लखनऊ(लाइवभारत24)। बिजली विभाग खेती के लिए 10 की जगह 16 घंटे बिजली दे सकता है। प्रदेश के कई जिलों में कम बारिश होने की वजह से यह फैसला लिया जाएगा। इससे किसान ठीक से खेती कर सके और पैदावार पर कोई असर न पड़े।

यूपी के कई जिलों में अनुमान से कम बारिश हुई है। इसकी वजह से फसलों को नुकसान हो रहा है। खेती के लिए 6 घंटे की अतिरिक्त सप्लाई दी जाएगी, लेकिन इससे काफी खर्चा बढ़ जाएगा। अब पावर कॉर्पोरेशन के अधिकारी उसके आंकलन में जुटे है। उम्मीद है जल्द ही इसका रास्ता निकाल आदेश जारी कर दिया जाएगा।
CM ने कम बारिश के बाद सभी जिलों की समीक्षा की थी। इसके बाद उन्होंने ट्यूबेल के लिए गए किसी भी कनेक्शन को न काटने का आदेश दिया था। इस दौरान सीएम ने ग्रामीण इलाकों में बिजली आपूर्ति बढ़ाने के निर्देश भी दिए थे।
सरकारी आंकड़ों के अनुसार यूपी में 33 जिले ऐसे हैं जहां 40 प्रतिशत से 60 प्रतिशत तक ही बारिश हुई है। 19 जिलों में 40 प्रतिशत से भी कम बरसात हुई है। इन जिलों में खरीफ फसलों की बुवाई प्रभावित हुई है। इसमें धान सबसे प्रमुख है। 20 अगस्त के आंकड़ों के अनुसार 96.03 लाख हेक्टेयर जमीन के मुकाबले 93.22 लाख हेक्टेयर की बुआई हुई है। कम बारिश के कारण प्रदेश में फसलों को नुकसान होने की संभावना बनी हुई है।
राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष अवधेश वर्मा ने बताया कि 6 घंटे बिजली सप्लाई डेढ़ महीने तक बढ़ा दिया जाए तो 131 करोड़ रुपए का अतिरिक्त बोझ आएगा। उपभोक्ताओं का बिजली कंपनियों पर जो 25133 करोड़ रुपये सरप्लस निकल रहा है। वहां से यह बजट लाना चाहिए।
ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने बिजली सप्लाई में कोई परेशानी न आने की बात कही है। इसको लेकर उन्होंने अधिकारियों को निर्देश भी दिया है। फसलों को नुकसान से बचाने के लिए ऊर्जा विभाग के अधिकारियों को सतर्क रहकर कार्य करना होगा, जिससे कि किसी भी स्तर पर समस्या होने पर तत्काल संज्ञान लिया जा सके।

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