मुंबई(लाइवभारत24)। पावर सेक्टर की फंड संबंधी आवश्यकताओं को पूरा करने की दिशा में देश की अग्रणी एनबीएफसी पावर फाइनेंस कॉरपोरेशन (पीएफसी) देश में अक्षय ऊर्जा के उत्पादन के लिहाज से और अधिक संपत्ति के निर्माण के लिए पूरी तरह तैयार है। पीएफसी के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर रविन्दर सिंह ढिल्लन ने यह बात कही। 29 सितंबर, 2020 को होने वाली कंपनी की 34वीं वार्षिक साधारण सभा से पूर्व कंपनी के शेयरधारकों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि अक्षय ऊर्जा सेगमेंट में टैरिफ स्थिर हो गए हैं और इससे बिजली के स्वच्छ स्रोतों में निवेश करने के बड़े अवसर मिलते हैं। उन्होंने कहा, “अक्षय ऊर्जा सेगमेंट में इधर सकारात्मक संकेत मिल रहे हैं, जहां टैरिफ स्थिर हो गए हैं और इससे ऊर्जा के स्वच्छ स्रोतों में निवेश करने के लिए बड़े अवसर मिल रहे हैं। यह स्थिति भारत के महत्वाकांक्षी हरित ऊर्जा लक्ष्य को भी मजबूत बनाती है।“शेयरधारकों के नाम अपने एक पत्र में उन्होंने कहा, “सरकार विभिन्न क्षेत्रों में स्वदेशी उत्पादन पर ध्यान केंद्रित कर रही है और इस लिहाज से यह महत्वपूर्ण है कि भारत में निर्मित बिजली क्षेत्र के उपकरणों की हिस्सेदारी और आगे बढ़े। हमारा मानना है कि ‘मेक इन इंडिया’ और ‘डिजिटल इंडिया’ जैसी विभिन्न सरकारी पहल देश के भीतर वेफर्स, इनगॉट्स, सेल और मॉड्यूल के निर्माण के लिए एक ईको सिस्टम बनाने की दिशा में एक लंबा रास्ता तय करेंगी। यह सिस्टम न केवल भारतीय विद्युत क्षेत्र को आत्मनिर्भर और स्वावलंबी बनाने में मदद करेगाए बल्कि रोजगार पैदा करने और उद्यमशीलता के अवसर प्रदान करने में भी सहायक साबित होगा। देश में एक अग्रणी ऋणदाता होने के नाते, आपकी कंपनी पीएफसी आज अक्षय ऊर्जा के उत्पादन के लिए और अधिक संपत्ति के निर्माण के लिए पूरी ईमानदारी से समर्थन करने के लिए तत्पर है।

कोई जवाब दें

कृपया अपनी कमेंट दर्ज करें!
कृपया अपना नाम यहाँ दर्ज करें