वर्षा एवं बाढ़ से रेल पटरियों को संरक्षित करने के प्रति पूरी तरह सतर्क
लखनऊ (लाइवभारत24)। पूर्वोत्तर रेलवे प्रशासन वर्षा ऋतु में नदियों का जलस्तर बढऩे, वर्षा एवं बाढ़ से रेल पटरियों को संरक्षित करने के प्रति पूरी तरह सतर्क है। प्रतिदिन बाढ़ के जलस्तर हो रही वर्षा, पुलों की स्थिति, जल जमाव एवं कटान की स्थिति तथा बचाव हेतु की गयी तैयारियों की नियमित मानिटरिंग की जा रही है ताकि कोई विषम स्थिति होने पर उस पर तत्काल नियंत्रण पाया जा सके। वर्षा कालीन अवधि गत 15 जून से 15 अक्टूबर तक को ध्यान में रखते हुए रेलवे के इंजीनियरिंग विभाग द्वारा कार्य योजना बनाकर उस पर कार्य किया जा रहा है। इसके अतिरिक्त हो रही वर्षा पर भी सतर्क निगाह रखी जा रही है ताकि कहीं जल जमाव होने पर तत्काल उसका निस्तारण किया जा सके। लखनऊ मंडल पर ऑन व्हील गोण्डा स्टेशन पर बीजी के 20 वैगन बोल्डर एवं 12 वैगन क्वेरी डस्ट, मैलानी स्टेशन पर एमजी के 15 एवं 10 वैगन, नकहा जंगल, गोरखपुर जंण् पर बीजी के 12 एवं 04 क्वेरी डस्ट लोड एवं नानपारा स्टेशन पर बीजी के 05 एवं 05 वैगन क्वेरी डस्ट लोड तैयार रखा गया है। भूमि पर गोरखपुर, नकहा जंगल में 1000 घन मीटर, गोण्डा में 5315, मैलानी में 8810, भीराखेरी में 867, पलिया कलां में 138, तिकोनिया में 3148, नानपारा में 1066, बादशाहनगर में 199, बस्ती में 9309, घाघरा चौका घाट स्टेशनों के मध्य पुल सं 391 पर 4881, बलरामपुर गैजहवा स्टेशनों के मध्य पुल सं 151 पर 875, सहजनवा जगतबेला स्टेशनों के मध्य पुल सं 184 पर 1500 घन मीटर सहित कुल 37108 घन मीटर बोल्डर रिजर्व रखा गया है। इसके अतिरिक्त मानसून रिजर्व हेतु गोरखपुर में 500 घन मीटर, गोण्डा में 3700 घन मीटर तथा मैलानी में 2005 घन मीटर सहित कुल 6205 घन मीटर बालू, सिण्डर, क्वेरी डस्ट रिजर्व रखा गया है। इसी क्रम में इज्जतनगर मंडल पर और वाराणसी मंडल पर क्वेरी डस्ट रिजर्व रखा गया है।
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