वॉशिंगटन (लाइवभारत24)। अमेरिका में अस्पतालों में जगह नहीं है। इस वजह से बाहर टेंट में मरीजों का इलाज किया जा रहा है। दुनिया में अब तक 7.09 करोड़ से ज्यादा संक्रमित, 15.94 लाख मौतें हो चुकीं, 4.93 करोड़ स्वस्थ! अमेरिका में संक्रमितों का आंकड़ा 1.60 करोड़ से ज्यादा, अब तक तीन लाख लोगों ने  जान गंवाई ब्रिटेन और कनाडा के बाद अमेरिका भी फाइजर की कोरोना वैक्सीन के इमरजेंसी यूज का अप्रूवल दे सकता है। उम्मीद जताई जा रही है कि शनिवार को अप्रूवल मिलने के बाद अगले हफ्ते से यहां वैक्सीनेशन शुरू किया जा सकता है। उधर, ऑस्ट्रेलिया में वैक्सीन लेने वालों में HIV एंटीबॉडी बनने के बाद ट्रायल रोक दिया गया है। अमेरिका में एक्सपर्ट के एक आउटसाइड पैनल ने फाइजर की वैक्सीन को अप्रूवल देने के फेवर में वोट दिया है। US हेल्थ डिपार्टमेंट के एक अधिकारी ने बताया कि यह बहुत जटिल वैक्सीनेशन कैम्पेन के करीब पहुंचने की ओर बढ़ाया गया अहम कदम है। हालांकि, गुरुवार को पैनल ने सिर्फ एक एडवाइज के तौर पर वोट दिया था कि अब फेडरल फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन को वैक्सीन को मंजूरी दे देना चाहिए। इस बीच दुनिया में कोरोना मरीजों का आंकड़ा 7.09 करोड़ के ज्यादा हो गया। 4 करोड़ 93 लाख से ज्यादा लोग ठीक हो चुके हैं। अब तक 15 लाख 94 हजार से ज्यादा लोग जान गंवा चुके हैं। ये आंकड़े www.worldometers.info/coronavirus के मुताबिक हैं। ऑस्ट्रेलिया ने शुक्रवार को कोरोना वैक्सीन तैयार करने का काम रोक दिया। यह वैक्सीन यूनिवर्सिटी ऑफ क्वीन्सलैंड और बायोटेक कंपनी सीएसएल मिलकर तैयार कर रही थी। पहले स्टेज के ट्रायल में वैक्सीन लेने के बाद कुछ लोगों में HIV एंटीबॉडी डेवलप होने की बात सामने आई। इसके बाद इसे नहीं बनाने का फैसला लिया गया। सरकार ने इस वैक्सीन के 5.1 करोड़ डोज खरीदने का ऑर्डर भी कैंसिल कर दिया है। यह वैक्सीन ऑस्ट्रेलिया में तैयार की जा रही चार वैक्सीन्स में से एक थी। वैक्सीन को अप्रूवल मिलने का मतलब है अमेरिका में अगले हफ्ते की शुरुआत में कोरोना वैक्सीन का पहला डोज दिया जा सकता है। शुरुआत में हेल्थ केयर वर्कर्स को वैक्सीन दी जाएगी। हेल्थ एंड ह्यूमन सर्विस के सेक्रेटरी एलेक्स अजार ने शुक्रवार को कहा कि हम अगले हफ्ते सोमवार या मंगलवार से हम लोगों को वैक्सीन लगते देख सकते हैं। अमेरिका में शुक्रवार को कोरोना के कारण जान गंवाने वालों की संख्या तीन लाख से ज्यादा हो गई। यहां अस्पतालों में जगह नहीं है। इसलिए टेंट में मरीजों का इलाज किया जा रहा है। अमेरिका में बुधवार को एक दिन में सबसे ज्यादा 3260 मौतें हुईं। ये वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर हुए आतंकी हमले और पर्ल हार्बर पर जापानी अटैक में हुई मौतों से भी ज्यादा हैं। वर्ल्ड ट्रेड सेंटर हमले