गोंडा (लाइवभारत24)। गोंडा जिले में मंगलवार देर रात बड़ा हादसा हो गया। यहां वजीरगंज क्षेत्र के टिकरी गांव में सिलेंडर में ब्लास्ट से दो मकान जमींदोज हो गए। इनके मलबे में 14 लोग दब गए। जिन्हें पुलिस ने गांव वालों की मदद से बाहर निकाला। लेकिन तब तक 7 लोगों की मौत हो चुकी थी। वहीं एक ने अस्पताल में दम तोड़ा। 8 मृतकों में दो पुरुष, दो महिलाएं और 4 बच्चे हैं। 6 गंभीर रूप से घायल हैं। उन्हें जिला अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद लखनऊ के ट्रामा सेंटर रेफर किया गया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हादसे पर दुख जाहिर किया है। उन्होंने अधिकारियों को तत्काल मौके पर पहुंचकर राहत और बचाव कार्य करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही घटना की उच्चस्तरीय जांच के भी आदेश दिए हैं।
बताया जा रहा है कि टिकरी गांव निवासी नुरुल हसन के पास पटाखा बनाने का लाइसेंस था। मंगलवार की रात करीब 11 बजे के आसपास उनके घर में विस्फोट हुआ। यह इतना तेज था कि नुरुल हसन मकान तो ढहा ही, बाजू वाला मकान भी जमींदोज हो गया। ग्रामीणों की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची इसके बाद JCB और पोकलेन मशीनों से मलबा हटाया गया।
नया सिलेंडर लिया था, यानी वह पूरा भरा था
हादसे में घायल मोहम्मद हकीम ने बताया कि रात 11 बजे के आसपास खाना बन रहा था, तभी गैस सिलेंडर में विस्फोट हुआ। गैस सिलेंडर हाल ही में खरीदकर लाया गया था। इससे दो मंजिला मकान ढह गया। पड़ोसी का भी मकान गिरा है। इसके बाद क्या हुआ, मुझे नहीं मालूम।
IG राकेश सिंह, SP संतोष कुमार मिश्र मौके पर कैंप कर रहे हैं। विस्फोट के कारणों का पता लगाने के लिए फोरेंसिक टीम को बुलाया गया है। SP ने बताया कि सिलेंडर विस्फोट से छत गिरना बताया जा रहा है। अभी हमारी प्राथमिकता राहत व बचाव कार्य की है। जो भी तथ्य सामने आते हैं, उस हिसाब से आगे की कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल घटना की बारीकी से जांच की जा रही है।
इस हादसे में नुरुल हसन का बेटा निसार (35 साल), शमशाद (28 साल), बेटी रुबाना बानो (32 साल), निसार अहमद की पत्नी सायरुन निशा (35 साल), बेटी नूरी सबा (12 साल) और बेटे शहनवाज (14) की मौत हो गई। इसके अलावा, मेराज (11 साल), मो. शोएब (2 साल) की भी मलबे के नीचे दबकर जान चली गई।