लखनऊ(लाइवभारत24)। फोर्ड का हर वाहन सर्वोच्च मापदंडों का पालन करता है। इन वाहनों के स्लीक डिज़ाईन, उन्नत सेफ्टी व ड्राईवर असिस्ट टेक्नॉलॉजी से आपको पूरी सुरक्षा तो मिलती है, पर वायरस या महामारी से आपका बचाव नहीं हो पाता। भारत में लॉक डाउन प्रतिबंधों को हटाए जाने पर शहरों में आम जन जीवन शुरू हो रहा है और ऐसे में लोग अपने वाहनों को लेकर सड़क पर अवश्य निकलेंगे । घर के बाहर जाना अभी भी सुरक्षित नहीं है, लेकिन यदि आपका अपनी कार लेकर निकलना बहुत जरूरी है, तो फिर सड़क पर निकलने से पहले कार को क्लीन, सैनिटाईज़ व डिसइन्फेक्ट करने के बारे में जान लें, ताकि आप सुरक्षित रूप से आवागमन कर सकें।
क्लीनिंग, सैनिटाईज़ेशन व डिसइन्फेक्शन का अंतर जानें
क्लीनिंग में साबुन व पानी का इस्तेमाल होता है, जिसकी मदद से कीटाणु तो दूर हो जाते हैं, लेकिन पानी कीटाणुयों को खत्म नहीं करता। सैनिटाईज़ेशन से कीटाणु कम किए जा सकते हैं और बैक्टीरिया खत्म, जिससे संक्रमण फैलने का खतरा भी कम हो जाता है। डिसइन्फेक्शन में कैमिकल्स द्वारा बैक्टीरिया, वायरस एवं फंगाई को मारा जाता है, जिससे क्लीनिंग व सैनिटाईज़ेशन की प्रक्रिया और ज्यादा मजबूत हो जाती है। अपने वाहन के इंटीरियर के लिए एक डिसइन्फेक्टिंग स्प्रे का उपयोग करें। घर में इस्तेमाल किए जाने वाले क्लीनिंग उत्पाद, जैसे ब्लीच, एसिटोन, क्लोरीन और अमोनिया आपके वाहन के इंटीरियर व पेंट को क्षति पहुंचाते हैं। वाहन को अच्छी तरह से डिसइन्फेक्ट करने के लिए एक डिसइन्फेक्टैंट जर्म फॉगर खरीदें।
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