मुंबई(लाइवभारत24)। टीवी सीरियल ‘अमानत’ में डिंकी के रोल में ग्रेसी सिंह को खूब पसंद किया गया। इसके तुरंत बाद उसे फिल्मों से भी ऑफर आने लगे। उस समय आमिर खान आशुतोष गोवारिकर की फिल्म ‘लगान’ प्रोड्यूस करने जा रहे थे। इस फिल्म में उन्हें हीरोइन की तलाश थी जो एक गांव की लड़की की भूमिका निभा सके। ग्रेसी ने स्क्रीन टेस्ट दिया और उसका सेलेक्शन हो गया। उस समय के सुपर स्टार आमिर खान के साथ फिल्म में डेब्यू करना बड़ी बात थी।
ग्रेसी सिंह ने ‘लगान’ का रोल पूरी शिद्दत के साथ किया और फिल्म में उसे खूब पसंद भी किया गया। ऐसा लग रहा था जैसे ग्रेसी सिंह अगली हीरोइन नंबर वन बनने जा रही हों। उस समय माधुरी दीक्षित, श्रीदेवी, करिश्मा कपूर सबका करियर ढलान पर था। ग्रेसी को तुरंत तीन बड़ी फिल्में मिल गईं अनिल कपूर के साथ ‘अरमान’, संजय दत्त के साथ ‘मुन्ना भाई एमबीबीएस’ और अजय देवगन के साथ ‘गंगाजल’। ये तीनों फिल्में अच्छी चलीं। पर इसके बाद ग्रेसी का क्या हुआ? अगले सप्ताह यानी 20 जुलाई को चालीस साल की होने वाली एक फौजी की बेटी ग्रेसी सिंह में वो सब क्वालिटीज थीं, जो एक हीरोइन में होनी चाहिए। सुंदर, शालीन, टैलेंटेड और मेहनती। पर शुरुआती कामयाबी के बाद उसके हिस्से एकदम बी ग्रेड फिल्में आईं जो बुरी तरह फ्लॉप रहीं. क्या वजह थी कि उस समय के निर्माताओं की नजर ग्रेसी सिंह पर नहीं पड़ी? यह वही वक्त था जब करीना कपूर डेब्यू कर चुकी थी। रानी मुखर्जी, ऐश्वर्या राय और प्रीटि जिंटा टॉप पर थीं। इन सबके बीच ग्रेसी को किसी ने नहीं पूछा। जैसे ही उसकी एक फिल्म फ्लॉप हुई, उसके पास ऑफर आने लगभग बंद हो गए।
ग्रेसी ने अपने एक इंटरव्यू में कहा था, ‘मैं मेहनत कर सकती हूं, चापलूसी नहीं। फिल्म इंडस्ट्री की खेमेबाजी मुझे समझ नहीं आती। रोल हासिल करने के लिए प्रोड्यूसर के पास जाना, पार्टी अटैंड करना मेरे बस की बात नहीं थी। मुझे पता ही नहीं चला कब मेरे पास काम आना बंद हो गया है। ’
ग्रेसी सिंह एक ट्रैंड डांसर है. शिकायत करने के बजाय वह डांस परफॉर्मेंस देने लगीं। फिल्म क्रिटिक राजा कहते हैं, ‘बाहर से आए एक्टर अगर अपने पत्ते सही से ना खेलें तो बहुत जल्द गेम से बाहर हो जाते हैं। जैसे चंद्रचूड़ हुए। ग्रेसी भी इसी गेम का शिकार हो गई। ’
बहुत सालों बाद ग्रेसी संतोषी मां की भूमिका में टीवी में लौटीं। ग्रेसी ने ग्रेसफुली कहा कि उन्हें किसी से शिकायत नहीं, और अब जब वे स्पिर्चुअल हो गई है तो और भी नहीं। नेपोटिज्म और फेवरेट के चलते एक अच्छी अदाकारा को कई प्रोजेक्ट से हाथ धोना पड़ा। बालीवुड में ऐसे कई कलाकार है जो नेपोटिज्म के शिकार हुये और अभी चुप है।