मुंबई (लाइवभारत24)। वैश्विक माहमारी कोरोना के कारण भारत सहित दुनिया में करीब 4 महीने तक खेल बंद रहा। खिलाड़ी प्रैक्टिस से दूर रहे हैं। ऐसे में खिलाड़ी अपने प्रदर्शन को लेकर चिंतित है। इन खिलाड़ियों को सचिन तेंदुलकर ने सलाह दी है कि वह सर डोनाल्ड ब्रैडमैन से प्रेरणा लें। वह भी 1939 से 1945 के बीच सेकेंड वर्ल्ड वार के कारण आठ सालों तक क्रिकेट से दूर रहे। लेकिन, इसका प्रभाव उनके प्रदर्शन पर नहीं पड़ा।
करियर के अंतिम दिनों में भी उनके अंदर बेहतर करने की भूख बरकरार थी। इसलिए ही उनका औसत 52 मैचों में 99.94 रहा। तेंदुलकर ने सर डोनाल्ड की 112 वीं जयंती पर याद करते हुए टिवटर पर लिखा, “सेकेंड वर्ल्ड वार के कारण सर डॉन ब्रैडमैन कई सालों तक क्रिकेट से दूर रहे, फिर भी टेस्ट बल्लेबाजी में उनका औसत सबसे अधिक है। आज के अनिश्चितताओं और लंबे ब्रेक के कारण जो एथलीट अपने प्रदर्शन को लेकर चिंतित हैं, उन्हें उनसे प्रेरणा लेना चाहिए। हैप्पी बर्थडे सर डॉन।”
एजेंसी ने जब सचिन से पूछा कि आईपीएल शुरू होने से पहले खिलाड़ी छह महीने के लंबे ब्रेक का सामना कैसे करेंगे, तो उन्होंने 1990 के दशक को याद करते हुए कहा कि उस समय क्रिकेट सीजन लिमिटेड हुआ करता था। उन्होंने कहा, “अगर मैं गलत नहीं हूं, तो 90 के दौरान एक सीजन 1994 मार्च और 1995 अक्टूबर के बीच 18 महीनों के लिए हमने शायद ही टेस्ट मैच (पांचों में) खेले हों।” 90 के दशक तक, सीजन के दौरान, तीन से चार महीने की छुट्टी मिलना एक सामान्य बात थी, और जब हम समर सीजन में श्रीलंका जाते थे, तो उन्हें काफी मैचों में हराते थे। उन्होंने कहा कि भारत में कोई क्रिकेट नहीं था और यह एक सामान्य बात थी।
ब्रैडमैन ने अपनी शतकीय पारी के दौरान तीन ओवर यानी 24 गेंद खेली थी। इस धुरंधर बल्लेबाज ने पहले ओवर में 33 रन, दूसरे में 40 और तीसरे ओवर में कुल 27 रन जमाए थे। ब्रैडमैन के नाम 29 शतक और 13 हाफ शतक दर्ज हैं। ऑस्ट्रेलिया के लिए कुल 52 टेस्ट मैच खेलने वाले ब्रैडमैन ने 80 पारियों में 99.94 के औसत से कुल 6996 रन बनाए थे।