मुख्यमंत्री ने सभी जिलाधिकारियों व मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को मेडिकल स्क्रीनिंगका वृहद अभियान चलाने के दिए निर्देश
लखनऊ(लाइवभारत24)। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को लोक भवन में आहूत उच्च स्तरीयबैठक में अनलाॅक व्यवस्था की समीक्षा के दौरान कोविड हेल्प डेस्क की स्थापना के कार्य को तेज किएजाने के निर्देश देते हुए कहा कि मंत्रियों द्वारा कोविड हेल्प डेस्कका निरीक्षण किया जाए। इसी प्रकार अपर मुख्य सचिव गृह तथा पुलिस महानिदेशक, पुलिस विभागके विभिन्न संस्थानों में स्थापित कोविड हेल्प डेस्क की व्यवस्थाओं का निरीक्षण करें। उन्होंने ग्रामीण तथाशहरी इलाकों में प्रत्येक सप्ताह टीम द्वारा निर्धारित क्षेत्रों में स्क्रीनिंग कीजाए। स्क्रीनिंग टीम को पल्स ऑक्सीमीटर, इंफ्रारेड थर्मामीटर तथा सेनिटाइजर आदि अनिवार्यरूप से उपलब्ध कराए जाए। मुख्यमंत्री ने सभी जिलाधिकारियोंतथा मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को कार्ययोजना बनाकर मेडिकल स्क्रीनिंग का वृहद अभियानसंचालित करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि कंटेनमेंट जोन के अलावा अन्य क्षेत्रोंमें भी सर्वे के माध्यम से स्क्रीनिंग का कार्य किया जाए। इसके लिए टीमों की संख्यामें वृद्धि करतेे हुए लगभग 1 लाख से अधिक टीम गठित कर मेडिकल स्क्रीनिंग की कार्यवाहीकी जाए। उन्होंने स्क्रीनिंग में संदिग्ध पाए गए व्यक्तियों के उपचार की पूरी व्यवस्थासुनिश्चित किए जाने के निर्देश भी दिए।
25 हजारटेस्ट प्रतिदिन किये जाने के निर्देश
मुख्यमंत्री ने टेस्टिंग क्षमता को बढ़ाकर 25 हजारटेस्ट प्रतिदिन किए जाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि इस सम्बन्ध में वैकल्पिकटेस्टिंग व्यवस्था के तहत एन्टीजेन टेस्ट आदि को आवश्यकतानुसार अपनाए जाने पर विचारकिया जाए। कोविड अस्पतालों में बेड क्षमता का विस्तार करते हुए डेढ़ लाख बेड कीव्यवस्था सुनिश्चित की जाए।जल जीवन मिशन के तहत हो कार्य
मुख्यमंत्री ने कहा कि अटल भूजल योजना का कार्यजल जीवन मिशन के तहत होना है। बरसात के मौसम में इसके लिए तालाब खोदने, चेक डैम आदिके कार्य मनरेगा के माध्यम से करवाएं जाएं। गोवंश में होने वाले खुरपका, मुंहपका रोगके सम्बन्ध में पशुपालन विभाग द्वारा सतर्कता बरतते हुए इस रोग के नियंत्रण के लिएटीकाकरण की कार्यवाही की जाए।कानून व्यवस्था से समझौता नहीं
मुख्यमंत्री ने कहा कि कानून-व्यवस्था के मामलोंमें राज्य सरकार कोई समझौता नहीं करती। अपराध एवं भ्रष्टाचार के प्रति प्रदेश सरकारकी जीरो टाॅलरेंस नीति है। उन्होंने निर्देश दिए कि किसी भी आपराधिक घटना के घटित होनेपर प्राथमिक स्तर पर प्रभावी कार्यवाही सुनिश्चित की जाए। पुलिस द्वारा पेट्रोलिंगके कार्य को और सघन किया जाए। अवैध असलहों के विरुद्ध अभियान चलाया जाए। प्रदेश में 11601 मरीज हुए ठीक अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद नेबताया कि प्रदेश में टेस्टिंग का कार्य तेजी से किया जा रहा है। रविवार को एक दिन में15,079 सैम्पल की जांच की गयी। उन्होंने बताया कि अब तक कुल 5,74,340 सैम्पल की जांचकी गयी है। उन्होंने बताया कि प्रदेश के 75 जनपदों में 6,152 कोरोना के मामलेएक्टिव हैं। उन्होंने बताया कि अब तक 11,601 मरीज पूरी तरह से उपचारित हो चुके हैं।उन्होंने बताया कि कोरोना संक्रमित व्यक्तियों के डिस्चार्ज होने का प्रतिशत अब बढ़कर63.31 हो गया है। उन्होंने बताया कि कोरोना जांच के लिए अब नई तकनीकी एन्टीजन टेस्टको प्रदेश में शीघ्र ही शुरू किया जायेगा। प्रथम चरण में लखनऊ, प्रयागराज, वाराणसी,गोरखपुर और कानपुर नगर में शुरू किया जायेगा। इसके बाद पश्चिमी यूपी के जनपदों मेंइसे प्रारम्भ किया जायेगा।
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