नई दिल्ली (लाइवभारत24)। देश के शिक्षा मंत्रालय ने गुरुवार को CBSE छात्रों और उनके अभिभावकों के साथ एक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की। इसमें एग्जाम कैंसिल होने पर बातचीत चल ही रही थी कि अचानक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मीटिंग में जुड़ गए। उन्होंने बहुत हल्के-फुल्के अंदाज में छात्रों से बात की। बातचीत के दौरान ज्यादातर छात्रों ने परीक्षा रद्द करने के फैसले को सही बताया। एक स्टूडेंट ने कहा कि मुझे पता था कि एग्जाम कैंसिल होने वाला है। तब मोदी ने हंसते हुए उससे पूछा कि आप एस्ट्रोलॉजी पढ़ते हैं क्या।

कर्नाटक से नंदन हेगड़े ने कहा कि ये परीक्षा मेरी जिंदगी की अंतिम परीक्षा नहीं है। आगे आने वाली परीक्षाओं का सामना करना है। इस पर मोदी ने कहा कि अब कई इवेंट आने वाले हैं। IPL देखेंगे या चैंपियंस लीग या ओलिंपिक का फाइनल देखेंगे। इसमें मन लगेगा आपका। नंदन ने कहा कि जरूर देखेंगे।

प्रधानमंत्री ने 1 जून को हुई एक हाईलेवल मीटिंग के बाद CBSE की 12वीं बोर्ड की परीक्षाएं रद्द करने की घोषणा की थी। इसके बाद महाराष्ट्र, गुजरात, मध्य प्रदेश, हरियाणा, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश ने भी अपने राज्य बोर्ड की परीक्षाएं रद्द कर दी हैं।

गुवाहाटी की छात्रा ने कहा- परीक्षा तो त्योहार है, इससे क्या डरना
गुवाहाटी की एक छात्रा ने कहा कि मैं 10वीं में थी और ट्रैवलिंग कर रही थी। इस दौरान मुझे आपकी बुक दिखी। आपने लिखा था कि एग्जाम को त्योहार की तरह मनाओ। हमने एग्जाम की तैयारी त्योहार की तरह की थी। माना हालात अच्छे नहीं हैं, लेकिन त्योहार से क्या डरना। फिर भी हमें आपके फैसले से खुशी है।

मोदी बोले- आप घर में हैं तो माता-पिता होंगे, दिखाओ जरा
स्टूडेंट्स से बातचीत के दौरान प्रधानमंत्री ने कहा कि अगर आसपास माता-पिता हैं तो उन्हें भी दिखाइए। एक बच्ची के माता-पिता आए तो मोदी ने पूछा बच्ची परीक्षा से मुक्त हो गई तो अब कैसा लग रहा है। जवाब मिला- बड़ा मुश्किल समय है और अब इन्हें मौका मिला है तो ये अपने करियर के लिए तैयारियां कर सकते हैं। मोदी ने कहा कि हेल्थ इज वेल्थ। सिर सलामत है तो पगड़ी है।

बेंगलुरु के एक छात्र ने प्रधानमंत्री से कहा कि मैं आपका बहुत बड़ा फैन हूं। आपका डिसीजन बहुत अच्छा है। आप हमारे लिए इंस्पिरेशन हैं। मोदी ने उनसे पूछा कि फिजिकल फिटनेस के लिए क्या करते हो। सही बताना आपके घरवाले सुन रहे हैं। इस पर छात्र ने कहा कि 30 मिनट योगा और एक्सरसाइज करते हैं। तबला वादन करता हूं और उससे बहुत मदद मिलती है। इस पर प्रधानमंत्री से पूछा कि म्यूजिक आपके परिवार में शामिल है? तो छात्र ने कहा कि हां, मेरी माताजी सितार बजाती थीं।

बातचीत के दौरान एक अभिभावक ने कहा कि शाहरुख खान से मिलने पर इतना अच्छा नहीं लगा, जितना आपसे बात करके लग रहा है। हम यही चाहेंगे कि बच्चे समय का सही इस्तेमाल करें। वहीं, उनकी बेटी ने प्रधानमंत्री से कहा कि आपने जब परीक्षा रद्द करने का फैसला लिया तो मैं 12 बजे तक सोई थी।

जयपुर की एक छात्रा ने कहा कि आपने जो फैसला लिया है, मौजूदा हालात में ये सही है। CBSE पर भरोसा है कि वो मूल्यांकन के लिए जो मापदंड निर्धारित करेंगे वह सही होगा। इसी दौरान मोदी ने कहा कि सभी पैरेंट्स आ जाएं, हमारे सभी जो भी हैं। इसके बाद छात्र ने कहा कि हम लोग बैठते हैं तो सभी लोग कहते हैं कि मोदीजी परीक्षा पर फैसला कर देंगे।

गुवाहाटी की एक छात्रा ने कहा कि मेरी दादी और पापा साथ हैं। मेरी दादी आपकी न्यूज हमेशा फॉलो करती हैं। इस पर मोदी ने कहा कि दादीजी को सारी राजनीति का पता है। छात्रा ने प्रधानमंत्री से गुवाहाटी आने के लिए कहा तो मोदी बोले कि मुझे आपके यहां सेगुबड़ी खाने को मिलती थी। आपसे बात करके अच्छा लगा।

उन्होंने कहा कि आजादी के 75 साल हो रहे हैं। आप लोग अपने जिलों की आजादी की घटनाओं पर निबंध लिख सकते हैं। हिमाचल के मंडी की भी एक छात्रा ने कहा कि मेरे दादा आपके बहुत बड़े फैन हैं।

