लखनऊ(लाइवभारत24)। भारतीय रेल के परिप्रेक्ष्य में उत्तर रेलवे का लखनऊ मंडल उत्तर प्रदेश की राजधानी तथा अनेक ऐतिहासिक एवं धार्मिक स्थलों के कारण अपना विशेष महत्त्व रखता है तथा अपनी अविराम, प्रतिबद्ध एवं अनुशासित कार्य प्रणाली का प्रदर्शन करते हुए राष्ट्र को सदैव अपनी सर्वोच्च सेवाये प्रदान करने हेतु निरंतर प्रयत्नशील रहता है द्य अपनी इसी सेवा भावना का अनुसरण करते हुए एवं अपने अतीत के गौरव को दोहराते हुए वैश्विक महामारी के कारण लॉकडाउन की अवधि में मंडल में श्रमिक विशेष गाडियों एवं ईट भट्टा श्रमिको हेतु संचालित की जाने वाली गाडियों में अपनी निर्बाध सेवाये प्रदान करते हुए मंडल ने समस्त गाडियों का सकुशल संचालन किया एवं श्रमिको एवं उनके परिजनों को राज्य सरकार से सामंजस्य बनाते हुए कुशलतापूर्वक उनके गृहनगरो, शहरों तक पहुँचाने का कार्य संपन्न किया, सीमित संसाधनों, विषम परिस्थितियों एवं प्रतिकूल वातावरण के कारण यह कार्य अत्यंत दुरूह एवं जटिल था एवं इस कार्य को अत्यंत विस्तृत स्तर पर संचालित करना अपने आप में एक चुनौती थी, क्योकि इन विशेष गाडियों के आवागमन का क्षेत्र सम्पूर्ण उत्तर प्रदेश था,भारतीय रेल के द्वारा इस अति महत्त्वपूर्ण कार्य का उत्तरदायित्व उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल के मंडल रेल प्रबंधक, संजय त्रिपाठी को सौपते हुए उनको इस व्यवस्था के नोडल अधिकारी के रूप में नियुक्त किया गया, मंडल रेल प्रबंधक ने इस चुनौती को सहर्ष स्वीकार करते हुए अपनी दूरदर्शी रणनीति के द्वारा इस स्थिति को सफलतापूर्वक संपन्न करने के लिए राज्य सरकार के साथ ताल-मेल मिलाते हुए एक सुनियोजित, परिमार्जित एवं क्रमबद्ध कार्यप्रणाली को तैयार किया एवं इस कार्यपद्धति पर अमल करते हुए समस्त रेल कार्य को पूर्ण निपुणता एवं निर्धारित समय पर पूर्ण किया, विदित हो की इन विशेष गाडियों का आगमन, प्रस्थान, यात्रा समापन एवं आवागमन उत्तर प्रदेश की परिसीमा में आने वाले विभिन्न स्टेशनो पर हुआ जिसकी परिधि में उत्तर रेलवे, पूर्वोत्तर रेलवे,पूर्व- मध्य रेलवे एवं उत्तर मध्य रेलवे के अनेक स्टेशन आते है, इस व्यापक कार्य क्षेत्र के उपरांत भी समस्त वस्तुस्थिति पर सतर्क दृष्टि रखते हुए मंडल रेल प्रबंधक द्वारा इस बहुआयामी कार्य को अत्यंत सुगमता से संपन्न किया गया, तथा प्रवासियों को यात्रा के दौरान आहार, पानी, फल, बच्चो हेतु दूध सहित समस्त मूलभूत आवश्यकताओं के साथ अन्य वांछित आवश्यकताओं की आपूर्ति भी तत्काल प्रभाव से उपलब्ध कराते हुए तथा सम्पूर्ण कार्य का संपादन कोविड-19 के सम्बन्ध में भारत सरकार द्वारा जारी निर्देशों के आधार पर संपन्न किया गया, उल्लेखनीय है कि दिनांक 03.05.20 से दिनांक 28.06.20 की अवधि तक सम्पूर्ण उत्तर प्रदेश में 1660 विशेष प्रवासी श्रमिक गाडियों का आगमन हुआ एवं ईट भट्टा श्रमिक गाडिय़ाँ तथा उत्तर प्रदेश में फंसे हुए प्रवासियों को उनके गंतव्य तक पहुँचाने हेतु 219 गाडिय़ों अर्थात कुल मिलाकर 1879 गाडिय़ों का आवागमन कुशलतापूर्वक संचालित किया गया द्य उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल एवं राज्य सरकार की दूरदर्शी एवं योजनाबद्ध कार्यपद्धति का सुखद परिणाम रहा कि समस्त उद्देश्यों की पूर्ति निर्धारित लक्ष्यों के साथ समयबद्ध प्रारूप में करते हुए प्रवासियों को सकुशल उनके नगरो व घरों तक पहुँचाया गया, इस विषय में मंडल रेल प्रबंधक, संजय त्रिपाठी ने अवगत कराया की सम्मानित श्रमिक यात्री एवं लॉकडाउन के कारण फंसे यात्रियों को सर्वोच्च प्राथमिकता के आधार पर उनके गंतव्य स्थानों तक पहुँचाने के लिए एक पारदर्शी एवं सुनियोजित नीति का अनुसरण करते हुए सम्पूर्ण प्रक्रिया को सुगमतापूर्वक संचालित किया गया, मंडल पूर्ण प्रतिबद्धता के साथ अपने समस्त सम्मानित देशवासियों को अपनी सर्वश्रेष्ठ सेवाये प्रदान करने हेतु अविचल भाव से तत्पर है।