19.8 C
New York
Sunday, 8th \ June 2025, 09:45:13 AM

Buy now

spot_img

सावधान! कोरोना का डेल्टा वैरिएंट मरीज अब एक से ज्यादा लोगों को संक्रमित कर रहा

नई दिल्ली (लाइवभारत24)। विश्व में चिंता का कारण बने कोरोना के डेल्टा वैरिएंट ने भारत में संक्रमण के केस बढ़ाने शुरू कर दिए हैं। चेन्नई के इंस्टीट्‌यूट ऑफ मैथमैटिकल साइंस के मुताबिक देश में R वैल्यू की दर एक महीने के अंदर 0.93 से बढ़कर 1.01 फीसदी हो गई है। यानी अब कोरोना का एक मरीज एक से ज्यादा व्यक्ति तक संक्रमण फैला रहा है।

नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ एपिडेमियोलॉजी के डायरेक्टर डॉ. मनोज ने बताया कि R वैल्यू का बढ़ना बेहद चिंताजनक है। इससे संक्रमण के बाद मौतों और अस्पताल में मरीजों की संख्या में भी बढ़ोतरी होती है। सबसे ज्यादा R वैल्यू मध्यप्रदेश (1.31) और हिमाचल प्रदेश (1.3) में है। इसके अलावा महाराष्ट्र और दिल्ली में R वैल्यू की दर 1.01 फीसदी है। केरल में R वैल्यू 1.06 फीसदी है। यहां रोजाना 20 हजार से ज्यादा केस सामने आ रहे हैं।
डेटा साइंटिस्ट्स के मुताबिक R फैक्टर, यानी रीप्रोडक्शन रेट। यह बताता है कि एक इन्फेक्टेड व्यक्ति से कितने लोग इन्फेक्ट हो रहे हैं या हो सकते हैं। अगर R फैक्टर 1.0 से अधिक है तो इसका मतलब है कि केस बढ़ रहे हैं। वहीं, R फैक्टर का 1.0 से कम होना या कम होते जाना केस घटने का संकेत होता है।

इसे इस बात से भी समझ सकते हैं कि अगर 100 व्यक्ति इन्फेक्टेड हैं। वह 100 लोगों को इन्फेक्ट करते हैं तो R वैल्यू 1 होगी। पर अगर वे 80 लोगों को इन्फेक्ट कर पा रहे हैं तो यह R वैल्यू 0.80 होगी।
मार्च में R वैल्यू बढ़कर 1.4 हो गई थी। इसके बाद देश में 9 मई 2021 के बाद R वैल्यू में गिरावट आई थी। 15 मई से 26 जून के बीच यह घटकर 0.78 रह गई थी। पर 20 जून के बाद यह बढ़कर 0.88 हो गई। अब R वैल्यू 1.01 हो गई है। यानी केस बहुत तेजी से बढ़ेंगे।

इससे पहले कोरोना के डेल्टा वैरिएंट को लेकर वैज्ञानिक चिंता जाहिर कर चुके हैं। अमेरिकी स्टडी में खुलासा हुआ था कि कोरोना का यह वैरिएंट चिकनपॉक्स की तरह लोगों में तेजी से फैल सकता है। अमेरिका के रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र (CDC) की यह स्टडी अभी पब्लिश नहीं हुई है, लेकिन न्यूयॉर्क टाइम्स में इसका एक डॉक्युमेंट छपा था। कोरोना वायरस के दूसरे वैरिएंट्स की तुलना में डेल्टा ज्यादा संक्रामक है। कुछ दिनों पहले UK में कोरोना पीड़ितों में 99% केस डेल्टा के मिले थे।

वायरस पर की गई स्टडी में चिंताजनक बात ये भी थी कि वैक्सीन की दोनों डोज लगवा चुके लोग भी वैक्सीन न लगवाने वालों की तरह ही डेल्टा वैरिएंट को फैला सकते हैं। CDC के डायरेक्टर डॉ. रोशेल पी वालेंस्की ने बताया था कि वैक्सीनेशन करा चुके लोगों की नाक और गले में उतना ही वायरस होता है, जितना कि टीकाकरण न कराने वालों में, जिससे ये आसानी से फैल जाता है।

Related Articles

कोई जवाब दें

कृपया अपनी कमेंट दर्ज करें!
कृपया अपना नाम यहाँ दर्ज करें

Stay Connected

0फॉलोवरफॉलो करें
0सब्सक्राइबर्ससब्सक्राइब करें
- Advertisement -spot_img

Latest Articles

error: Content is protected !!