लखनऊ(लाइवभारत24)। भारत के सबसे बड़े सरकारी बैंकों में से एक, बैंक ऑफ इंडिया ने 7 सितंबर, 2020 को अपने 115वें स्थापना दिवस के मौके पर राष्ट्र-रक्षकों का अभिनंदन करने का निर्णय लिया। पूरे भारत में 55 जोन्स और 5000 से अधिक कार्यालयों के साथ, अब इस बैंक के कर्मचारियों की संख्या करीब 50,000 है और विदेश में भी इसकी मजबूत मौजूदगी है। वर्तमान महामारी से जूझ रहे कर्मचारियों और आम लोगों का ख्याल रखते हुए, बैंक ने सादा तरीके से अपना 115वां स्थापना दिवस मनाया। इस मौके पर, बैंक ने सिग्नेचर वीजा डेबिट कार्ड लॉन्च किया। यह अंतर्राष्ट्रीय कॉन्टैक्टलेस डेबिट कार्ड है जो मेटल और प्लास्टिक वैरिएंट में उपलब्ध होगा। यह कार्ड 10 लाख रु. व इससे अधिक का औसत तिमाही बैलेंस बनाये रखने वाले समृद्ध/उच्च नेटवर्थ वाले लोगों की आवश्यकताओं के लिए होगा। इस कार्ड से पीओएस और ईकॉमर्स पर 5 लाख रु. तक खर्च किया जा सकेगा और एटीएम से 1 लाख रु. तक की निकासी की जा सकेगी। अन्य खूबियों में नि:शुल्क लाउंज प्रवेश (तिमाही मे 2 बार), ट्रैवल, रिटेल, डाइनिंग, लाइफस्टाइल, लग्जरी होटल्स पर ऑफर्स एवं ऑनलाइन उपयोग पर रिवार्ड पॉइंट्स आदि शामिल हैं। इसमें धोधाधड़ी से किये गये लेनदेन पर बीमा भी उपलब्ध है। प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने बाराबकी, लखनऊ और गिरिडीह स्थित रूरल सेल्फ इंप्लॉयमेंट ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट्स (आरएसईटीआई) के नये भवनों का वर्चुअल तरीके से उद्घाटन किया। बैंक ने आत्मनिर्भर भारत के लक्ष्य को हासिल करने के लिए आरएसईटीआई के जरिए क्रेडिट लिंकेज को बढ़ाने पर जोर दिया। इस शुभ अवसर पर बोलते हुए, बैंक ऑफ इंडिया के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी, ए.के.दास ने कहा, ”हमें देश का सबसे पुराना और सबसे बड़ा सरकारी बैंकों में से एक होने पर गर्व है। हमारे 115वें स्थापना दिवस पर, हम प्रत्येक कोविड 19 वॉरियर्स, स्वास्थ्य सेवा एवं कानून प्रवर्तन अभिकरणों के फ्रंटलाइन वर्कर्स, सभी बैंकिंग संस्थानों व अन्य आपातकालीन सेवा प्रदाताओं के कर्मचारियों के प्रति आभारी हैं जिन्होंने मौजूदा लॉकडाउन के दौरान राष्ट्र का सहयोग किया है। बैंक राष्ट्र निर्माण के अपने लक्ष्य प्रति संकल्पित है।”
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