में 2,996 और पर्ल हार्बर में 2,400 मौतें हुई थीं। अमेरिका में महामारी शुरू होने के बाद एक दिन में हुई मौतों का यह सबसे बड़ा आंकड़ा है। इसकी मुख्य वजह पिछले हफ्ते खत्म हुई थैंक्स गिविंग डे की छुट्टियां हैं। इस दौरान लाखों लोग सफर पर निकले। खूब पार्टियां और सोशल गेदरिंग हुई। सरकार की चेतावनी को लोगों ने नजरअंदाज कर दिया। इससे मामले भी बढ़े और मौतें भी। प्रेसिडेंट इलेक्ट जो बाइडेन ने कुछ दिन पहले कोरोना वायरस एडवाइजरी बोर्ड बनाया है। इसके हेड डॉक्टर माइकल ओस्टरहोम ने CNN से कहा कि यह मतलब बिल्कुल न निकालें कि कोरोना तीन से छह हफ्ते में खत्म हो जाएगा। मैं सिर्फ आगाह कर रहा हूं कि मामले और नुकसान इस दौरान बढ़ सकता है। आम लोगों को बड़े पैमाने पर मार्च या अप्रैल में ही वैक्सीन मिल पाएगी। मैं बस इतना चाहता हूं कि अमेरिकी सोशल डिस्टेंसिंग रखें और मास्क पहनें। देश में कोई क्रिसमस पार्टी नहीं होनी चाहिए। अमेरिका के एल पासो में बुधवार को कोविड-19 से संक्रमण से एक व्यक्ति की मौत हो गई। उसका एक रिश्तेदार उसे अंतिम विदाई देता हुआ। अमेरिका के एल पासो में बुधवार को कोविड-19 से संक्रमण से एक व्यक्ति की मौत हो गई। उसका एक रिश्तेदार उसे अंतिम विदाई देता हुआ। ब्रिटेन की फार्मा कंपनी एस्ट्राजेनेका अपने वैक्सीन को रूस की स्पूतनिक V वैक्सीन के साथ मिलाकर टेस्ट करेगी। एस्ट्राजेनेका ने शुक्रवार को इसकी जानकारी दी। रूस के एक वैज्ञानिक ने पिछले महीने सोशल मीडिया पर ऐसा करने की सलाह दी थी। साइंटिस्ट का दावा है कि ऐसा करने पर वैक्सीन का असर बढ़ जाएगा। एस्ट्राजेनेका के मुताबिक, रूस उसे अपनी वैक्सीन देने के लिए तैयार है।  फ्रांस ने 6 हफ्ते के सख्त लॉकडाउन के बाद हालात संभाले और दो हफ्ते पहले जहां हर दिन 50 हजार से ज्यादा मामले सामने आ रहे थे, इन्हें 10 या 11 हजार तक सीमित कर लिया। लोगों ने सरकार का सहयोग भी किया। अब जर्मनी की एंजेला मर्केल सरकार बर्लिन से पाबंदियों की शुरुआत करने जा रही है। यहां सभी बाजार बंद किए जा सकते हैं। स्कूलों की छुट्टियां बढ़ाई जा सकती हैं। मेयर माइकल मूलर ने इसकी पुष्टि की है। माना जा रहा है कि शुरुआत में प्रतिबंध दो हफ्ते के लिए लगाए जाएंगे। सरकार लॉकडाउन शब्द से परहेज कर रही है। WHO ने तमाम देशों से संक्रमण को रोकने के लिए सख्त उपाय करने को कहा है। ब्राजील में सरकार गाइडलाइन्स का पालन कराने में नाकाम रही है। हालात यह हैं कि बुधवार को यहां 53 हजार 453 मामले दर्ज किए गए। एक्सपर्ट्स मानते हैं कि ये तो वे आंकड़े हैं जो सामने आए हैं। हकीकत में संख्या इससे काफी ज्यादा हो सकती है। देश में अब तक कुल साढ़े छह लाख से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं।

कोई जवाब दें

कृपया अपनी कमेंट दर्ज करें!
कृपया अपना नाम यहाँ दर्ज करें