नई दिल्ली (लाइवभारत24)। आज राहुल गांधी ने ट्विटर अकाउंट ब्लॉक किए जाने पर अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए वीडियो जारी किया है। इसका टाइटल दिया है ट्विटर का खतरनाक खेल…राहुल ने कहा है, ‘मेरा ट्विटर अकाउंट बंद कर वे राजनीतिक प्रक्रिया में दखलंदाजी कर रहे हैं। एक कंपनी हमारी राजनीति को परिभाषित करने को बिजनेस बना रही है। एक राजनीतिज्ञ के तौर पर मैं इसे पसंद नहीं करता।
यह देश के लोकतंत्र पर हमला है। यह सिर्फ राहुल गांधी पर हमला नहीं है। मेरे 19 से 20 मिलियन फॉलोअर हैं। आप उनसे मेरा ओपिनियन जानने का हक छीन रहे हैं। वे इस बात को गलत ठहरा रहे हैं कि ट्विटर एक न्यूट्रल प्लेटफॉर्म है। ये बहुत खतरनाक है। हमारे लोकतंत्र पर हमला हो रहा है। ट्विटर भेदभाव करने वाला प्लेटफॉर्म हो गया है।’
राहुल की ये नाराजगी इसलिए है, क्योंकि ट्विटर ने पिछले शनिवार को राहुल गांधी का हैंडल ब्लॉक कर दिया था। ये एक्शन इसलिए लिया गया, क्योंकि राहुल ने दिल्ली की रेप पीड़ित बच्ची के मां-पिता की फोटो शेयर की थी। इसे ट्विटर ने अपने नियमों का उल्लंघन बताया था।
राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (NCPCR) राहुल के ट्वीट को लेकर दिल्ली पुलिस और ट्विटर से शिकायत की थी। NCPCR ने पीड़ित बच्ची के परिवार की फोटो पोस्ट करने पर राहुल के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी। आयोग का कहना था कि यह जुवेनाइल जस्टिस एक्ट और प्रोटेक्शन ऑफ चिल्ड्रेन फ्रॉम सेक्सुअल ऑफेंस (POCSO) एक्ट का उल्लंघन है।
कांग्रेस ने बुधवार रात दावा किया कि उसके पांच और सीनियर लीडर्स के ट्विटर अकाउंट भी लॉक किए गए थे। इनमें पार्टी महासचिव और पूर्व मंत्री अजय माकन, लोकसभा में पार्टी के व्हिप मणिकम टैगोर, असम प्रभारी और पूर्व केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह और महिला कांग्रेस अध्यक्ष सुष्मिता देव शामिल हैं। दावा किया है कि पार्टी का ऑफिशियल ट्विटर हैंडल भी लॉक कर दिया गया।
इस मुद्दे पर कांग्रेस ने फेसबुक पर लिखा, ‘जब हमारे नेताओं को जेलों में बंद कर दिया गया, हम तब नहीं डरे तो अब ट्विटर अकाउंट बंद करने से क्या खाक डरेंगे। हम कांग्रेस हैं, जनता का संदेश है, हम लड़ेंगे, लड़ते रहेंगे। अगर बलात्कार पीड़ित बच्ची को न्याय दिलाने के लिए आवाज उठाना अपराध है, तो यह अपराध हम सौ बार करेंगे। जय हिंद…सत्यमेव जयते।”