लखनऊ (लाइवभारत24)।  प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को एक बार फिर अनलॉक का मतलब समझाया। लोकभावन में आयोजित उच्चस्तरीय बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि अनलाॅक का अर्थ है अनुशासन। उन्होंने   कहा कि कोरोना से बचाव के लिए अनलाॅक व्यवस्था के दौरान पूर्ण अनुशासन के साथ रहना आवश्यक है। कोविड-19के संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिए लगातार सतर्कता बरतने पर भी बल दिया है। बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड तथा नाॅन कोविड अस्पतालों की व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त बनाए रखने केलिए हर स्तर पर संवाद आवश्यक है। उन्होंने 11 जनपदों में नोडल अधिकारी के रूप में तैनात वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों तथा विशेषज्ञ चिकित्सकों के साथ निरन्तर संवाद बनाए रखने के निर्देश दिए।

सीएम ने कहा कि जिलाधिकारियों तथा मण्डलायुक्तों के साथ भी नियमित संवाद कायम रखते हुए व्यवस्थाओं को बेहतर बनाए रखा जाए। इस अवसर पर स्वास्थ्यमंत्री जय प्रताप सिंह, मुख्य सचिव आर के तिवारी, अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त आलोक टण्डन, कृषि उत्पादन आयुक्त आलोक सिन्हा, अपर मुख्य सचिवसूचना एवं गृह अवनीश कुमार अवस्थी, सूचना निदेशक शिशिर सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।एनसीआर क्षेत्र में विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश मुख्यमंत्री ने निर्देशदिए कि कोरोना संक्रमित रोगियों की स्थिति को देखते हुए उन्हें उपचार के लिए एल-1,एल-2 अथवा एल-3 श्रेणी के अस्पताल में भर्ती किया जाए। उन्होंने कहा कि जन स्वास्थ्यकी दृष्टि से एनसीआर के जनपदों में सतर्कता बरती जाए। जनपद गौतमबुद्ध नगर, गाजियाबाद, मेरठ, बागपत, हापुड़ तथा बुलन्दशहर पर विशेष ध्यान देने के निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि इन जिलों में उपचार की बेहतर व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाए। उन्होंने एनसीआर क्षेत्र के जनपदों के कोविड अस्पतालों में बेड तथा चिकित्साकर्मियों की संख्या में वृद्धि करने के निर्देश भी दिए हैं।

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