लखनऊ/नई दिल्ली(लाइवभारत24)। महिंद्रा समूह ने आज महिंद्रा यूनिवर्सिटी (एमयू) शुरू की। यह यूनिवर्सिटी भारत में विश्वस्तरीय, भविष्योन्मुखी शिक्षा उपलब्ध करायेगी। इसका उद्देश्य बहुमुखी रूप से कुशल ऐसे नेतृत्वकर्ता तैयार करना है जो विचारशील व नवोन्मेषी होने के साथ-साथ नैतिक आचरण वाले व समानुभूतिशील हों। देश में उच्च शिक्षा दिये जाने के तरीके में सार्थक बदलाव लाने हेतु, महिंद्रा यूनिवर्सिटी, मानविकी, नीति एवं दर्शन व डिजाइन के साथ विज्ञान व प्रौद्योगिकी के समन्वित अध्ययन के जरिए उत्कृष्ट अंतर्विषयक शिक्षा प्रदान करेगी। यह स्वायत्त विश्वविद्यालय के रूप में चलेगी।
इसके पाठ्यक्रम को आधुनिक दौर की मांगों के अनुरूप तैयार किया गया है, ताकि डाटा साइंस, ब्लॉकचेन और डाटा एनालिटिक्स जैसी उभरती प्रौद्योगिकियों को प्रभावी तरीके से उपयोग में लाया जा सके। महिंद्रा यूनिवर्सिटी, अपने छात्रों के सर्वांगीण विकास पर ध्यान देगी, जिसमें संवेगात्मक बुद्धिध्इमोशनल इंटेलिजेंस (दायां मस्तिष्क) और कृत्रिक बुद्धिध्आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (दायां मस्तिष्क) का समन्वय होगा। महिंद्रा विश्वविद्यालय, महिंद्रा शैक्षणिक संस्थानों का हिस्सा है, जो टेक महिंद्रा की एक लाभदायी सहायक कंपनी नहीं है। यह संपूर्ण महिंद्रा समूह के मानकों और प्रतिष्ठा को दर्शाती है, जो दोनों लोगों और समुदायों के जीवन में ड्राइविंग पॉजिटिव चेंज के अपने मुख्य उद्देश्य को दर्शाती है। विश्वविद्यालय समाज के सामने आने वाली जटिल चुनौतियों को हल करने के लिए उद्यमशीलता परियोजनाओं के माध्यम से वास्तविक दुनिया के अनुभव के साथ शिक्षा को संतुलित करने का एक मंच भी होगा। यह, खेल और संगीत जैसी पाठ्येतर गतिविधियों के प्रावधान के साथ संयुक्त, सहस्राब्दी के लिए उच्च शिक्षा में क्रांति लाने और हाइपर-कुशल, भविष्य के लिए तैयार प्रतिभा पूल बनाने में मदद करेगा। महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन और महिंद्रा यूनिवर्सिटी के चेयरमैन आनंद महिंद्रा ने कहा, “उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा में व्यक्तियों और राष्ट्रों के लिए परिवर्तनकारी शक्तियां समान हैं। महिंद्रा विश्वविद्यालय एक और अधिक संतुलित शिक्षा देने का प्रयास करेगा, अगली पीढ़ी के नेताओं को बनाने के लिए लिबरल आर्ट्स के साथ नवीनतम तकनीक का संयोजन करेगा, जो एक समग्र विश्व दृष्टिकोण रखता है।