दूध के महत्त्व को उजागर करने के लिए हर साल एक जून को मनाया जाता है “वर्ल्ड मिल्क डे”
लखनऊ | दूध व दूध से बने उत्पाद पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं | इसलिए यह सभी आयु वर्ग के लोगों के दैनिक आहार का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं | पूरे विश्व में दूध व डेयरी उत्पादों के महत्व को उजागर करने के उद्देश्य से प्रतिवर्ष 1 जून को “वर्ल्ड मिल्क डे’ मनाया जाता है | इस वर्ष इस दिवस की थीम है : “ The 20th Anniversary of World Milk Day” .
गोमती नगर निवासी 31 वर्षीय प्रियान्शु बताते हैं कि वह बचपन से नियमित रूप से दूध ले रहे हैं | वह कहते हैं – मैं रात में सोते समय हल्दी का दूध लेता हूँ | इससे रोग प्रतिरोधक शक्ति बढ़ती है और नींद भी अच्छी आती है |
गोमती नगर में रहने वाली लकी बताती हैं – वह अपने बेटे को नियमित रूप से दूध देती हैं क्योंकि इसमे बच्चो की आवश्यकता के अनुसार सम्पूर्ण विटामिन्स व पोषक तत्व होते है| उनकी बेटे को दूध से महक आती है इसलिए वह दूध में चोकलेट पाउडर/ कॉम्पलेन/बादाम या मेवे डालकर दूध देती हैं |
किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी की मुख्य पोषण विशेषज्ञ डॉ. सुनीता सक्सेना बताती हैं –दूध प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट , फैट, कैल्शियम, ऊर्जा और विटामिन “बी” का अच्छा स्त्रोत होता है | साथ ही इसमें आयोडीन, फास्फोरस व पोटैशियम भी पाया जाता है | दूध और दूध से बने पदार्थ बच्चों और किशोरों में हड्डियों को मजबूत करते हैं | डा. सुनीता बताती हैं- 100 मिली दूध में 3.5 – 4 ग्राम अच्छी गुणवत्ता का प्रोटीन होता है | साथ ही फुल क्रीम दूध में 167 कैलोरी ऊर्जा व बिना क्रीम के दूध में 67 कैलोरी ऊर्जा होती है | यदि कोई सामान्य वयस्क प्रतिदिन 450 मिली कोई दूध लेता है तो उसके दैनिक कैल्शियम की मात्रा पूरी हो जाती है |
डॉ. सुनीता बताती हैं – जिन व्यक्तियों को पेट सम्बन्धी समस्या होती है उन्हें दूध की जगह दही या मट्ठे का उपयोग करना चाहिए ताकि हाजमा दुरुस्त रहे |
राजकीय आयुर्वेद संस्थान व अस्पताल के असिस्टेंट प्रोफ़ेसर डा. मंदीप जायसवाल बताते हैं – हल्दी मिलाकर दूध पीने से हमारे शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है | इसे गोल्डन मिल्क भी कहते हैं | दूध में हल्दी मिलाने से कैल्शियम का अवशोषण भी अधिक हो जाता है इससे हड्डियाँ अधिक मजबूत होती हैं | यह एंटी एलर्जिक होता है | यह अस्थमा व त्वचा सम्बन्धी बीमारियों में भी लाभदायक होता है | हल्दी वाले दूध के सेवन से चोट व घाव जल्दी भरते हैं | हल्दी वाला दूध अनिद्रा व तनाव को भी दूर करता है | यह मानसिक बीमारियों में भी फायदेमंद होता है | यह ब्रेन टोनिक के रूप में काम करता है इसलिए बच्चों को देने की सलाह दी जाती है |
डॉ. मंदीप जायसवाल बताते हैं –एसिडिटी की समस्या होने पर आधा पानी मिश्रित ठंडा दूध तत्काल पेट में जलन से लाभदायी होता है | ठंडा गाढ़ा दूध पचने में भारी होता है इसलिए गाढ़ा नहीं पीना चाहिए |
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