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यूटीआईआईटीएसएल व एनएचए के बीच हुआ करार

लखनऊ (लाइवभारत24)। यूटीआई इंफ्रास्ट्रक्चर टेक्नोलॉजी एंड सर्विसेज लिमिटेड (यूटीआईआईटीएसएल) ने आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (एबी – पीएमजेएवाई) के तहत लाभार्थियों को ई-कार्ड की छपाई सेवाएं प्रदान करने के लिए राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण (एनएचए) के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं, जो 5 लाख रुपये का वार्षिक स्वास्थ्य कवर प्रदान करता है। इस सेवा का लाभ 53 करोड़ गरीब नागरिक देश में कहीं भी कैशलेस माध्यमिक और तृतीयक स्वास्थ्य सेवा का लाभ उठा सकते है। एमओयू पर डॉ. विपुल अग्रवाल, उप मुख्य कार्यकारी, एनएचए के अधिकारी तथा  विजय कुमार जैन प्रबंध निदेशक तथा मुख्य कार्यकारी अधिकारी, यूटीआईआईटीएसएल ने हस्ताक्षर किए । यूटीआईआईटीएसएल लाभार्थी की पहचान, नामांकन प्रक्रिया और एबी – पीएमजेएवाई योजना के तहत लाभार्थियों के लिए ई-कार्ड जारी करने में सहायता प्रदान करेगा। यूटीआईआईटीएसएल अपनी शाखाओं ध् पीएसए के माध्यम से ई-कार्ड की छपाई की सेवाएं प्रदान करेगा।

 विजय कुमार जैन, प्रबंध निदेशक तथा मुख्य कार्यकारी अधिकारी, यूटीआईआईटीएसएल, ने अपने व्यक्तव्य में कहा की “प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (एबी – पीएमजेएवाई) के कार्यान्वयन और प्रबंधन के उद्देश्यों को प्राप्त करने में यूटीआईटीएसएल को आयुष्मान भारत के साथ जुड़ने पर गर्व है। यूटीआईआईटीएसएल, एबी – पीएमजेएवाई योजना के तहत लाभार्थियों की पहचान करने के लिए जमीनी स्तर पर पहुंचने के लिए अपने मौजूदा पैन इंडिया नेटवर्क का लाभ उठाएगा और पूरे भारत ध् स्थानों ध् केंद्रों में पीएमजेएवाई के लाभार्थी पहचान प्रणाली के लिए ऑनलाइन पंजीकरण ध् सत्यापन प्रक्रिया को भरने में उनकी सहायता करेगा। आयुष्मान भारत ’योजना ने अब तक एक करोड़ उपचार की संख्या को पार कर लिया और इसका उद्देश्य पैन इंडिया नेटवर्क वाले यूटीआईआईटीएसएल के माध्यम से बड़ी संख्या में लाभार्थियों तक पहुंचना है। डॉ. विपुल अग्रवाल, उप मुख्य कार्यकारी अधिकारी, एनएचए ने कहा, ष्आयुष्मान भारत – प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (एबी – पीएमजेएवाई) 100 प्रतिशत प्रौद्योगिकी और डेटा-संचालित और विश्लेषिकी-उन्मुख है, जो इसके कार्यान्वयन के पहले दिन से है। एबी – पीएमजेएवाई का लक्ष्य 10.74 करोड़ से अधिक गरीबों, वंचित ग्रामीण परिवारों और शहरी श्रमिक परिवारों की व्यावसायिक श्रेणी को लक्षित करना है जो सामाजिक-आर्थिक जाति जनगणना 2011 डेटाबेस के अनुसार पहचाना जाता है। हमारा मानना है कि यूटीआईआईटीएस के साथ इस साझेदारी के माध्यम से, हम विशेष रूप से दूरस्थ, असम्बद्ध स्थानों में योग्य परिवारों की एक बड़ी संख्या तक पहुँचने में सक्षम होंगे और उन्हें पीएम-जेएवाई के माध्यम से सस्ती गुणवत्ता वाली स्वास्थ्य सेवा तक पहुंच बनाने में सक्षम करेंगे। ष्लाभार्थी पात्र को पीएम-जेएवाई योजना के अंतर्गत पोर्टेबिलिटी सुविधा के माध्यम से 23,000 सार्वजनिक और निजी अस्पतालों के बढ़ते पैन-इंडिया नेटवर्क में कैशलेस माध्यमिक और तृतीयक देखभाल का लाभ उठा सकते हैं। इससे प्रवासी कामगारों को मदद मिलती है जो घर से दूर काम करते हैं या ऐसी जगह पंजीकृत होते हैं जहाँ के वे नहीं होते हैं। इस योजना में अब तक लगभग 12.55 करोड़ ई-कार्ड जारी किए जा चुके हैं।ई-कार्ड जारी करवाने के लिए, लाभार्थी को आधार कार्ड जैसे दस्तावेज की मदद से यूटीआईआईटीएसएल शाखाओं  पीएसए के माध्यम से पहचान सत्यापित करवाने की आवश्यकता होगी और पंजीकृत लाभार्थी एबी – पीएमजेएवाई योजना के तहत लाभ प्राप्त कर सकेगा।

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