लखनऊ (लाइवभारत24)। भाजपा ने यूपी विधानसभा चुनाव 2022 के लिए अपना एजेंडा सेट कर लिया है। यह भी तय हो गया है कि इस बार चुनाव में पार्टी का सबसे अहम मुद्दा क्या होगा? पार्टी किस लाइन पर चुनावी मैदान में उतरेगी? इसकी बानगी समझनी हो तो हमें बीते कुछ दिनों में CM योगी और BJP के बड़े नेताओं के बयानों पर नजर डालिए, इससे चुनावी एजेंडा साफ समझ में आ जाएगा। अब बात विकास पर नहीं ‘जिन्ना’ और ‘राम मंदिर’ जैसे मुद्दों पर ही होगी। सपा मुखिया अखिलेश यादव के जिन्ना वाले बयान पर पलटवार भी उसी चुनावी एजेंडे का हिस्सा है। पिछले 6 दिनों में अखिलेश यादव के बयान पर भाजपा के लगभग हर नेता ने प्रतिक्रिया दी है। शनिवार को तो सीएम योगी ने औरैया में कहा कि ‘जिन्ना का गुणगान करने वालों को रोकना होगा। तो आइए पार्टी के 4 बड़े नेताओं के 4 बड़े बयान से समझते हैं भाजपा का चुनावी एजेंडा।
लखनऊ में सदस्यता अभियान की शुरुआत करने पहुंचे अमित शाह ने कहा था- कैराना से हिंदुओं के पलायन पर मेरा खून खौला। पलायन करने वालों का पलायन हो गया। अखिलेश यादव को मैं याद दिलाता हूं कि आपकी पार्टी की सरकार में निर्दोष रामभक्तों को गोलियों से भून दिया गया था। आज उसी जगह पर रामलला शान के साथ गगनचुंबी मंदिर में विराजमान होने वाले हैं।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने 3 नवंबर को अयोध्या में दीपोत्सव कार्यक्रम के दौरान कहा कि यह वही अयोध्या है जहां राम भक्तों पर गोली चलाई जाती रही है। अब कार सेवकों पर गोली नहीं फूल बरसेंगे।
प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने भी अखिलेश पर हमला किया। कहा कि जिन्ना के प्रति इतना प्यार देख कर तो ऐसा लग रहा है कि भारत-पाकिस्तान मैच के बाद एक-दो फुलझड़ी आपने भी जला ली होगी..।
3 नवंबर को ही उप-मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने अयोध्या में कहा कि ‘हम लोग वर्षों पूर्व यह नारा लगाया करते थे कि अयोध्या की तैयारी है, काशी-मथुरा की बारी है। अब तो अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण शुरू हो गया है।