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पीवी सिंधु से बोले मोदी,ओलिंपिक में मेडल जीतकर लौटिए, फिर साथ आइसक्रीम खाएंगे

नई दिल्ली (लाइवभारत24)। देश के पीएम मोदी ने मंगलवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये ओलिंपिक जाने वाले भारतीय दल से बातचीत की। इसमें तीरंदाज दीपिका कुमारी और प्रवीण जाधव, टेनिस स्टार सानिया मिर्जा, जैवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा, एथलीट दुती चंद, बॉक्सर आशीष कुमार और मेरीकॉम, टेबल टेनिस प्लेयर मनिका बत्रा और शरत कमल, रेसलर विनेश फोगाट, स्विमर साजन प्रकाश, शूटर इलावेनिल और हॉकी के मनप्रीत सिंह समेत 15 खिलाड़ी शामिल हुए।
प्रधानमंत्री मोदी ने शटलर पीवी सिंधु से भी बातचीत की। PM ने इस दौरान बताया कि जब सिंधु बैडमिंटन प्रैक्टिस करती थीं, तो उनके माता-पिता आइसक्रीम खाने से रोका करते थे। खेल में फिटनेस काफी मायने रखती है, इसलिए वे ऐसा करते थे। PM ने सिंधु से कहा कि टोक्यो में आपकी सफलता के बाद मैं आपके साथ में आइसक्रीम खाऊंगा।
PM मोदी ने बॉक्सर आशीष कुमार से बातचीत करते हुए क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर का भी जिक्र किया। दरअसल आशीष ने भी कोविड से लंबी लड़ाई लड़ी थी। इसके अलावा उन्होंने अपने पिता जी को भी इस महामारी में खोया। इस दौरान PM ने सचिन तेंदुलकर का उदाहरण देते हुए कहा कि उन्होंने अपने खेल से ही अपने दिवंगत पिताजी को श्रद्धांजलि दी। आप भी बिल्कुल वैसा ही उदाहरण दुनिया के सामने रख रहे हैं।
PM मोदी ने ओलिंपिक में पदक विजेता और वर्ल्ड चैंपियन रहीं मेरीकॉम से बातचीत करते हुए पूछा कि आपका फेवरेट खिलाड़ी कौन है? इस पर मेरीकॉम ने बताया कि बॉक्सिंग में उनके फेवरेट खिलाड़ी मोहम्मद अली हैं। मेरीकॉम ने कहा कि अली ही उनके लिए प्रेरणास्रोत रहे हैं। इस दौरान पीएम ने मेरीकॉम से उनके फेवरेट पंच के बारे में भी पूछा। इस पर मेरीकॉम ने कहा कि हुक उनका फेवरेट पंच है।
तीरंदाज प्रवीण कुमार जाधव ने PM मोदी को बताया कि पहले मैं एथलेटिक्स खेलता था। मेरा सिलेक्शन गवर्नमेंट अकेडमी में हुआ। बाद में अमरावती चला गया। वहां मैं तीरंदाजी करने लगा। मुझे पता था कि मुझे मजदूरी ही करनी पड़ेगी, इसलिए मैंने खेल में करियर बनाने का सोचा और तीरंदाजी जारी रखा। जब भी किसी मुश्किल में पड़ता हूं, तो अपना बैकग्राउंड याद करके खुद को मोटिवेट करता हूं।
मणिका बत्रा ने प्रधानमंत्री मोदी को बताया कि मैंने हाथ पर तिरंगा बनाया हुआ है। जब मैं इसे देखती हूं तो मुझे काफी प्रेरणा मिलती है। मुझे लगता है कि देश के लिए कुछ करना है। मुझे डांस करना भी पसंद है। इससे मुझे आत्मविश्वास मिलता है। मैं गरीब बच्चों को भी टेबल टेनिस सिखाती हूं।
सानिया ने कहा कि जो बच्चे टेनिस में करियर बनाना चाहते हैं, उनको यही कहना चाहती हूं कि आपको मेहनत करनी होगी। बिना मेहनत के किसी भी खेल में आगे बढ़ना संभव नहीं है। अब काफी सुविधाएं उपलब्ध हैं। यह मेरा चौथा ओलिंपिक है। कॉमनवेल्थ गेम्स जब से भारत में हुआ है, लोगों की हमसे उम्मीदें बढ़ी हैं। अंकिता रैना के साथ मेरा बेहतर तालमेल रहा। कार्यक्रम के दौरान PM मोदी ने कहा कि आप सभी को एक साथ देखकर कॉमन चीजें नजर आ रही हैं। आप बोल्ड, कॉन्फिडेंट और पॉजिटिव हैं। आपमें डिसिप्लिन, डेडिकेशन और डिटरमिनेशन भी दिख रही है। यही क्वालिटी न्यू इंडिया में भी है। खेल के साथ सही स्ट्रैटजी जोड़ें। मुझे यकीन है कि जीत आपकी होगी। प्रधानमंत्री के साथ कार्यक्रम में खेल मंत्री अनुराग ठाकुर और किरन रिजिजू भी मौजूद रहे।

