नोएडा/गाजियाबाद (लाइवभारत24)। एक साल से भी अधिक समय से पूरा विश्व कोविड-19 महामारी से जूझ रहा है। इस महामारी ने हमारी सामान्य दिनचर्या में स्वच्छता के महत्व को पुनः स्थापित किया है। व्यक्तिगत साफ-सफाई और सेनेटाइज़ेशन स्वस्थ्य रहने और संक्रमणों से बचने में मुख्य भूमिका निभाती है। इस स्वास्थ्य विपत्ती ने लोगों को साफ-सफाई और सेनेटाइज़ेशन के महत्व के प्रति जागरूक किया है। कई सरकारी और गैर-सरकारी संगठन झुग्गी बस्तियों और मोहल्लों में सेनेटाइज़ेशन का काम कर रहे हैं, ताकि लोगों को संक्रमण से बचाया जा सके।
देश के अलग-अलग भागों में कई युवा भी सामाजिक रूप से सक्रिय हैं और इस महामारी के दौरान लोगों को उनके परिवेश को सेनेटाइज़ करने में सहायता कर रहे हैं। ऐसे ही दो उच्च शिक्षित युवा अपनी सामाजिक जिम्मेदारी को समझते हुए झुग्गी बस्तियों को सेनेटाइज़ करने का काम कर रहे हैं। इंद्रप्रस्थ इंजीनियरिंग कॉलेज के दो इंजीनियर अतुल सिंह और सत्यांशु सिंह ने कोविड महामारी के दौरान दिल्ली एनसीआर, गाजियाबाद, नोएडा और ग्रेटर नोएडा की झुग्गी बस्तियों को सेनटाइज़ करने का बीड़ा उठाया है। पिछले एक सप्ताह में इन्होंने 150 से अधिक झोपड़ियों को सेनेटाइज़ किया। ये झुग्गियां नोएडा के सेक्टर 64, 66 और 70 में स्थित हैं। गाजियाबाद के इंदिरापुरम थाना क्षेत्र के पास वंसुधरा के सेक्टर 8 के जैन मंदिर के आसपास की 80 झोपड़ियों को सेनेटाइज़ करने का काम भी इन युवाओं ने पिछले दिनों किया है। इन्होंने इन क्षेत्रों की सभी झुग्गियों को सेनेटाइज़ करने का लक्ष्य रखा है।
जब अतुल सिंह से इस बारे में बात की गई तो उन्होंने बताया, “कोविड का संक्रमण हो या ब्लैक फंगस का, दोनों ही संक्रमणों से बचने के लिए साफ-सफाई से रहना और सेनेटाइज़ेशन बहुत जरूरी है। जब हमने दिल्ली-एनसीआर और आसपास स्थित झुग्गी बस्तियों की हालत देखी तो हमें महसूस हुआ की ये लोग काफी गंदे परिवेश में रह रहे हैं, यहां सेनेटाइज़ेशन होना बहुत जरूरी है, लेकिन आर्थिक रूप से कमजोर होने के कारण इनके लिए सेनेटाइज़ेशन का काम कराना संभव नहीं है। तब मैंने अपने दोस्त सत्यांशु सिंह के साथ इन क्षेत्रों को सेनेटाइज़ करने की योजना बनाई।”
सत्यांशु सिंह ने बताया, “हम लोग अपने खर्च से इन झुग्गी बस्तियों में सेनेटाइज़ेशन का कार्य कर रहे हैं, हम किसी भी सरकारी या गैर-सरकारी संगठनों से कोई आर्थिक सहायता नहीं ले रहे हैं। हमारा लक्ष्य है कि हम दिल्ली एनसीआर, गाजियाबाद, नोएडा और ग्रेटर नोएडा की सभी झुग्गी बस्तियों को सेनटाइज़ करें। यह काम हमें बहुत संतुष्टि दे रहा है। हम तो देश के सभी युवाओं से अपील करना चाहते हैं, इस समय देश को और इसके लोगों को आपकी जरूरत है, इस स्वास्थ्य आपातकाल से निपटने में अपना योगदान जरूर दें।