लेह(लाइवभारत24)। शुक्रवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह लद्दाख दौरे पर पहुंचे। उन्होंने लेह में लुकुंग फॉरवर्ड लोकेशन पर जवानों से बात की। राजनाथ ने कहा कि दुनिया की कोई ताकत हमारी एक इंच जमीन को छू भी नहीं सकती। राजनाथ का चीन का नाम लिए बिना कहा कि सीमा विवाद सुलझाने के लिए बातचीत का दौर चल रहा, लेकिन गारंटी नहीं दे सकता कि कितना समाधान होगा। लद्दाख दौरे के बाद राजनाथ श्रीनगर पहुंच गए। वे जम्मू-कश्मीर में भी फॉरवर्ड लोकेशंस का दौरा करेंगे। रक्षा मंत्री जवानों को संबोधित करते हुए कहा,‘आपके बीच आकर गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं। आप पर भरोसा है। भरोसा रखिए, भारत कमजोर नहीं है। हमारे स्वाभिमान पर कोई चोट नहीं कर सकता। इस फॉरवर्ड पोस्ट पर आपके बीच आकर खुशी हो रही है। करगिल युद्ध में हमारे जिन जवानों ने शहादत दी, उन्हें भी नमन करता हूं। उनकी शहादत हमारे लिए प्रेरणा की तरह काम करती है।
भारत की एक इंच जमीन को भी दुनिया की कोई ताकत छू नहीं सकती, कब्जा नहीं कर सकती। भारत दुनिया का इकलौता देश है जिसने विश्व में शांति का संदेश दिया है।’‘हम अशांति नहीं शांति चाहते। हमारा चरित्र रहा है कि हमने दुनिया के स्वाभिमान पर चोट पहुंचाने की कोशिश नहीं की। लेकिन कोई हमारे स्वाभिमान पर चोट पहुंचाने की कोशिश करेगा तो मुंहतोड़ जवाब देंगे।’ इससे पहले राजनाथ ने स्टकना फॉरवर्ड लोकेशन पर जवानों की पैरा ट्रूपिंग और सैन्य अभ्यास देखा। राजनाथ के साथ चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत और आर्मी चीफ जनरल मनोज मुकुंद नरवणे भी हैं। गलवान की घटना के बाद राजनाथ पहली बार लद्दाख का दौरा किया। 15 जून को गलवान घाटी में चीन से झड़प में भारत के 20 जवान शहीद हुए थे। इससे पहले राजनाथ का 2 जुलाई को लद्दाख जाने का प्रोग्राम था, लेकिन टाल दिया गया। उसके अगले दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अचानक लद्दाख पहुंच गए। मोदी ने चीन से झड़प में शामिल जवानों का हौसला बढ़ाया और चीन को चुनौती देते हुए उसकी विस्तारवादी नीति पर निशाना साधा था।