लखनऊ (लाइवभारत24)। भारतीय सिंधु सभा उत्तर प्रदेश् महिला इकाई के तत्वाधान में सिंधी बोली, सिंधी व्यवहार, आचार, पूर्वजों से दूर होते जा रहें बच्चो के में संस्कारो का रोपण करने के लिए सिंधी बाल संस्कार आनलाईन शिविर का आयोजन का आज समापन कार्यक्रम आयोजित किया गया। सिंधी बाल संस्कार आनलाईन शिविर में बच्चो को व्यक्तिव के विकास, योग ज्ञान, कला और शिल्प, मौलिक कहानिया,सिंधी लिपी का ज्ञान, स्वस्थ खान पान कि जानकारी दी गयी।
आज समापन समारोह कार्यक्रम के मुख्य अतिथि उत्तर प्रदेश की राष्ट्रीय प्रभारी मनीषा रोहाणी और उत्तर प्रदेश अध्यक्ष नरेश जोतवानी रहे। कार्यक्रम की शुरुआत हेमा गंगवानी ने गायत्री मंत्र के उच्चारण एवं भारतीय सिंधु सभा के संगठन गीत ललिता करमचंदानी द्वारा सामूहिक रूप से गाकर की गई। तत्पश्चात उसके बाद भारतीय सिंधु सभा कि महिला इकाई की प्रदेश अध्यक्ष कोमल चंदानी ने अतिथियों का स्वागत किया और सभी शिक्षकों और बच्चों के माता-पिता और बच्चों को कार्यक्रम में प्रतिभाग लेकर कार्यक्रम को सफल बनाने हेतु धन्यवाद किया। मनीषा रोहाणी ने भी बच्चों को खूब प्यार और आशीर्वाद देकर उन्हें आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया।
इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष नरेश जोतवानी ने बताया की भारतीय सिंधु सभा 42 वर्ष पुरानी संस्था है जो निरंतर विश्व में सिंधु समाज के शिक्षा और चौमुखी विकास के लिए काम कर रही है। हमारे बच्चें हर समाज और देश का भविष्य होतें है इस लिए हम लोगों का दायित्व ही नही बल्कि परम उददेश्य होना चाहिए कि बच्चों के सतत विकास के लिए निरंतर प्रयासरत रहे, इस सिंधी बाल संस्कार आनलाईन शिविर का प्रयोजन हमारे समाज के बच्चों में संस्कार के बीच बोने और हर परिस्थित में उनके सत्य के साथ खडे रहने का है। इस कार्यक्रम का मकसद बंच्चों की प्रतिभाओं को सामने लाकर उनका सामूहिक रुप से उत्साहवर्धन करना है।
सिद्धार्थ केसवानी पौष्टिक आहार की जानकारी और शालिनी राजपाल ने रोजाना सिंधी की जानकारी बच्चों को प्रदान की। उत्तर प्रदेश की महासचिव निशा कुंदनानी आदि ने अतिथियों को धन्यवाद किया। सिंधी बाल संस्कार आनलाईन शिविर के आयोजन के संबध में भारतीय सिंधु सभा कि महिला इकाई की प्रदेश अध्यक्ष कोमल चंदानी ने बताया बच्चों में व्यकित्व के विकास के लिए बोध, योगा—प्राणायाम का ज्ञान,पौष्टिक आहार और सिंधी सभ्यता से जुडी भाषा, लिपि और सिंधी मौलिक कहानियों की सरल रूप से जानकारी दी गई। सिद्धार्थ केसवानी ने बच्चों को पौष्टिक आहार की जानकारी दी।
सिंधी बाल संस्कार आनलाईन शिविर में प्रतिभाग कर रहे बच्चों को पुरस्कृत किया गया। इस शिविर को सफ़ल बनाने के लिए प्रदेश कार्यकारिणी एवं पदाधिकारीगणों में भारतीय सिंधु सभा कि महिला इकाई की प्रदेश अध्यक्ष कोमल चंदानी, प्रदेश महासचिव निशाँ कुन्दनानी, प्रदेश उपाध्यक्ष रेनु साहित्य, प्रदेश उपसचिव सुनीता तलरेजा, प्रदेश कोषाध्यक्ष प्रिया रंगलानी, मीडिया प्रभारी स्वाती पंजवानी, कार्यकारिणी सदस्य गौरी मंगलानी, पूनम लखमानी, ज़िला अध्यक्ष कंचन मंगलानी, रंजीता सचदेवा, ऊषा तलरेजा, मीना मन्ध्यान, गीता लालवानी, गीता नथानी, शालिनी गुरबक्शानी, भारती मारवीजा, ललिता करमचंदानी, अनीता चावला, हर्षा केसवानी, जान्हवी बजाज, पूनम लखवानी, साक्षी साधवानी, गौरी मगलानी, मीना लालचन्दानी, वंदना मन्ध्यान एवं समस्त जिलाध्यक्षों कंचन मगलानी, काजल जगवानी,कविता बदानी, रोशनी हीरानी, शालिनी राजपाल, मोहिनी करनानी,किरन वरयानी, दीपा छावडा, कोकल भाटिया, सुनीता लखमानी, जया फतवानी, गौरी तोलानी, रेशमा सावलानी चित्रा सहजवानी द्वारा सक्रिय सहयोग से किया जा रहा है। संपूर्ण कार्यक्रम की एंकरिंग हेमा गगवानी व तकनीकी प्रबंधन संस्कार रंगलानी व द्वारा किया गया।