-1991 में रिलीज हुई यश चोपड़ा की फिल्म ‘लम्हे’ के 30 साल हो चुके पूरे 

 

लाइव भारत 24 मुंबई: 1991 में रिलीज हुई यश चोपड़ा की फिल्म ‘लम्हे’ के 30 साल पूरे हो चुके हैं। बॉलीवुड अभिनेता अनिल कपूर की पुरानी फिल्म ‘लम्हे’ के बारे में बात करते हुए अनिल कहते हैं, “कभी-कभी, जब आपका इरादा किसी फिल्म के प्रति अच्छा होता है, तो यह हमेशा आपसे कुछ डिमांड करता है। मैंने जितनी भी फिल्में की हैं, उन सभी में मेरे साथ ऐसा हुआ है। मैंने फिल्ममेकर और स्क्रिपट के प्रति अपने कमिटमेंट को पूरा करने के लिए बहुत त्याग किया।”

को-स्टार श्रीदेवी को अनिल ने किया याद

अनिल अपनी को स्टार श्रीदेवी को याद करते हुए कहते हैं, “श्री के पिता का निधन हो गया था जब हम इस फिल्म की शूटिंग कर रहे थे। तब यश जी (चोपड़ा, दिवंगत डायरेक्टर) ने मुझसे रुकने की रिक्वेस्ट की थी। मुझे मुंबई में दो फिल्मों की शूटिंग करनी थी, खास कर मेरे पर्सनल प्रोडक्शन ‘रूप की रानी चोरों का राजा’ की। मुझे उस फिल्म की शूटिंग टालनी पड़ी और सारी तारीखें रद्द करनी पड़ीं। हमने बहुत सारा पैसा खो दिया, और कहीं न कहीं मुझे लगता है कि मैंने अपने इस कमिटमेंट को पूरा करने के लिए उस फिल्म का त्याग कर दिया।”

बिना शूटिंग के दो हफ्ते तक लंदन में रहे थे अनिल कपूर

अनिल आगे कहते हैं, “हम शूटिंग के बिना दो हफ्ते तक वहां रहे, भारत में मेरी बहुत सारी फिल्में लटकी हुई थीं। मैंने कहा ‘नहीं, यह मेरा कमिटमेंट है’ यश जी ही हैं जिन्होंने मुझे मशाल दी। मैंने कहा कि जो मेरे हाथ में है वो मुझे करने दो। मैंने जो कमिटमेंट किया, मुझे वो पूरा करना था।”

अनिल ने याद किया अपने फिल्म की शूटिंग के दिनों को

अनिल ने कहा, “मैंने सोचा, ‘मैंने ऐसा क्यों किया? मैं वहां क्यों रह गया? मुझे वापस आ जाना चाहिए था’ अब मुझे लगता है कि मैंने वहां रुककर और फिल्म खत्म करके सही काम किया। मैं वहां 20 दिन तक रुका था बिना काम के। हम होटलों में नहीं रुकते थे, क्योंकि यह महंगा था, मैं वहां यश जी के एक दोस्त के घर में रुका था। दरअसल, वहां की पूरी यूनिट एक दूसरे के रिश्तेदार के घर में ठहरी हुई थी। हमने पैसे बचाए और फिर जब श्री वापस आ गईं, तब हमने अपना लंदन का शेड्यूल पूरा किया। यही कारण है कि फिल्म इतनी अच्छी और सुंदर दिखती है।”

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