• शुक्रवार से एक सप्ताह तक चलेगा यह अभियान
• होम डिलीवरी ब्वाय, अखबार वितरक, अस्पताल कर्मचारी, सुरक्षा गार्ड के लिए जाएंगे सैंपल

लखनऊ (लाइव भारत 24)। प्रदेश में कोरोना संक्रमण के स्तर का पता लगाने के लिए प्रदेश सरकार शुक्रवार से प्रदेश स्तरीय सेंपल कलेक्शन अभियान चलाने जा रही है। एक सप्ताह तक चलने वाले इस अभियान में डिलिवरी ब्वाय, अखबार वितरक जैसे कामगारों की कोरोना जांच कराई जाएगी। गुरुवार को मीडिया से मुखातिब प्रमुख सचिव, स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि इस विशेष अभियान में उन लोगों की कोरोना जांच की जाएगी, जिनका घर से बाहर आना—जाना ज्यादा होता है। शुक्रवार को वृद्धाश्रम, नारी निकेतन, अनाथ आश्रम, किशोर गृह में जाकर कोरोना नमूने लिए जाएंगे।

मलिन बस्तियों में लिये जायेंगे नमूने :

शनिवार को शहरी मलिन बस्तियों में लोगों के नमूने लिए जाएंगे। इसके बाद होम डिलीवरी करने वाले लोगों, अखबार वितरक, घरों में दूध पहुंचाने वालों सहित अस्पतालों के कर्मचारी, अस्पताल में पंजीकरण डेस्क के कर्मी, सुरक्षा गार्ड, आयुष्मान मित्रों, फार्मासिस्ट, सेल्समैन आदि की एक सप्ताह तक कोरोना जांच की जाएगी जिससे संक्रमण के स्तर का पता लगाया जा सके और नियंत्रण के लिए प्रभावी कदम उठाए जा सकें।

18 जनपदों के 72 गांवों में पहले हो चुकी है जांच :

प्रमुख सचिव ने बताया कि बीते दिनों प्रदेश के जिन 18 जनपदों में सबसे अधिक प्रवासी कामगार आए हैं, वहां जांच की गई थी। ये जनपद झांसी, कौशाम्बी, प्रयागराज, आजमगढ़, बहराइच, बलरामपुर, बांदा, बस्ती, चित्रकूट, जालौन, लखीमपुर खीरी, ललितपुर, महाराजगंज, मिर्जापुर, संतकबीर नगर, शाहजहांपुर, सिद्धार्थनगर और श्रावस्ती थे।
इन जिलों में ऐसे 72 गांवों जहां 50 या उससे अधिक प्रवासी कामगार आए थे, वहां इन लोगों के आने के 15 दिन से ज्यादा का समय गुजरने के बाद प्रवासी कामगारों के बजाय 1,686 सामान्य नागरिकों की कोरोना जांच की गई, जिससे पता चल सके कि निगरानी समितियों ने किस तरह काम किया है। कामगारों ने घरेलू एकांतवास (होम क्वारंटाइन) का कितनी मजबूती से पालन किया और जागरूकता का लोगों में कितना असर देखने को मिला। इनमें सभी की रिपोर्ट निगेटिव आई थी।

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