लखनऊ (लाइवभारत24)। भारत के अग्रणी ऑनलाईन कौशल-आधारित गेमीफिकेशन एवं नॉलेज प्लेटफॉर्म, ज़्यूपी ने आज डॉ सुबी चतुर्वेदी को चीफ़ कॉर्पोरेट एण्ड पब्लिक अफे़यर्स ऑफिसर नियुक्त किए जाने की घोषणा की है। आईआईटी कानपुर के ग्रेजुएट्स दिलशेर सिंह मल्ही और सिद्धान्त सौरभ द्वारा 2018 में स्थापित ज़्यूपी भारत का सबसे तेज़ी से विकसित होता कौशल-आधारित मोबाइल गेमिंग एवं नॉलेज प्लेटफॉर्म है, जो अपने ऐप पर लाईव क्विज़ टूर्नामेन्ट्स का आयोजन करता है, जहां यूज़र्स मौद्रिक पुरस्कार के लिए अपने दोस्तों एवं अन्य खिलाड़ियों के साथ प्रतिस्पर्धा करते हैं। यह दो राउण्ड्स की फंडिंग के द्वारा सफलतापूर्वक 19 मिलियन डॉलर धनराशि जुटा चुका है। महामारी के दौरान इंटरनेटर और मोबाइल की पहुंच ज़्यादा बढ़ने से ऑनलाईन गेमिंग सेक्टर में ज़बरदस्त बढ़ोतरी हुई है। उद्योग जगत की रिपोर्ट्स के मुताबिक, ऑनलाईन गेमिंग उद्योग 40 फीसदी सीएजीआर की दर से बढ़ रहा है, जिसके देश भर में 300 मिलियन से अधिक यूज़र्स हैं। इस नियुक्ति पर बात करते हुए डॉ सुबी चतुर्वेदी, चीफ़ ऑफ कॉर्पोरेट एण्ड पब्लिक अफे़यर्स, ज़्यूपी ने कहा, ‘‘ज़्यूपी में शामिल होते हुए मुझे बेहद खुशी का अनुभव हो रहा है, क्योंकि मै गो-गैटर्स और इनोवेटर्स की टीम में शामिल हो रही हूं, जिनका नेतृत्व देश के सबसे प्रतिभाशाली लोगों के द्वारा किया जाता है। संस्थापक दिलशेर का रचनात्मक और बेजोड़ दृष्टिकोण है, मेरा मानना है कि यह दृष्टिकोण भावी कार्यबल की सफलता के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। ज़्यूपी में मुझे अपार संभावनाएं दिखाई देती हैं, दिलशेर की कल्पना और ज़्यूपी के कार्य अपने आप में बेजोड़ हैं। मुझे विश्वास है कि हम गेमीफिकेशन एवं गहन लर्निंग के माध्यम से शिक्षा, लर्निंग और कौशल के क्षेत्र में बड़े बदलाव ला सकते हैं। हमारे उत्पाद और सेवाएं सरकार के आत्मनिर्भर भारत दृष्टिकोण के अनुरूप हैं और दुनिया के लिए मेक इन इंडिया समाधान प्रस्तुत कर रहे हैं।’’ डॉ सुबी चतुर्वेदी को उनकी नई भूमिका पर बधाई देते हुए श्री दिलशेर सिंह मल्ही, संस्थापक एवं सीईओ, ज़्यूपी ने कहा, ‘‘ज़्यूपी में हम इंटरनेट को प्रोडक्टिव एंगेजमेन्ट का स्थान बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हम ‘सर्वश्रेष्ठ प्रतिभा’ को अपने साथ जोड़ रहे हैं, जो हमारे इन सपनों को साकार करने और कंपनी को सेंटर ऑफ इनोवेशन के रूप में विकसित होने में मदद कर सकें। हम ऐसे लीडर्स को अपनी टीम में शामिल कऱ रहे हैं जो इस दिशा में सकारात्मक बदलाव ला सकें, सफलता की ओर बढ़ने के लिए महत्वाकांक्षी हों और जिनके पास इस दिशा में उपयुक्त नीतिगत ढांचे के निर्माण का अनुभव हो। डॉ सुबी में ये तीनों विशेषताएं हैं, वे बेहद प्रतिभाशाली हैं। हमें विश्वास है कि उनका नेतृत्व और विशेषज्ञता हमें एक कंपनी के रूप में और एक समुदाय के रूप में विकसित होने में मदद करेगी।’’ डॉ चतुर्वेदी ने अपनी बात को जारी रखते हुए कहा, ‘‘हम सरकार, ओद्यौगिक संगठनों, अकादमिक जगत एवं अन्य हितधारकों के साथ मिलकर एक ऐसे ढांचे का निर्माण करना चाहते हैं जो इनोवेशन्स को बढ़ावा दे, निवेश आमंत्रित करे और देश के युवाओं के लिए अवसर उत्पन्न करे। हमें ज़्यूपी के साथ विश्वस्तरीय मंच पर पहुंचने तथा एक इनोवेटर एवं टेक्नोलॉजी लीडर के रूप में अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर भारत का प्रतिनिधित्व करने का अवसर मिला है और हम इस दिशा में ठोस प्रयास करने के लिए तत्पर हैं।’’