खिलाड़ियों से बातचीत के दौरान PM ने कहा, मेरे लिए आप सभी से बात करना उमंग का अवसर होता है। कोरोना की वजह से मैं आपसे अपने घर पर नहीं मिल पा रहा हूं। ओलिंपिक के बाद जरूर मिलूंगा।
कोरोना ने बहुत कुछ बदल दिया। ओलिंपिक का साल बदला और तैयारियों का तरीका बदल गया।
टोक्यो में अलग तरह का माहौल मिलेगा। आज भारत के लोगों को पता चला कि आपने कितनी मेहनत की है। मुझे देखकर खुशी होती है कि देश आपको चीयर कर रहा है।
नमो एप पर भी खास प्रावधान किया गया है। इस एप पर भी आपको लोग चीयर कर रहे हैं। देशभर की भावनाएं आपसे जुड़ी हुई हैं।
किसी भी एथलीट को अपेक्षाओं के बोझ तले दबने की जरूरत नहीं है। पूरा भारत आपके साथ खड़ा है।
आप सभी एथलीट निर्भीक होकर खेलें। जापान में अपना हुनर दिखाएं। सभी खिलाड़ियों को मेरी शुभकामनाएं।
कई खेल ऐसे हैं, जिनमें खिलाड़ियों ने पहली बार हिस्सा लिया है। हम जैसा अभ्यास करते हैं, धीरे-धीरे वह हमारे स्वभाव का हिस्सा हो जाता है। आपकी ऊर्जा को देखकर कोई संदेह नहीं बचा है।
वह दिन दूर नहीं जब जीतना ही न्यू इंडिया की आदत बन जाए। जीतने का प्रेशर लेकर नहीं खेलना है। बस यही सोचिए कि मुझे अपना बेस्ट परफॉर्म करना है।
भारत से 17 जुलाई को खिलाड़ियों का पहला जत्था टोक्यो रवाना होगा। 23 जुलाई से ओलिंपिक की शुरुआत हो रही है। भारत की ओर से इस साल 126 खिलाड़ियों का दल ओलिंपिक में जा रहा है। ओलिंपिक में भारत से भेजे जाने वाला यह अब तक का सबसे बड़ा दल है। भारतीय एथलीट्स 18 खेलों के 69 इवेंट्स में हिस्सा लेंगे।

रियो ओलिंपिक (2016) में देश से 117 खिलाड़ियों ने शिरकत की थी। इस बार भारत के 30 खिलाड़ी हरियाणा से हैं, यानी 24%। हरियाणा की आबादी 2.54 करोड़ (2011 की जनगणना के मुताबिक) है। यानी देश की आबादी में महज 1.87% हिस्सेदारी रखने वाले राज्य की भारतीय दल में करीब एक चौथाई उपस्थिति है।
ओलिंपिक में हिस्सा लेने जा रहे भारतीय खिलाड़ियों को जोन के हिसाब से बांटें तो दल में सबसे बड़ी हिस्सेदारी उत्तर भारत की है। उत्तर भारत से 66 खिलाड़ी (54.10%) टोक्यो जा रहे हैं। इनमें हरियाणा के बाद सबसे बड़ी हिस्सेदारी पंजाब (16 खिलाड़ी) की है। भारतीय दल में दक्षिण भारत से 27 (22.14%), मध्य भारत से 2 (1.64%), पूर्वी भारत से 10 (8.2%), उत्तर पूर्व से 8 (6.55%) और पश्चिम भारत से 9 खिलाड़ी (7.37%) शामिल हैं।  भारत के सात राज्य ऐसे हैं जहां से 1 भी खिलाड़ी भारतीय ओलिंपिक दल का हिस्सा नहीं है। 10 करोड़ की आबादी वाला बिहार इसमें सबसे बड़ा राज्य है। बिहार के अलावा छत्तीसगढ़, गोवा, मेघालय, नगालैंड और त्रिपुरा से भी कोई खिलाड़ी ओलिंपिक में हिस्सा लेने नहीं जा रहा है।

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