एक छात्रा ने बताया कि वह इंदौर से है। इस पर मोदी ने पूछा- आपका इंदौर किस बात के लिए प्रसिद्ध है। छात्रा ने कहा कि सफाई के लिए। इस पर मोदी ने कहा कि आपके इंदौर ने जो कमाल किया है उससे दुनिया में उसका नाम हो रहा है।

भारत का युवा पॉजिटिव भी है और प्रैक्टिकल भी। निगेटिव थॉट्स की जगह आप मुश्किलों और चुनौतियों को अपनी ताकत बना लेते हैं। आपने जो इनोवेशंस किए और नई चीजें सीखीं, उसने आपके अंदर नया आत्मविश्वास दिया है।
मैं तो अचानक आ गया। फिर भी आप एक भी बातचीत में लड़खड़ाए नहीं। आप जैसे अपने टीचर के साथ बात करते हैं, वैसे ही मुझसे बात कर रहे थे। यही अपनापन मेरे लिए खुशी की बात है। मेरे लिए ये अनुभव आनंददायक है। मुझसे देश के कोने-कोने में बैठे बच्चे के साथ बड़ी सहजता से बात कर रहे हैं। ये बहुत अच्छा अनुभव है।
आपके अनुभव जीवन में हर पड़ाव पर आपको उबारेंगे। कठिन से कठिन समय में रोइए मत। उससे भी आपने कुछ सीखा होगा। आज जिस भी फील्ड में आप जाएंगे, वहां नया करना है। आपने देखा होगा कि स्कूल, कॉलेज में हमें टीम स्पिरिट के बारे में बार-बार सिखाया जाता है। कोरोना की मुश्किलों के बीच हमें ये लेसंस करीब से देखने, समझने और जीने का मौका मिला है।
कैसे हमारे समाज में हर किसी ने एक-दूसरे का हाथ थामा, टीम स्पिरिट से चुनौतियों का सामना किया। टीम वर्क के ये एक्सपीरियंस आपको भी नई ताकत देंगे। सबको लग रहा है कि आफत आई है, पर हम विजयी होकर निकलेंगे। हर भारतीय के मुंह से यही आवाज निकल रही है।
पिछली 4-5 पीढ़ी में किसी ने न देखा और न सुना। हर हिंदुस्तानी कह रहा है कि हम इससे उबरेंगे और नई ऊर्जा से देश को आगे ले जाएंगे। मुझे भरोसा है कि आप आगे जहां भी जाएं, इसी तरह मिलकर आगे बढ़ते रहेंगे।
5 जून को पर्यावरण दिवस है। इस बार पर्यावरण के लिए कुछ कीजिए। 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योगा दिवस है। योगा दिवस का दुनिया के सबसे ज्यादा देशों ने समर्थन किया है। आप भी अपने परिवार में रहकर योग को जरूर अपनाइए। बहुत सारे मैच हैं, ओलिंपिक हैं। आप जानिए इन सब बारे में।

छात्रों के हित को ध्यान में रखकर ही 12वीं की परीक्षा रद्द करने का फैसला लिया गया है।
छात्रों की सुरक्षा और सेहत हमारे लिए सबसे बड़ी प्राथमिकता है। इस पर किसी भी तरह का समझौता नहीं किया जा सकता है।
परीक्षा को लेकर छात्र, पैरेंट्स और टीचर्स सभी परेशान थे। इस फिक्र को खत्म किया जाना जरूरी था।
ऐसे दबाव भरे माहौल में छात्रों को परीक्षा देने के लिए बाध्य किया जाना ठीक नहीं होगा।
परीक्षा से जुड़े सभी पक्षों को इस समय छात्रों के प्रति संवेदनशीलता दिखाने की जरूरत है।
रिजल्ट किस आधार पर आएगा, ये तय करने में 2 हफ्ते लगेंगे: CBSE
CBSE के सचिव अनुराग त्रिपाठी ने बुधवार को बताया था कि स्टूडेंट्स के मूल्यांकन के लिए स्ट्रक्चरिंग क्राइटेरिया पर काम चल रहा है, इसे पूरा करने में करीब 2 हफ्ते का समय लगेगा। फिर इस पर फैसला होगा। प्रक्रिया पूरी होते ही इसे पब्लिक डोमेन में लाया जाएगा।

त्रिपाठी ने कहा कि पैरेंट्स, टीचर्स, प्रिंसिपल और स्टूडेंट्स को इसके लिए थोड़ा इंतजार करने की जरूरत है। साथ ही सभी से अनुरोध है कि घबराएं नहीं।

12वीं से पहले 10वीं की परीक्षाएं रद्द की जा चुकी हैं। 10वीं का रिजल्ट तैयार करने के लिए 5 सदस्यीय शिक्षकों की टीम का गठन हर स्कूल में किया गया है। ये टीम भी इंटरनल असेसमेंट के आधार पर 10वीं का रिजल्ट तैयार करेगी।

अब 12वीं के लिए भी इंटरनल अससेसमेंट के फॉर्मूले पर ही फोकस किया जा रहा है, लेकिन एक्सपर्ट का कहना है कि 12वीं के रिजल्ट में 10वीं के पैटर्न को लागू नहीं किया जा सकता। इससे हायर स्टडी के लिए प्लान बना रहे स्टूडेंट्स को काफी नुकसान हो सकता है।

एक्सपर्ट्स का मानना है कि सभी स्कूलों में यूनिट टेस्ट और मिड टर्म एग्जाम के लिए एक समान आधार नहीं हैं। कुछ स्कूलों में बोर्ड परीक्षा की तुलना में ज्यादा सख्ती से यूनिट टेस्ट और प्री-बोर्ड एग्जाम कराए जाते हैं, जबकि कई स्कूल इनमें रियायत बरतते हैं।

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