड स्‍पेशियाल्‍टीज लिमिटेड, नॉन-ग्‍लुकोज बिस्किट्स और प्रीमियम ब्रेड्स सेगमेंट में उत्‍तर भारत की अग्रणी कंपनियों में से एक है। इसका प्रतिष्ठित ब्रांड ‘मिसेज बेक्‍टर्स क्रीमिका’ और ‘इंग्लिश ओवन’, कूकीज, क्रीम्‍स, क्रैकर्स एवं डाइजेस्टिव्‍स जैसे बिस्किट्स की विस्‍तृत रेंज तैयार करता है और इनका विपणन करता है।क्रीमिका’ को इसकी नयी-नयी पेशकशों और गुणवत्‍ता के प्रति इसकी वचनबद्धता के लिए जाना जाता है। ग्राहकों की बदलती पसंद का ध्‍यान रखते हुए, कंपनी, ग्राहकों की रुचि व स्‍वाद के अनुरूप नये-नये उत्‍पादों को लाती है।कंपनी के निर्माण संयंत्र, फिल्‍लौर, राजपुरा (पंजाब), तहलीवाल (हिमाचल प्रदेश), ग्रेटर नोएडा (उत्‍तर प्रदेश), खोपोली (महाराष्‍ट्र) और बेंगलुरू (कर्नाटक) में हैं।क्रीमिका के संयंत्र आधुनिक और अत्‍यंत कुशल तकनीक से लैस हैं। विनिर्माण संयंत्र, उन्नत उपकरण और आधुनिक तकनीक से सुसज्जित हैं। बेकिंग प्रक्रिया के लिए, कंपनी ने विशेष हाइब्रिड ओवन का आयात किया है जो हमारे उत्पादों के प्रत्येक बैच की एक समान गुणवत्ता सुनिश्चित करते हुए एक समान बेकिंग प्रदान करते हैं और हीट स्पॉटिंग को कम करते हैं।मिसेज बेक्टर्स फूड, हमारे रिटेल कस्टमर्स के लिए सेवरी एवं स्‍वीट्स श्रेणियों में विभिन्‍न तरह के प्रीमियम बेकरी प्रोडक्‍ट्स तैयार करता है और उनकी बिक्री करता है, जैसे कि ब्रेड, बन्स, पिज्जा बेस, और ‘इंग्लिश ओवन’ ब्रांड के नाम से केक्‍स तैयार करता है, जो दिल्‍ली एनसीआर, मुंबई व बेंगलुरू के प्रीमियम सेगमेंट की मांगें पूरी करते हैं।ब्रांड क्रीमिका, गुणवत्ता के लिए दृढ़ता से प्रतिबद्ध है और इसलिए, यह सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाये जाते हैं कि हम आपको प्रीमियम स्वाद और पौष्टिकता उपलब्‍ध कराने के अपने वादे को पूरा करें।इसके उत्‍पादों की गुणवत्‍ता एवं विशेषताएं, उन देशों की सरकारी नीतियों पर भी निर्भर हैं जहां इसके उत्‍पादों की बिक्री होती है। दरअसल, कंपनी, 60 से अधिक देशों में अपने उत्‍पादों की बिक्री करती है।अनुमानत:, बिस्किट्स एवं बेकरी रिटेल मार्केट का वर्तमान आकार 450 बिलियन रुपये का है और अगले पांच वर्षों तक इसके लगभग 9 प्रतिशत सीएजीआर पर बढ़ने का अनुमान है। बिस्किट्स एवं अन्‍य स्‍नैकिंग बेकरी प्रोडक्‍ट्स जैसे कि रस्‍क, वेफर्स एवं टी केक्‍स का कुल बाजार हिस्‍सेदारी में लगभग ₹ 400.00 बिलियन या 89% का योगदान है।

1 कमेंट

कोई जवाब दें

कृपया अपनी कमेंट दर्ज करें!
कृपया अपना नाम यहाँ दर्ज करें