वॉशिंगटन (लाइवभारत24)। कोरोना मरीजों का आंकड़ा 7.76 करोड़ से ज्यादा हो गया। 5 करोड़ 45 लाख से ज्यादा लोग ठीक हो चुके हैं। अब तक 17 लाख 08 हजार से ज्यादा लोग जान गंवा चुके हैं। ये आंकड़े www.worldometers.info/coronavirus के मुताबिक हैं।

इस बीच ब्रिटेन में वायरस का नया स्ट्रेन मिलने के बाद कई देश वहां की फ्लाइट सर्विस पर रोक लगा रहे हैं। नेपाल ने ब्रिटेन आने-जाने वाली सभी फ्लाइट पर रोक लगा दी है। नेपाल की सिविल एविएशन अथॉरिटी के मुताबिक यह रोक कल आधी रात से लागू होगी।

WHO ने कहा है कि ब्रिटेन में कोरोनावायरस का नया स्ट्रेन बेकाबू नहीं है। WHO का यह बयान इसलिए मायने रखता है क्योंकि शनिवार को ब्रिटेन के हेल्थ सेक्रेटरी ने कहा था कि देश में हालात काबू से बाहर होते जा रहे हैं। WHO के इमरजेंसी चीफ माइकल रायन ने कहा- महामारी के दौर में इससे भी ज्यादा मामले और खतरनाक स्थिति देखी है। हमने उस पर भी काबू किया था। इसलिए, ब्रिटेन के हालात को बेकाबू न मानें। ये जरूर है कि इसे बहुत गंभीरता से लेना होगा।
ब्रिटेन पर लगे ट्रैवल बैन का असर भारतीय छात्रों पर भी हुआ। ब्रिटेन में क्रिसमस की छुट्टियां शुरू हो चुकी हैं। कई भारतीय देश लौटना चाहते हैं, लेकिन भारत सरकार के अचानक ट्रैवल बैन के फैसले से यह छात्र ब्रिटेन में ही फंस गए हैं। हर साल दिसंबर में अधिकतर भारतीय छात्र देश लौटते हैं। फिलहाल, दोनों देश टूरिस्ट वीजा जारी नहीं कर रहे हैं, लेकिन, पारिवारिक कारणों से जो लोग ब्रिटेन में पहले से हैं, उनके लिए भी देश लौटना अब मुश्किल हो गया है।

ब्रिटेन में नया एकेडमिक सेशन अगले महीने शुरू होगा। लंदन में इंडियन हाई कमीशन ने सोशल मीडिया पर भारत की सिविल एविएशन मिनिस्ट्री के अपडेट्स जारी किए हैं। भारत से भी कोई फ्लाइट फिलहाल ब्रिटेन नहीं जाएगी। वंदे भारत मिशन के तहत भी ब्रिटेन से सभी फ्लाइट ऑपरेशन रोक दिए गए हैं। अमेरिका के कैलिफोर्निया में एडमिनिस्ट्रेशन के सामने बड़ी दिक्कत खड़ी हो गई है। राज्य के दक्षिणी हिस्से में आईसीयू ही नहीं, जनरल बेड भी कम पड़ गए हैं। अब इस परेशानी को दूर करने के लिए बड़े पैमाने पर तैयारियां की जा रही हैं। प्रशासन का कहना है कि क्रिसमस बिल्कुल करीब होने से हालात और बिगड़ सकते हैं। फिलहाल, मेकशिफ्ट हॉस्पिटल पर फोकस किया जा रहा है। अमेरिका के सबसे ज्यादा आबादी वाले राज्यों में से कैलिफोर्निया एक है। यहां गवर्नर गेविन न्यूसन ने कहा- हम हालात पर नजर रख रहे हैं। उम्मीद है, सब कुछ जल्द काबू कर लिया जाएगा।
मंगलवार सुबह स्वीडन ने एक बयान जारी कर बताया कि ब्रिटेन से आने वाले यात्रियों पर उसने प्रतिबंध लगा दिया है। बयान में कहा गया है कि फ्रांस, इजराइल और जर्मनी के ब्रिटेन को लेकर उठाए गए कदमों का स्वीडिश सरकार समर्थन करती है। देश के नागरिकों की सुरक्षा के लिए हर जरूरी फैसला लिया जाएगा।

ब्रिटेन से आने वाले यात्रियों पर बैन लगाने वाला स्वीडन 40वां देश है। भारत समेत कई देश इस बारे में पहले ही फैसला ले चुके हैं। ब्रिटेन में कोरोना का नया स्ट्रेन सामने आया है। खास बात यह है कि स्वीडन ने डेनमार्क के यात्रियों पर भी बैन लगाया है।

ब्रिटेन में कोरोनावायरस के नए स्ट्रेन की वजह से अब तक 40 देशों ने यहां से आने वाली फ्लाइट्स पर रोक लगा दी है। स्वीडन भी इस लिस्ट में शामिल हो गया है। सोमवार को यहां कई यात्रियों को फ्लाइट्स रद्द होने के बाद लौटना पड़ा।
ब्रिटेन में कोरोनावायरस के नए स्ट्रेन की वजह से अब तक 40 देशों ने यहां से आने वाली फ्लाइट्स पर रोक लगा दी है। स्वीडन भी इस लिस्ट में शामिल हो गया है। सोमवार को यहां कई यात्रियों को फ्लाइट्स रद्द होने के बाद लौटना पड़ा। कैथोलिक ईसाइयों की आस्था के सबसे बड़े केंद्र वेटिकन सिटी ने सोमवार को वैक्सीन को लेकर चल रही आशंकाओं को दूर करने की कोशिश की। वेटिकन ने कहा- कोरोना वैक्सीन नैतिक तौर पर स्वीकार्य है। कैथोलिक ईसाइयों को इसे जरूर लगवाना चाहिए। वेटिकन का यह बयान इस लिहाज से बहुत अहम है क्योंकि कुछ अमेरिकी और यूरोपीय नेताओं ने पोप की इस संस्था और शहर से अपील में कहा था कि वे लोगों को वैक्सीनेशन के लिए प्रोत्साहित करें। अमेरिका में खासतौर पर कुछ लोग वैक्सीन को लेकर आशंकित हैं।

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