इस्लामाबाद (लाइवभारत24)। पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान का संघ फोबिया खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। 2 दिन के भीतर उन्होंने दूसरी बार संघ के खिलाफ बयान दिया है। पाक ऑक्युपाइड कश्मीर (PoK) में इलेक्शन रैली के दौरान इमरान ने खुद को हर अंतरराष्ट्रीय मंच पर कश्मीरियों का ब्रांड एम्बेसडर बताया है। इससे पहले 16 जुलाई को उज्बेकिस्तान में चल रही सेंट्रल साउथ एशिया कॉन्फ्रेंस में पहुंचे इमरान से जब सवाल किया गया कि क्या आतंकवाद और बातचीत एकसाथ चल सकते हैं? इस पर इमरान खान ने कहा, ‘भारत का तो हम कितने दिनों से इंतजार कर रहे हैं कि हम सिविलाइज्ड हमसाया (सभ्य पड़ोसी) बनकर रहें। पर करें क्या, RSS की आइडियोलॉजी रास्ते में आ गई।’
इमरान खान 17 जुलाई को PoK के बाघ इलाके में चुनाव से जुड़ी पहली पब्लिक मीटिंग में गए थे। इस दौरान उन्होंने कहा, ‘भाजपा और संघ की विचारधारा भारत के लिए सबसे बड़ा खतरा है। भाजपा-संघ की आइडियोलॉजी केवल मुस्लिमों को ही निशाना नहीं बनाती, बल्कि ये सिखों, ईसाइयों और SC को भी निशाना बनाते हैं, वो इन लोगों को भी बराबरी का दर्जा नहीं देते हैं।’
इमरान खान ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने के फैसले की भी निंदा की। उन्होंने कहा कि 5 अगस्त 2019 के बाद कश्मीर में जुल्म बढ़ गए हैं। इमरान बोले कि वे हर अंतरराष्ट्रीय मंच पर कश्मीरियों के ब्रांड एम्बेसडर हैं और उनके संघर्ष में हमेशा साथ खड़े रहेंगे।
इमरान खान ने इसी साल जून में कहा था कि अगर भारत कश्मीर में पुरानी स्थिति बहाल करने का रोडमैप बनाता है तो हम उसके साथ बातचीत के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा था कि भारत पाकिस्तान को बताए कि कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने के फैसले को वापस लेने के लिए क्या कदम उठाए गए हैं। कश्मीर का स्पेशल स्टेटस खत्म करना इंटरनेशनल लॉ और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के नियमों का उल्लंघन है।
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