लखनऊ, (लाइवभारत 24)।
सार्वजनिक क्षेत्र के पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) ने वित्तीय मोर्चे पर शानदार प्रदर्शन किया है। बैंक के परिणामों की जानकारी देते हुए वर्चुअल प्रेस वार्ता में प्रबंध निदेशक (एमडी) व मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) सीएच एस एस मल्लिकार्जुन राव ने शनिवार को बताया कि वित्त वर्ष 2020- 21 की चौथी तिमाही में उसका नेट प्रॉफिट 586.33 करोड़ रुपये रहा है। ब्याज आय में अच्छी वृद्धि हासिल होने से बैंक का मुनाफा बढ़ा है। बैंक ने नियामकीय सूचना के तहत यह जानकारी दी है। उसने कहा है कि एक साल पहले इसी तिमाही में उसे 697.20 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था।
पूरे वित्त वर्ष 2020- 21 की यदि बात की जाये तो बैंक का शुद्ध लाभ छह गुणा उछलकर 2,021.62 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। इससे पिछले साल 2019- 20 में यह 363.34 करोड़ रुपये रहा था। वित्त वर्ष में कुल आय बढ़कर 93,561.62 करोड़ रुपये रही जो कि इससे पिछले साल में 64,306.13 करोड़ रुपये रही थी।
वित्त वर्ष की जनवरी से मार्च 2021 तिमाही में बैंक की कुल आय एक साल पहले की इसी अवधि के 16,388.32 करोड़ रुपये से बढ़कर 22,531.73 करोड़ रुपये पर पहुंच गई। इस दौरान बैंक की ब्याज आय 36 प्रतिशत बढ़कर 18,789.53 करोड़ रुपये पर पहुंच गई। एक साल पहले यह इस अवधि में 13,858.98 करोड़ रुपये रही थी। तिमाही के दौरान बैंक ने 5,634.31 करोड़ रुपये का परिचालन मुनाफा कमाया। एक साल पहले यह 3,932.28 करोड़ रुपये रहा था।
बैंक का कहना है कि उसके वित्तीय परिणाम पिछले साल के आंकड़ों के साथ तुलना करने योग्य नहीं है। क्योंकि एक अप्रैल 2020 से उसके साथ आरिएंटल बैंक आफ कामर्स और यूनाइटेड बैंक आफ इंडिया का विलय हुआ था। संपत्ति गुणवत्ता के मोर्चे पर पीएनबी ने कुछ सुधार दर्ज किया है। मार्च 2021 की समाप्ति पर उसकी सकल गैर- निष्पादित संपत्तियां (एनपीए) घटकर 14.12 प्रतिशत रह गई जो कि मार्च 2020 की समापति पर 14.21 प्रतिशत पर थी। नेट एनपीए की यदि बात की जाए तो यह बढ़कर 38,575.70 करोड़ रुपये पर पहुंच गया जो कि एक साल पहले इसी अवधि में 27,218.89 करोड़ रुपये पर था।
मार्च तिमाही में फंसे कर्ज के एवज में बैंक का प्रावधान बढ़कर 5,293.89 करोड़ रुपये हो गया वहीं कर और आपात जरूरतों के लिए प्रावधान घटकर 4,686.04 करोड़ रुपये रह गया।
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